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ईडी को मिली मंजूरी, अब होगी आरोपित पीएफआई सदस्यों से पूछतांछ

मथुरा से पकड़े गए पीएफआई के चारों आरोपी सदस्यों के बारे में ईडी की टीम पुराने खाते की डिटेल खंगालने में जुटी है। चारों के खातों से हुए लेनदेन की जानकारी की जा रही है।

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Published on: 13 Oct 2020 11:16 AM GMT
ईडी को मिली मंजूरी, अब होगी आरोपित पीएफआई सदस्यों से पूछतांछ
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ईडी को मिली मंजूरी, अब होगी आरोपित पीएफआई सदस्यों से पूछतांछ (social media)

लखनऊ: यूपी के मथुरा से गिरफ्तार किए गए पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के चार सदस्यों पर प्रवर्तन निदेशालय ( ईडी ) ने अपना शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। ईडी की टीम को मथुरा जिला कोर्ट से पूछताछ की मंजूरी मिल गई है। अब ईडी दिल्ली और लखनऊ की जेल में बंद इन चारो पीएफआई के आरोपियों से पूछताछ करके उनके बयान दर्ज करेगी। ईडी आरोपियों से पूछताछ में फंडिंग करने वालों की जानकारी व उनकी माडस आपरेंडी के बारे में पता लगाएगी। इससे पहले बीते सोमवार को ईडी की छह सदस्यीय टीम ने मथुरा पहुंच कर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में आरोपियों से पूछताछ करने के लिए अनुमति दिए जाने की अर्जी दाखिल की थी।

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ईडी की टीम पुराने खाते की डिटेल खंगालने में जुटी है

मथुरा से पकड़े गए पीएफआई के चारों आरोपी सदस्यों के बारे में ईडी की टीम पुराने खाते की डिटेल खंगालने में जुटी है। चारों के खातों से हुए लेनदेन की जानकारी की जा रही है। ईडी इन आरोपियों के परिवार वालों के भी खातों का ब्यौरा भी जुटा रही है। इसके लिए ईडी की एक टीम बहराइच में भी मौजूद है।

बता दे कि मथुरा जिले में पांच अक्टूबर की रात पुलिस ने मांट टोल प्लाजा से चरमपंथी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) और उसके सहयोगी कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया (सीएफआई) से जुड़े चार लोगों को गिरफ्तार किया था।

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उनमें केरल के मल्लपुरम निवासी पत्रकार सिद्दीक कप्पनॉ, मुजफ्फरनगर निवासी अतीक उर रहमान, बहराइच निवासी मसूद अहमद और रामपुर निवासी आलम शामिल हैं। इनके पास हाथरस गैंगरेप मामले से जुड़ा भड़काऊ पोस्टर व कई मोबाइल समेत अन्य आपत्तिजनक सामान बरामद हुआ था। चारों आरोपी दिल्ली से आए थे और हाथरस जा रहे थे। पीएफआई एक चरमपंथी इस्लामिक संगठन है। इसका हेड ऑफिस दिल्ली के शाहीन बाग में है। इस संगठन के नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में दिल्ली में हुए दंगों में भी शामिल होने की बात सामने आयी थी।

मनीष श्रीवास्तव

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