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काबिले तारीफ़: सिंगिंग में बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड, संघर्ष की कहानी जानकर रो देंगे
दीप्ति ने पूरे देश में अपने शहर का नाम रोशन कर दिया है। बता दें कि जो लोग उसके इस शौक के बीच रोड़ा बन रहे थे आज वो भी उसकी इस कामयाबी को सलाम कर रहे हैं।
मेरठ: पश्चिमी उत्तर प्रदेश मुजफ्फरनगर, बागपत और शामली बेल्ट में आज भी महिलाओं के लिए कई तरह की बंदिशें हैं लेकिन समाज की इन बंदिशों को तोड़ते हुए दीप्ति ने वो कर दिखाया जिसका किसी को अंदाजा भी नहीं था। इस होनहार बेटी ने अपनी सुरीली आवाज़ से गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करवाया लिया है। दीप्ति ने पूरे देश मे अपने शहर का नाम रोशन कर दिया है। बता दें कि जो लोग उसके इस शौक के बीच रोड़ा बन रहे थे आज वो भी उसकी इस कामयाबी को सलाम कर रहे हैं।
जो कभी गाना गाने से रोकते थे, आज फोन करके बुलाते हैं
वेस्ट यूपी के मुजफ्फरनगर जिले के छोटे से गांव खरड़ निवासी दीप्ति मलिक ने अपने हुनर से गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में अपना नाम दर्ज करवा कर पूरे जिले में तहलका मचा दिया है। मुंम्बई से वापस लौटी दीप्ति का जगह-जगह सम्मान हुआ।
काफी संघर्ष के बाद इस मुकाम पर पहुंची हैं दीप्ती
मेरठ पहुंची दीप्ति मलिक ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि उन्होंने इस मुकाम तक पहुंचने के लिए काफी संघर्ष किये। बचपन से गायन का शौक रखने वाली दीप्ति मलिक अपने स्कूल व कॉलेज के कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर भाग लेती थी और गाना गाया करती थी। अपने शिक्षक व मित्रों से प्रेरित होकर वह अपना कैरियर बनाने के लिए 2012 में मुम्बई चली गई। उसके परिवार ने उसका कभी संगीत को लेकर साथ नहीं दिया लेकिन माँ रेखा मलिक व छोटे भाई वरुण मलिक ने परिवार और समाज की बेड़ियों को तोड़ते हुए दीप्ति का साथ दिया जिससे दीप्ति ने आज बड़ा मुकाम हासिल कर लिया।
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सुरेश वाडेकर व आजी वासन संगीत अकादमी से की
हाल ही में 24 जनवरी 2020 में मुम्बई के एक होटल में प्रीतम दा की एक वेब सिरीज़ दा फोरगाटन आर्मी के तीन गानों को 1046 गायकों ने एक साथ गाया था, इसके मुख्य गायकों में दीप्ति मलिक भी शामिल थी। दीप्ति ने अपने कैरियर की शुरुआत सुरेश वाडेकर व आजी वासन संगीत अकादमी से की।
गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराया
दिसंबर 2019 में दीप्ति ने दा लाइव 100 एक्सपीरियंस बैंड के लिए ऑडिशन दिया और सेलेक्ट होकर 27 दिसंबर को अपने बैंड के साथ रिलायंस फाउंडेशन के सेलिब्रेशन में नेशनल एंथम और जय हो गाने को 60000 लोगों के सामने परफॉर्म किया। दीप्ति उन लोगों के मुँह पर तमाचा है जो लोग लड़कियों को सामाजिक बंदिशों में बांधकर रखते हैं।
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दीप्ति और उनकी मम्मी का कहना है कि जो लोग दीप्ति को गाना गाने से रोकते थे और उनसे रिश्ता तोड़ चुके थे आज वो ही उसे फोन करके बुलाते हैं।