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यूपी में रोजगारः पूर्वांचल के पूरे क्षेत्र का विकास माॅडल तैयार, योगी सरकार का बड़ा कदम
देश की आजादी के बाद पूर्वांचल का पूरा क्षेत्र कई वर्षो तक विकास की बाट जोहता रहा। इसी कारण इस पूरे क्षेत्र में बेरोजगार युवक पलायन करने को मजबूर हुए लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अब इसके विकास के लिए कई कदम उठाए हैं, जिसके चलते इस पूरे क्षेत्र के विकास कार्यों ने तेजी पकडी है।
लखनऊ: देश की आजादी के बाद पूर्वांचल का पूरा क्षेत्र कई वर्षो तक विकास की बाट जोहता रहा। इसी कारण इस पूरे क्षेत्र में बेरोजगार युवक पलायन करने को मजबूर हुए लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अब इसके विकास के लिए कई कदम उठाए हैं। जिसके चलते इस पूरे क्षेत्र के विकास कार्यों ने तेजी पकडी है। हाल ही में मुख्यमंत्री योगी अपने अधिकारियोंके साथ दो दिन गोरखपुर में रूककर पूर्वांचल क्षेत्र के विकास का खाका खींचने का काम किया है।
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घाघरा नदी पुल पर 50 वेल में से 18 पर काम शुरू
यहां बता दें कि घाघरा नदी पुल पर 50 वेल में से 18 पर काम शुरू हो गया है। शेष वेल बनाने का कार्य बरसात आने से पहले प्रारम्भ हो जाएगा। मार्च 2022 तक गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे का कार्य पूर्ण हो जाएगा। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे बनने के बाद लखनऊ से गोरखपुर आवागमन का एक और वैकल्पिक मार्ग तैयार हो जाएगा।
ज्ञातव्य है कि गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे प्रवेश नियंत्रित (ग्रीन फील्ड) परियोजना एक्सप्रेस-वे गोरखपुर बाईपास एनएच-27 ग्राम-जैतपुर के पास से प्रारम्भ होकर पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर आजमगढ़ में समाप्त होगा। एक्सप्रेस-वे की लम्बाई 91.352 किमी है। एक्सप्रेस-वे से जनपद गोरखपुर, अम्बेडकरनगर, संतकबीरनगर, आजमगढ़ लाभान्वित होंगे।
एक्सप्रेस-वे 4-लेन चौड़ा (6 लेन तक विस्तारणीय) तथा संरचनाएं 6-लेन चौड़ाई की बनायी जाएगी। एक्सप्रेस-वे के एक ओर 3.75 मी चौड़ाई की सर्विस रोड स्टैगर्ड रूप में बनाई जाएगी, जिससे परियोजना के आस-पास के गांव के निवासियों को एक्सप्रेस-वे पर आवागमन की सुविधा उपलब्ध हो सके। एक्सप्रेस-वे के निर्माण में 2 टोल प्लाजा, 3 रैम्प प्लाजा, 7 फ्लाई ओवर, 16 व्हेकुलर अण्डरपास, 50 लाइट व्हेकुलर अण्डरपास, 35 पेडेस्ट्रियन अण्डरपास, 7 दीर्घ सेतु, 27 लघु सेतु तथा 389 पुलियों का निर्माण भी किया जाएगा।
गोरखपुर क्षेत्र का सर्वांगीण विकास का मार्ग होगा प्रशस्त
एक्सप्रेस-वे के निर्माण से गोरखपुर क्षेत्र पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के माध्यम से लखनऊ, आगरा एवं दिल्ली तक त्वरित एवं सुगम यातायात कॉरिडोर से जुड़ जाएगा। एक्सप्रेस-वे के निर्माण से गोरखपुर क्षेत्र का सर्वांगीण विकास का मार्ग प्रशस्त होगा। एक्सप्रेस-वे के प्रवेश नियंत्रित होने से वाहनों के ईंधन खपत में महत्वपूर्ण बचत, समय की बचत एवं पर्यावरणीय प्रदूषण का नियंत्रण भी सम्भव हो सकेगा।
एक्सप्रेस-वे से अच्छादित क्षेत्रों में स्थित विभिन्न उत्पादन इकाइयों, विकास केन्द्रों तथा कृषि उत्पादन क्षेत्रों को राष्ट्रीय राजधानी से जोड़ने हेतु एक औद्योगिक कॉरिडोर के रूप में सहायक होगा। एक्सप्रेस-वे के निकट इण्डस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान, मेडिकल संस्थान आदि की स्थापना के लिए भी अवसर सुलभ होंगे।
लखनऊ समेत आजमगढ़ और अयोध्या से जुड़ेगी एक्सप्रेस-वे
उल्लेखनीय है कि 6-लेन पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे गाजीपुर जनपद को राज्य की राजधानी लखनऊ समेत आजमगढ़ और अयोध्या से जोड़ेगी। 340.824 किलोमीटर एक्सप्रेसवे का निर्माण 22,494 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है। यह लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अम्बेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर सहित 09 जिलों से होकर गुजरेगा। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने 14 जुलाई, 2018 को आजमगढ़ में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की आधारशिला रखी थी। इस योजना पर अब तक करीब 68 प्रतिशत काम पूरा किया जा चुका है। यह 302 किमी लम्बे लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे और आगरा से दिल्ली तक 165 किमी लम्बे यमुना एक्सप्रेस-वे से जुड़ेगा।
लड़ाकू विमानों के लैंडिंग-टेक ऑफ के लिये हवाईपट्टी का निर्माण
इस एक्सप्रेस-वे के अन्तर्गत (मेन कैरिज-वे पर) कुल 18 फ्लाईओवर, 07 रेलवे ओवर ब्रिज, 07 दीर्घ सेतु, 118 लघु सेतु, 13 इन्टरचेन्ज (06 टोल प्लाजा सहित), 05 रैम्प प्लाजा, 271 अण्डरपास तथा 503 पुलियों का निर्माण कार्य प्रगति में है। एक्सप्रेस-वे पर आपातकालीन स्थिति में भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमानों के लैण्डिंग टेक ऑफ के लिये जनपद सुल्तानपुर में 3.2 कि0मी0 लम्बी हवाईपट्टी का निर्माण भी प्रस्तावित है।
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पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से आच्छादित क्षेत्रों में स्थित विभिन्न उत्पादन इकाइयों, विकास केन्द्रों तथा कृषि उत्पादन क्षेत्रों को प्रदेश की राजधानी एवं राष्ट्रीय राजधानी से जोड़ने हेतु एक औद्योगिक काॅरिडोर के रूप में सहायक होगा। एक्सप्रेस-वे हैण्डलूम उद्योग, खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों, भण्डारण गृह, मण्डी तथा दुग्ध आधारित उद्योगों की स्थापना हेतु एक उत्प्रेरक के रूप में काम करेगा।
एक्सप्रेस-वे के निर्माण से परियोजना आच्छादित क्षेत्रों में पर्यटन के विकास को बल मिलेगा एवं विकास से उपेक्षित प्रदेश के इन पूर्वी क्षेत्रों का सर्वांगीण एवं चहुंमुखी विकास सम्भव हो सकेगा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे का कार्य निर्धारित समय-सीमा के अन्तर्गत पूर्ण करने के साथ ही शेष भूमि अधिग्रहण की कार्यवाही शीर्ष प्राथमिकता के आधार पर पूरा करने को कहा है।
श्रीधर अग्निहोत्री