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मसीहा बने इस जिले के डीएम, 4 साल के घायल बच्चे का ऐसे करवाया ईलाज
दरियादिली दिखाते हुए डीएम ने तत्काल कार्रवाई करते हुए बच्चे को अपनी पुलिस स्कोर्ट की गाड़ी से बच्चे को मेडिकल कॉलेज भेजा। वहीं डीएम ने मेडिकल कॉलेज प्रशासन से बात कर जल्द से जल्द बच्चे के आपरेशन करने के आदेश दिये।
शाहजहांपुर: यूपी के शाहजहांपुर में 4 साल के घायल बच्चे के लिए जिलाधिकारी मसीहा बनकर सामने आए हैं । पालतू जानवर के हमले से घायल बच्चे के पैर का आपरेशन करने से मेडिकल कॉलेज ने इंकार दिया। जिसके बाद बच्चे ने डीएम कार्यालय पहुंचकर उनसे आपरेशन करने की गुहार लगाई। दरियादिली दिखाते हुए डीएम ने तत्काल कार्रवाई करते हुए बच्चे को अपनी पुलिस स्कोर्ट की गाड़ी से बच्चे को मेडिकल कॉलेज भेजा। वहीं डीएम ने मेडिकल कॉलेज प्रशासन से बात कर जल्द से जल्द बच्चे के आपरेशन करने के आदेश दिये।
भैंस के हमले में घायल हुआ शिवम्
कलेक्ट्रेट परिसरमें पेड़ के नीचे लेटे इस बच्चे का नाम शिवम है। शिवम थाना सेहरामऊ दक्षिणी क्षेत्र के नवादा साहब दातपुर गांव का निवासी है। शिवम के घर में पालतू भैंस ने हमला कर दिया था। जिससे शिवम का पैर टूट गया। बेहद गरीब होने के कारण शिवम का नीजी नर्सिंग होम में इलाज नहीं हो सका। उसके बाद 4 साल के मासूम को लेकर पिता मेडिकल कॉलेज पहुचे तो लॉक डाउन का हवाला देकर बच्चे को मेडिकल कॉलेज मे भर्ती करने से इंकार कर दिया।
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अपनी पुलिस स्कोर्ट की गाड़ी से बच्चे को मेडिकल कॉलेज भेजा
काम नहीं बनता देख बच्चे के पिता ने जिले के राष्ट्रीय गौ-रक्षक दल के जिलाध्यक्ष के संपर्क किया। तब जिलाध्यक्ष बच्चे को लेकर मेडिकल कालेज पहुंचे। लेकिन पहले की तरह उनको भी वहां से टाल दिया गया। फिर जिलाध्यक्ष घायल बच्चे को लेकर डीएम कार्यालय पहुंच गए । जहां पर उन्होंने डीएम को बच्चे की हालत से अवगत कराया। डीएम ने देर न करते हुए पहले मेडिकल कॉलेज प्रशासन से बात की। उसके बाद बच्चे को अपनी पुलिस स्कोर्ट की गाड़ी से बच्चे को मेडिकल कॉलेज भेजा।
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बच्चे के पिता रनधीर ने बताया कि डीएम के हरकत में आते ही पहले डीएम ने जमीन पर पड़े बच्चे का हालचाल पूछा। उसके बाद डीएम का आदेश मिलते ही उनकी पुलिस स्कोर्ट की गाड़ी से फौरन बच्चे को आनन-फानन में तत्काल मेडिकल कॉलेज भेजा गया। इस दौरान डीएम ने बच्चे के इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज को कड़े निर्देश भी दिये।