ऊर्जा मंत्री जी! वसूली कराएं लेकिन उपभोक्ता की परेशानी भी समझें

उपभोक्ताओं का कहना है कि विभाग का ध्यान रखते हुए ऊर्जा मंत्री जिस तरह स्वयं सड़क पर उतर गये है उतना ही ध्यान उपभोक्ताओं की समस्याओं पर भी दे तो बेहतर होगा।

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Published on: 5 Nov 2020 5:05 AM GMT
ऊर्जा मंत्री जी! वसूली कराएं लेकिन उपभोक्ता की परेशानी भी समझें
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ऊर्जा मंत्री जी! वसूली कराएं लेकिन उपभोक्ता की परेशानी भी समझें

मनीष श्रीवास्तव

लखनऊ: बिजली बिल की वसूली के लिए प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा स्वयं उपभोक्ताओं के घर पहुंच रहे हैं। ऊर्जा मंत्री को दरवाजे पर देख उपभोक्ता बिजली बिल जमा भी कर रहे है और उनके इस काम की तारीफ भी हो रही है लेकिन साथ ही उपभोक्ताओं का यह भी कहना है कि विभाग का ध्यान रखते हुए ऊर्जा मंत्री जिस तरह स्वयं सड़क पर उतर गये है उतना ही ध्यान उपभोक्ताओं की समस्याओं पर भी दे तो बेहतर होगा।

ज्यादा बिल आना उपभोक्ताओं की आम समस्या

बिजली मीटर तेज चलना और उपभोग से ज्यादा बिल आना इन उपभोक्ताओं की आम समस्या है। हालांकि ऊर्जा मंत्री स्मार्ट मीटर से बिजली बिल ज्यादा आने की शिकायत पर बीती 27 अक्टूबर को ही अपर मुख्य सचिव ऊर्जा से उच्च स्तरीय कमेटी गठित कर जांच करवा कर 15 दिन में रिपोर्ट तलब की है।

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इंदिरा नगर निवासी एक उपभोक्ता संजीव पांडे कहते हे कि पहले जो बिल केवल 2 से 3 हजार रुपये प्रतिमाह आता था अब वह 7 हजार रुपये के पार पहुंच जाता है। इनका कहना है कि जब से उनके घर में स्मार्ट मीटर लगा है तभी से बिजली की रीडिंग ज्यादा आ रही है।

पहले के मुकाबले ज्यादा आ रहा बिल

ऊर्जा मंत्री को इस ओर भी ध्यान देना चाहिए। इसी तरह गोमती नगर निवासी अखिलेश तिवारी की भी यही शिकायत है, उनका कहना है कि उनका बिजली बिल पहले के मुकाबले ज्यादा आ रहा है। हालात यह है कि राजधानी लखनऊ के विभिन्न उपकेंद्रों पर ज्यादातर लोग बिजली बिल ज्यादा आने की शिकायत करते देखे जा सकते है।

इस संबंध में उप्र. राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश वर्मा का कहना है कि स्मार्ट मीटर के तेज चलने की शिकायत पर खुलासा केवल इसलिए नहीं हो पाया क्योंकि जो भी उच्चाधिकारी इस प्रोजेक्ट में लगे है वह सब मीटर निर्माता कंपनी की वकालत करने में मशगूल है। उन्होंने कहा कि उपभोक्ता परिषद् की शिकायत पर वर्ष 2019 में ही राजधानी लखनऊ में स्मार्ट मीटर कई गुना तेज चलता पकड़ा गया।

दो बार जांच हुई दोनों बार तेज चलता मिला लेकिन उच्चाधिकारियो में मामले को रफादफा कर उपभोक्ता के मीटर तो बदल दिए लेकिन जांच रिपोर्ट दबा दी। उन्होंने बताया कि स्मार्ट मीटर लगने के बाद बिजली बिल ज्यादा आने की शिकायत ऊर्जा मंत्री से भी कर चुके है जिस पर ऊर्जा मंत्री ने उच्च स्तरीय कमेटी गठित कर जांच के आदेश दिए है।

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