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ये क्या बोल गई डीएम श्रावस्ती, ऑडियो हो रहा जमकर वायरल, बढ़ सकती हैं मुश्किलें
डीएम श्रावस्ती यशु रूस्तगी का एक ऑडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है, जिसमें वह एक जिला पंचायत सदस्य को डांट रही हैं। जिला पंचायत प्रतिनिधि का कुसूर सिर्फ इतना था कि उसने अपने गांव के कुछ युवकों को मुम्बई से वापस गांव बुलाने के लिए डीएम से मदद मांगी थी।
लखनऊ: डीएम श्रावस्ती यशु रूस्तगी का एक ऑडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है, जिसमें वह एक जिला पंचायत सदस्य को डांट रही हैं। जिला पंचायत प्रतिनिधि का कुसूर सिर्फ इतना था कि उसने अपने गांव के कुछ युवकों को मुम्बई से वापस गांव बुलाने के लिए डीएम से मदद मांगी थी। इस ऑडियो को अब शासन के अधिकारियों के बीच खूब सुना जा रहा है।
डीएम यशु रूस्तगी फोन पर बेहद गुस्से में बात करके जिला पंचायत प्रतिनिधि से कह रही हैं कि जो भी व्यक्ति बाहर से आ रहा है। उसे वहीं रखा जाए, उसको वापस न बुलाया जाए। अगर आप बुलाओगे तो उसे आप ही के घर पर रखा जाएगा। पचास हजार आदमी वहां फंसा है। क्या उनको अपने घर पर रखोगें ? हर समय राजनीति करना अच्छा नहीं होता है।
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डीएम ने जिला पंचायत प्रतिनिधि को लगाई फटकार
पंचायत प्रतिनिधि ने कहा कि वइ इसके लिए नोडल अधिकारी से भी बात कर चुके हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। जिसके कारण मजबूरी में आपको फोन करना पड़ा है।
इस आडियो में जिला पंचायत प्रतिनिधि ने जिलाधिकारी को फोन कर उनसे केवल इस बात का आग्रह किया था कि कुछ लोग जो श्रावस्ती के ही रहने वाले हैं लेकिन लाकडाउन के कारण मुम्बई में फंसे हुए हैं और अब ये युवक अब अपने गांव वापस आना चाहते हैं।
इस पर डीएम श्रावस्ती यशु रूस्तगी ने पंचायत सदस्य को डांटते हुए कहा कि राजनीति न करें। यहां आकर क्या करेंगे, ज्यादा चिंता हो तो उन युवकों के खाते में पैसे ट्रांसफर कर दीजिए। ऑडियो में डीएम कह रही है कि आपकी हिम्मत कैसे हुई हमें फोन करने की। क्या बेवकूफी वाली बात करते हो।
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स्वास्थ्य समस्या का दिया हवाला
जब डीएम श्रावस्ती का ऑडियो वायरल हो गया तो उन्होंने एक अपील जारी कर बेहद संजीदे ढंग से इस बात का आग्रह किया है जो भी लोग लाकडाउन के कारण दूसरेे राज्यों में फंसे हुए है।
वह वहीं पर रहे यहां आने का प्रयास न करें। अपील में कहा गया है कि कई जनप्रतिनिधि ऐसे लोगों को वापस बुला रहे हैं। इससे भविष्य में स्वास्थ्य समस्या खड़ी हो सकती है। श्रावस्ती छोटा जिला है और यहां पर क्वारनटिन करने के लिए उतनी क्षमता नहीं है, जितनी जरूरत पड़ेगी।
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