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पूरब, पश्चिम, मध्य और बुंदेलखंड पर फोकस किया जाना चाहिए: योगी आदित्यनाथ
सतत विकास लक्ष्य उत्तर प्रदेश विजन – 2030 को लेकर मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव और प्रमुख सचिवों के साथ बैठक की। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि उत्तर प्रदेश को फोकस करते हुए एक सप्ताह में सभी नोडल अधिकारी ठोस कार्ययोजना बनाएं।
लखनऊ। सतत विकास लक्ष्य उत्तर प्रदेश विजन – 2030 को लेकर मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव और प्रमुख सचिवों के साथ बैठक की। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि उत्तर प्रदेश को फोकस करते हुए एक सप्ताह में सभी नोडल अधिकारी ठोस कार्ययोजना बनाएं।
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि नियोजन विभाग इसमें रूचि लेकर इस कार्य को तेजी के साथ आगे बढ़ाए। उत्तर प्रदेश विजन – 2030 के लिटरेचर तैयार करते समय उत्तर प्रदेश के सभी हिस्सों औऱ जरूरतों को ध्यान में रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पूरब, पश्चिम, मध्य और बुंदेलखंड पर फोकस किया जाना चाहिए। इसमें सभी जनपदों और मंडलों का प्रतिनिधितत्व दिखना चाहिए।
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मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश विजन - 2030 को लेकर दो तरह के लिटरेचर तैयार किए जाएं। पहला लिटरेचर विस्तार से बनाया जाए, दूसरा संक्षेप में तैयार किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि 20 सितंबर तक इसका प्रकाशन सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
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उत्तर प्रदेश विजन – 2030 के बारे में:
सतत विकास लक्ष्य जनवरी 2016 से पूरे विश्व में लागू किया गया है। 17 एसडीजी लक्ष्य और 169 टारगेट हैं। सतत विकास लक्ष्य एक साहसिक और सार्वभौमिक समझौता है जो सबके लिए एक समान, न्यायपूर्ण औऱ सुरक्षित विश्व की सृष्टि करेगा। 17 लक्ष्य के लिए अलग-अलग विभागों के प्रमुख सचिव को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।
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ये हैं लक्ष्य:
गरीबी उन्मूलन, भुखमरी समाप्त करना, सभी के लिए स्वास्थ्य जीवन, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा., लैंगिक समानता, सुरक्षित जल एवं स्वच्छता का सतत, किफायती सतत और आधुनिक ऊर्जा, उचित कार्य एवं आर्थिक विकास, समावेश एवं संधारणीय औद्योगकीकरण, असमानता कम करना, समावेशी एवं सुरक्षित शहर, सतत उपभोग एवं उत्पादन, जलवायु परिवर्तन, पृथ्वी पर जीवन, शांतिपूर्ण एवं समावेशी संस्थाओं का निर्माण तथा लक्ष्यों के लिए भागीदारी।