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मंडल आयुक्त एमपी अग्रवाल ने कोविड-19 के संबंध निरीक्षण करने का दिया निर्देश
मंडल आयुक्त एमपी अग्रवाल ने समस्त नोडल व संबंधित अधिकारियों को कोरोना वायरस के संक्रमण के रोकथाम के लिए चिकित्सालयों में कोविड केयर सेन्टर लेवल-1, लेवल-2, लेवल-3 को कोविड हास्पिटल, क्वारंटाइन सेन्टर तथा आश्रय गृहों का निरीक्षण करने का निर्देश दिया।
अयोध्या: मंडल आयुक्त एमपी अग्रवाल ने समस्त नोडल व संबंधित अधिकारियों को कोरोना वायरस के संक्रमण के रोकथाम के लिए चिकित्सालयों में कोविड केयर सेन्टर लेवल-1, लेवल-2, लेवल-3 को कोविड हास्पिटल, क्वारंटाइन सेन्टर तथा आश्रय गृहों का निरीक्षण करने का निर्देश दिया। इसी के साथ उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने के लिए कहा कि समस्त आवश्यक सुविधाएं व उपकरण आदि चालू हालत में रहे तथा स्वच्छता आदि पर ध्यान दिया जाय।
एन-95 मास्क व ग्लब्स पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होना चाहिए
मंडल आयुक्त एमपी अग्रवाल ने निजी चिकित्सालयो में आपात चिकित्सा किये जाने के संबंध में नर्सिंगहोम एसोसिएशन एवं आईएमए आदि के साथ, बैठक कर यह सुनिश्चित कर लिया जाये कि शासकीय अथवा निजी चिकित्सालयो में जहां भी आपात चिकित्सा की जा रही है वहा कोविड-19 के दृष्टिगत सभी चिकित्सको व चिकित्सा स्टाप को आवश्यक, प्रशिक्षण दिया जा चुका है कि नहीं वहां सभी को प्रशिक्षित होना चाहिए सभी चिकित्सालयो में आवश्यक सुरक्षा उपकरण यथा पीपीई किट, एन-95 मास्क व ग्लब्स पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होना चाहिए और उनका उपयोग चिकित्सको तथा उनके स्टाप द्वारा निरन्तर करें ताकि किसी भी चिकित्सालय में कोई संक्रमण न फैले। आरोग्य सेतु एप सभी व्यक्तियो द्वारा डाउनलोड किया जाना आवश्यक है इस एप को डाउनलोड करने हेतु आवश्यक कार्यवाही किया जाय।
शासन के निर्देश के क्रम में संचालित समस्त विद्यालयो में अति आवश्यक कार्य को देखते हुए दो कार्मिको का पास निर्गत करने की कार्यवाही भी किया जाये। उधर अयोध्या जनपद के जिला मजिस्ट्रेट अनुज कुमार झा ने कोविड-19 के दृष्टिगत जिला चिकित्सालय का किया निरीक्षण।
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ट्रैवल हिस्ट्री क्या है
निरीक्षण के दौरान उन्होंने बताया कि शासन के निर्देशानुसार हर शासकीय चिकित्सालय में इमरजेंसी चिकित्सीय सेवाओं के साथ तीन प्रकार की व्यवस्था की जानी है। जिसके तहत मरीज के आने पर सर्वप्रथम मरीज का थर्मल स्क्रीन के साथ-साथ पूछ-ताछ की जाएगी, कि उसकी ट्रैवल हिस्ट्री क्या है, उसे सर्दी, खांसी, जुकाम व बुखार तो नहीं आ रहा है। साथ ही वह किसी संक्रमित व्यक्ति से तो नहीं मिला है। इसका अंकन एक पूर्व निर्धारित प्रोफार्मा पर दर्ज कर किया जाएगा।
परीक्षण उपरांत उसमें कोरोना वायरस के कोई लक्षण न मिलने पर इमरजेंसी सेवाएं देना प्रारंभ कर दिया जाएगा। यदि उसे पूछताछ व प्रारंभिक चेकअप में कोई लक्षण प्रकट होता है तो अस्पताल में बनाए गए 25-30 बेड के एक अलग वार्ड में रखकर कोरोना वायरस का सेम्पल लिया जाएगा। साथ ही डाक्टर एवं पैरामेडिकल स्टाफ कोरोना वायरस से बचाव की सभी सावधानियों को अपनाने के साथ मरीज को इमरजेन्सी सेवाएं के तहत चिकित्सा देना प्रारम्भ करेंगे।
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हॉस्पिटलों में कोविड डिलेवरी कक्ष की भी स्थापना की जाएगी
इसके उपरांत जिलाधिकारी द्वारा सी.एच.सी. पूरा, ब्लॉक पूरा व सी.एच.सी. सोहावल का भी निरीक्षण किया गया। जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद के सभी अस्पतालों में थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था की गई है जहां पर मरीज के आने पर सर्वप्रथम उसका स्वास्थ्य परीक्षण किया तदोपरांत उसका इलाज प्रारंभ किया जाएगा उन्होंने बताया कि जनपद के सभी स्वास्थ्य रेफरल यूनिट हॉस्पिटलों में कोविड डिलेवरी कक्ष की भी स्थापना की जाएगी। तथा एडिशनल कोविड एल-1 हॉस्पिटल के लिए सीएचसी पूरा बाजार का चयन किया गया है।
इस दौरान जिलाधिकारी श्री झा ने कहा कि सभी चिकित्सालयों के डॉक्टर व स्टाफ इलाज के दौरान कोविड-19 बचाव के संबंधित सभी दिशानिर्देशों पालन करें, अपनी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मास्क, ग्लब्स, हेड कैप आदि को लगाकर मरीजों का इलाज करें।
रिपोर्ट- नाथ बख्श सिंह, अयोध्या