सीतापुर में वैक्सीनेशनः इस दिन होगा ड्राई रन, कोरोना को मात देने को तैयार जिला

कोविड-19 को हराने वाली दवा शीघ्र ही लोगों तक पहुंच जाएगी। इसी के मददेनजर शनिवार को बिना वैक्सीन के शीशी दौडाने की कवायद को आगे बढाया गया। डीएम विशाल भारद्वाज की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में शनिवार को कोविड टीकाकरण अभियान पूर्व ड्राई रन के सम्बंध में जिला टास्क फोर्स की बैठक हुयी।

Ashiki
Published on: 2 Jan 2021 4:44 PM GMT
सीतापुर में वैक्सीनेशनः इस दिन होगा ड्राई रन, कोरोना को मात देने को तैयार जिला
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सीतापुर में वैक्सीनेशनः इस दिन होगा ड्राई रन, कोरोना को मात देने को तैयार जिला

सीतापुर: कोविड-19 को हराने वाली दवा शीघ्र ही लोगों तक पहुंच जाएगी। इसी के मददेनजर शनिवार को बिना वैक्सीन के शीशी दौडाने की कवायद को आगे बढाया गया। डीएम विशाल भारद्वाज की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में शनिवार को कोविड टीकाकरण अभियान पूर्व ड्राई रन के सम्बंध में जिला टास्क फोर्स की बैठक हुयी। जिसमें तय किया गया कि सीतापुर में 5 जनवरी को कोविड 19 वैक्सीनेशन का ड्राई रन किया जायेगा। ड्राई रन का मतलब है कि स्वास्थ्य केंद्रों तक सुरक्षित तरीके से वैक्सीन पहुंचाने का रिहर्सल। इस रिहर्सल के तहत बिना वैक्सीन के ही खाली शीशी अथवा उसमें कोई अन्य दवा भरकर गंतव्य तक पहुंचाया जाएग, यह देखा जाएगा कि कोल्ड चेन से लेकर सभी कार्य व्यस्थित तरीके से कैसे संपन्न होने हैं।

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छह सत्र आयोजित किए जाएंगे

इसके तहत कुल 6 सत्र आयोजित किये जायेंगे। ड्राई रन 3 ग्रामीण व 3 शहरी क्षेत्रों में किया जाएगा। शहरी क्षेत्रो में जिला महिला अस्पताल, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सदर, इस्मालईलपुर में किया जायेगा। ग्रामीण क्षेत्र में ब्लॉक ऐलिया, परसेण्डी व खैराबाद के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर होगा। इस पूरी प्रक्रिया में किसी को भी वैक्सीन नहीं लगायी जाएगी बल्कि केवल वैक्सीन लगाने का मॉक ड्रिल होगा। प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि इसमें बायोमेडिकल वेस्ट का निष्पादन करने, ओब्सेर्वेशन कमरे में लाभार्थी को रखने के बाद वैक्सीन का प्रतिकूल प्रभाव देखने और उसका इलाज करने का ड्राई रन किया जायेगा।

प्रत्येक सत्र पर तीन कमरों में टीकाकरण केंद्र बनाया जायेगा। पहला रूम वेटिंग रूम, जहां पर टीकाकरण कराने वाले लाभार्थियों को बैठाया जायेगा। दूसरा रूम वैक्सीनेशन रूम, जहां पर लाभार्थियों को टीका लगाया जायेगा तथा यहां पर टीकाकर्मियों की एक टीम जिसमें एक स्टाफ नर्स, एक एएनएम एवं एक वेरीफायर मौजूद रहेंगे। वेरीफायर द्वारा टीका लगने वाले व्यक्ति के पहचान पत्र वेरिफाई किये जायेगा। तीसरा रूम ऑब्जरवेशन रूम, जिसमें टीकाकरण के बाद लाभार्थियों को करीब आधे घंटे तक बैठाया जायेगा।

जहां पर 30 मिनट के भीतर टीका लगने वाले व्यक्ति के पर टीके के प्रतिकूल प्रभाव पर विशेष नजर रखी जायेगी। इसके लिए एक स्पेशलिस्ट टीम तैनात की जाएगी जिसमें डाक्टर और पैरामेडिकल स्टॉफ शामिल रहेंगे, जो एईएफआई (एडवर्स इफेक्ट फालोइंग इम्युनाइजेशन) किट के साथ देखरख करेंगे। वैक्सीनेशन के 30 मिनट बाद ही लाभार्थी को घर भेजा जायेगा ।

कैसे होगा प्रभाव, यह जांचा जाएगा

वैक्सीन का प्रभाव दोनों ही प्रकार से देखा जायेगा। वैक्सीन के गंभीर प्रतिकूल प्रभाव और हल्के प्रतिकूल प्रभाव होने पर लाभार्थियों को किस तरह से इलाज मुहैया करा जायेगा इसका रिहर्सल किया जायेगा। यह पूरी प्रक्रिया कोरोना से बचाव के सभी प्रोटोकॉल्स जैसे मॉस्क पहनना, बार-बार 20 सेकेण्ड तक हाथ धोना और 2 गज की शारीरिक दूरी का पालन करते हुए संपादित की जायेगी। जिलाधिकारी ने समस्त तैयारियां समय से पूर्ण करने के निर्देश देते हुये कहा कि प्लानिंग के अनुसार समस्त कार्यवाहियां सुनिश्चित की जायें।

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बैठक में मुख्य विकास अधिकारी संदीप कुमार, प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 पी0के0 सिंह, जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी राज कुमार, जिला कार्यक्रम प्रबंधक सुजीत वर्मा, जिला कार्यक्रम अधिकारी राज कपूर, वैक्सीन कोल्ड चैन मॉनीटर राजेश सिंह सहित पुलिस विभाग व सहयोगी विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

रिपोर्ट. पुतान सिंह

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