जिलाधिकारी डा.मन्नान अख्तर ने बेमिसाल कार्यशैली के साथ पूरे किये तीन साल

जिलाधिकारी डा.मन्नान अख्तर ने केन्द्र व राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ जिले के लोगों को भरपूर दिलाया है। अपने तीन साल के कार्यकाल में सरकारी योजनाओं के माध्यम से नागरिकों के जीवन को बेहतर बनाने तथा जन समस्याओं का समाधान करना उनकी प्राथमिकता रही है।

Newstrack
Published on: 9 Sep 2020 11:53 AM GMT
जिलाधिकारी डा.मन्नान अख्तर ने बेमिसाल कार्यशैली के साथ पूरे किये तीन साल
X
जिलाधिकारी डा.मन्नान अख्तर ने बेमिसाल कार्यशैली के साथ पूरे किये तीन साल

उरई: 10 सितम्बर को अपने तीन साल का कार्यकाल पूरा करने जा रहे जिलाधिकारी डा.मन्नान अख्तर ने केन्द्र व राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ जिले के लोगों को भरपूर दिलाया है। अपने तीन साल के कार्यकाल में सरकारी योजनाओं के माध्यम से नागरिकों के जीवन को बेहतर बनाने तथा जन समस्याओं का समाधान करना उनकी प्राथमिकता रही है।

चेकडेम बनवाकर किसानों को सिचांई के लिये पानी उपलब्ध कराया

इसी का परिणाम यह रहा कि जिले की पिछले कई वर्षो से तमाम प्रमुख अनसुलझी समस्याओं का समाधान करने मे सफल रहे। इनमे कालपी का वरब्रिज, शिक्षा के क्षेत्र में बालिका शिक्षा को बढ़ावा देना, चेकडेम बनवाकर किसानों को सिचांई के लिये पानी उपलब्ध कराना। कोरोना काल मे जिले के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराना शामिल है। इसके साथ ही जिले मे लॉ एण्ड ऑर्डर पर भी उन्होने विशेष ध्यान दिया है। जिसके परिणाम स्वरूप कई संवेदनशील अवसरों पर जिले मे शान्ति व सोहार्द कायम रहा।

कौन बनेगा नन्हा कलाम प्रतियोगिता ने राष्ट्रीय स्तर पर लोकप्रियता हासिल की

शिक्षा के बिना विकास संभव नही है। इस बात को ध्यान मे रखते हुए जिलाधिकारी डा.मन्नान अख्तर ने शिक्षा से बंचित रहे बालक व बालिकाओं को शिक्षा दिलाने की अनूठी मिशाल पेश की है। जहां एक ओर शैक्षिक नवाचारों में उनके द्वारा छात्रों में विज्ञान के प्रति रूचि बढ़ाने के लिये शुरू किये गये कौन बनेगा नन्हा कलाम प्रतियोगिता ने राष्ट्रीय स्तर पर लोकप्रियता हासिल की है। वहीं प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को बेहतर गाइडेंस देने के लिये जालौन कैरियर प्रोग्राम की शुरूआत की।

DM Dr.Mannan Akhtar donating blood

ये भी देखें: जेल में रिया की रात: क्या होगी जमानत, कल कोर्ट करेगा फैसला

सिंचाई का रकबा 1930 हेक्टेयर से बढ़कर 3900 हेक्टेयर हुआ

जल संकट से निपटने के लिये जिलाधिकारी ने भूजल संरक्षण पर विशेष ध्यान दिया। उन्होने नए चेकडेमों के निर्माण के साथ साथ पुराने चेकडेमो की गाद हटवायी। जिससे सिचाई क्षमता 1930 हेक्टेयर से वढक़र 3900 हेक्टेयर हो गयी। इससे 10000किसान परिवारों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से लाभ हुआ। उनकी इस पहल से जहां एक ओर किसानों की आय वढ़ी। वहीं दूसरी ओर भूजल के संरक्षण श्रेणी मे सर्वश्रेष्ठ जिले मे शामिल होने पर 25 फरवरी 2019 को केन्द्रीय जल संसाधन मंत्रालत्र द्वारा उन्हें राष्ट्रीय जल पुरूस्कार से सम्मानित किया गया।

डीएम के एमबीबीएस डाक्टर होने का लाभ भी जिलेवासियों को मिला

एमबीबीएस डाक्टर होने के कारण उन्हें चिकित्सा व्यवस्था संबंधी समस्याओं की बेहतर जानकारी है। उन समस्याओं का समाधान निकाल कर उन्होने जिला चिकित्सालय, मेडिकल कालेज के साथ साथ स्वास्थ्य केन्द्रों की कार्य प्रणाली को बेहतर बनाने का प्रयास किया है। जिसका लाभ कोरोना काल मे जिले की जनता को मिल रहा है। कोरोना महामारी से पीडि़तों की मदद के लिये जिलाधिकारी ने शासन के फंड के साथ साथ जिलाधिकारी फंड के माध्यम से भी मेडिकल कालेज को वेंटीलेटर, मॉनीटर, डी फ्रेब्रिक मशीन, ऑक्सीजन सिलेण्डर व सेनेटाईजर उपलब्ध कराया।

