TRENDING TAGS :
क्या दिवाली के दिये पर वसूली ! अगर कोई ऐसा करे तो होगा ये काम
लखनऊ: मध्य प्रदेश के ग्वालियर के जिलाधिकारी ने कहा है कि दिवाली के दिये बेचने वालों से किसी भी प्रकार की वसूली होगी तो जिला प्रशासन कड़ी कार्रवाई करेगा। खबर सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद योगी सरकार ने भी मंगलवार को कहा है कि दीपावली के अवसर पर स्थानीय बाजारों में बेचे जाने वाले हाथ से बने मिट्टी के दीयों पर को वसूली होती है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
लखनऊ: मध्य प्रदेश के ग्वालियर के जिलाधिकारी ने कहा है कि दिवाली के दिये बेचने वालों से किसी भी प्रकार की वसूली होगी तो जिला प्रशासन कड़ी कार्रवाई करेगा। खबर सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद योगी सरकार ने भी मंगलवार को कहा है कि दीपावली के अवसर पर स्थानीय बाजारों में बेचे जाने वाले हाथ से बने मिट्टी के दीयों पर को वसूली होती है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
अब कैसे मानेगी दिवाली, रद्द हुई 265 ट्रेनें, यहां देखें पूरी लिस्ट
प्रदेश के मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने मंगलवार को सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया कि दीपावली के अवसर पर स्थानीय बाजारों में बेचे जाने वाले हाथ से बने मिट्टी के दीयों पर किसी भी प्रकार का बाजार शुल्क अथवा बाजारी शुल्क की वसूली किये जाने पर सम्बन्धित कर्मियों की जिम्मेदारी नियत कर कड़ी कार्रवाई की जाए।
कोई वसूली नहीं
मुख्य सचिव ने यह निर्देश प्रमुख सचिव, नगर विकास एवं पंचायती राज विभाग को दिए हैं। उन्होंने दिये गये निर्देशों में यह भी कहा है कि दीपावली के पर्व पर स्थानीय बाजारों में मिट्टी के दीयों की बिक्री पर बाजार शुल्क अथवा बाजारी शुल्क न वसूले जाने के सम्बन्ध में पृथक से निर्देश निर्गत करते हुए कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराया जाए। उन्होंने कहा कि दीपावली पर्व पर मिट्टी के दीपकों के ज्यादा से ज्यादा उपयोग को प्रोत्साहित किया जाए।
उल्लेखनीय है कि ग्वालियर के कलेक्टर अनुराग चौधरी ने पिछले सप्ताह दिवाली के अवसर पर शहरी क्षेत्र के सभी वार्डों में दीया बेचने वालों को अपनी दुकान लगाने के लिए जगह देगा। इनसे किसी भी प्रकार का कर नहीं लिया जाएगा। इसके साथ ही न दीया बिक्री करने वालों से तह बाजारी शुल्क नहीं लिया जाएगा।
मनाएंगे काली दिवाली! RBI और PMC बैंक की बैठक खत्म
दीयों के साथ रुई के अलावा पूजन में काम आने वाली मिट्टी और शक्कर के उपयोग से बनी अन्य सामग्री भी उपलब्ध कराई जा सकती है। जिले के सभी मिट्टी के दीये बनाने वालों को प्रोत्साहित करने के लिए शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में मॉनीटरिंग करने वाले अधिकारियों को पत्र लिखकर निर्देश जारी किए हैं। दीवाली पर अधिक से अधिक संख्या में दीयों की बिक्री हो और दीया बनाने वालों को प्रोत्साहन के साथ आर्थिक लाभ भी मिले, इसके लिए हम हर संभव प्रयास कर रहे हैं।