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ऊर्जा मंत्री के बंगले पर लगेगा प्रीपेड स्मार्ट मीटर
केन्द्र सरकार बिजली के दुरूपयोग को रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हे। उसने इसी योजना के तहत प्रीप्रेड मीटर लगाने की शुरूआत की है।
लखनऊ: केन्द्र सरकार बिजली के दुरूपयोग को रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हे। उसने इसी योजना के तहत प्रीप्रेड मीटर लगाने की शुरूआत की है। प्रीपेड स्मार्ट मीटर की खासियत ये है कि इसमें प्रीपेड, पोस्ट पेड एवं सोलर बिजली की सप्लाई की बिलिंग की जा सकती है।
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केन्द्र की योजना के तहत यूपी में कई मंत्रियों के यहां बिजली के प्रीपेड मीटर लगाए जाने की शुरूआत आज से हो रही है। पहले दिन उर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा के यहां प्रीपेड मीटर लगाया जाएगा।
इन शहरों में लगेगा स्मार्ट मीटर
मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (एमवीवीएनएल) शुक्रवार से सरकारी बंगलों पर प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाने का का शुरू कर रहा है। पहले दिन ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा के कालिदास मार्ग स्थित सरकारी बंगले पर प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगेगा। ऊर्जा मंत्री के बंगले पर प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगने के बाद कॉलिदास मार्ग के तीन अन्य बंगलों में भी प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाया जाएगा। इससे बिजली उपभोक्ता को बिजली खपत में आत्मनियंत्रण होगा। बिजली बिल देने की चिंता नहीं रहेगी। यह प्रीपेड मीटर मोबाइल की तरह ही रिचार्ज होगा। जरूरत के अनुसार मीटर ऑन-ऑफ कर सकेंगे। केन्द्र के आदेश के तहत उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़ी सहित अन्य कई राज्यों में स्मार्ट मीटर पर काम हो रहा है।
इसके अलावा लखनऊ के कालीदास मार्ग स्थित मंत्री आवासों के बंगलों पर भी प्रीपेड मीटर लगाकर जनता को संदेश देन की कोशिश की जाएगी। इन मंत्रियों में वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना एवं कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही के बंगले शामिल हैं। इन बंगलों की विद्युत खपत का लोड लगभग 25 किलोवाट है।
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ये है खासियत
प्रीपेड स्मार्ट मीटर की खासियत ये है कि इसमें प्रीपेड, पोस्ट पेड एवं सोलर बिजली की सप्लाई की बिलिंग की जा सकती है। केन्द्र सरकार की योजना अगले 3 साल में सभी ग्राहकों को प्रीपेड एवं स्मार्ट मीटर लगवाने की है। इससे बिजली डिस्ट्रीब्यूशन करने वाली कंपनियों को लेकर होने वाली बिल की समस्याओं से समाधान मिलेगा। साथ ही, सही समय पर बिजली कंपनियों को पैसा मिलेगा।