ये भी देखें: बिहार पर अचानक से क्यों मेहरबान हुए पीएम मोदी, 11 सितंबर को देने जा रहे ये बड़ी सौगात

कायम रखा जिले में भाईचारे व सौहार्द का वातावरण

10सितम्बर 2017 को जिले की बागडोर संभालने के बाद डा.मन्नान अख्तर ने लॉ एण्ड ऑर्डर पर भी विशेष ध्यान दिया। चाहे सीएए व धारा 370 हटाने का मामला रहा हो या सुप्रीम कोर्ट का राम मंदिर बनाने का फैसला रहा हो। ऐसे अनेक अवसरों पर जिलाधिकारी ने जिले मे शान्ति व सौहार्द का माहौल बनाए रखा। हांलाकि उन पर मुस्लिम होने के नाते कई आरोप प्रत्यारोप भी लगे। इतना ही नही कोरोना मे लॉकडाउन के दौरान उन पर जमातियों के छिपाने के भी आरोप लगे। लेकिन इन सबसे विचलित हुए बगैर वे अपने काम मे मुस्तैदी से डटे रहे। जिसका परिणाम यह रहा कि जिले मे भाईचारे व सौहार्द का वातावरण बना रहा।

पिछले 14 वर्षों से अधूरे पड़े ओवरव्रिज का निर्माण कराया

विभिन्न सामाजिक व धार्मिक कार्यों से कालपी का अधूरा फोरलेन पुल लंबित पड़ा था। पिछले 14 वर्षों से धार्मिक सम्प्रदाय के संभ्रात व्यक्तियों व धर्म गुरूओं से निरंतर जनपद के पूर्व जिलाधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के प्रयास के बाद भी यह पुल नही बन पा रहा था। जिलाधिकारी ने इस समस्या से जिले की जनता को निजात दिलाने का निश्चित किया। इसके लिये उन्होने हाइवे पर पडऩे वाले हिन्दु व मुस्लिम संप्रदाय के धार्मिक स्थलों के प्रमुख पदाधिकारियों से बात कर अपनी प्रशासनिक कुशलता व समन्वय कारी कार्यशैली से सभी बाधाओं का निराकरण करते हुए फोरलेन के निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया।

DM Dr.Mannan Akhtar

10 बिन्दुओं पर खरे उतरने पर शामिल हुए देश के 50 लोकप्रिय जिलाधिकारियों में

देश के 50 लोकप्रिय जिलाधिकारियों मे डा.मन्नान अख्तर भी शामिल है। फेम इण्डिया और एशिया पोस्ट द्वारा शानदार गर्वेन्स, दूर दर्शिता, उत्कृष्ट सोच, जबाब देह कार्यशैली, अहम फैसले लेने की त्वरित क्षमता, गंभीर और व्यवहारकुशलता आदि10 मापदण्डों पर यह सर्वे किया जाता है। इन मापदण्डों पर खरे उतरने पर उन्हें शानदार श्रेणी मे प्रमुख स्थान मिला है।

ये भी देखें: उद्धव पर खतरा: घर पर पहुंचे कुछ संदिग्ध लोग, अलर्ट हुई महाराष्ट्र सरकार

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान में भी तत्परता से जुटे हैं डीएम

जिला विद्यालय निरीक्षक भगवत प्रसाद पटेल ने बताया कि जिलाधिकारी ने बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिये वर्ष 2018 मे कक्षा आठ पास 19 छात्राओं की रहने व पढ़ाई की व्यवस्था गुढ़ा के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय मे की थी। यहां की अभावग्रस्त छात्राओं ने जिलाधिकारी को भी निराश नही किया और वर्ष 2020 की हाईस्कूल की परीक्षा मे 19 मे से 18 छात्राओं ने प्रथम श्रेणी मे परीक्षा पास की है। इनमे पांच छात्राओं ने विशेष योग्यता के साथ परीक्षा पास की है। इनके रहने खाने व कोचिंग की व्यवस्था जिलाधिकारी डा.मन्नान अख्तर ने ही की थी। इतना ही नही इस वर्ष भी उन्होने 20 नवीन छात्राओं के उसी विद्यालय मे रहने खाने व कोंचिग की व्यवस्था की है।

Newstrack

Newstrack

Next Story