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Hathras News: इंजीनियरिंग के छात्र ने कर्ज चुकाने के लिए दोस्त के साथ रचा खुद के अपहरण की साजिश, पुलिस ने दोनों को दबोचा

Hathras News: परिजनों की तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू की तो पूरे मामले की पोल खुल गई और पुलिस ने साजिश रचने वाले इंजीनियरिंग के छात्र व उसके दोस्त को गिरफ्तार कर पूरे मामले का खुलासा किया।

G Singh
Published on: 24 April 2023 3:33 AM IST
Hathras News: इंजीनियरिंग के छात्र ने कर्ज चुकाने के लिए दोस्त के साथ रचा खुद के अपहरण की साजिश, पुलिस ने दोनों को दबोचा
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पुलिस ने दोनों छात्रों को किया गिरफ्तार (Pic: Newstrack)

Hathras News: जनपद हाथरस के थाना हाथरस गेट की साकेत कॉलोनी निवासी युवक ने मथुरा जनपद के कोसी निवासी अपने दोस्त के साथ मिलकर अपने ही अपहरण की साजिश रच डाली। युवक गाजियाबाद में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था। इस दौरान उसे फेंटेसी ऑनलाइन जुआ खेलने की आदत लग गई। जिसमें उस पर काफी कर्ज हो गया और फिर उस कर्ज को चुकाने के लिए उसने अपने दोस्त के साथ मिलकर खुद के ही अपहरण की साजिश रच डाली। युवक के परिजनों की तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू की तो पूरे मामले की पोल खुल गई और पुलिस ने साजिश रचने वाले इंजीनियरिंग के छात्र व उसके दोस्त को गिरफ्तार कर पूरे मामले का खुलासा किया।

थाना हाथरस गेट की साकेत कॉलोनी निवासी अशोक कुमार सिंह द्वारा सूचना दी गई कि उसका पुत्र दुष्यन्त सिंह जो सुंदर दीप इंजीनियरिंग कॉलेज गाजियाबाद में अंतिम वर्ष का छात्र है। 15 अप्रैल 2023 को घर से एचएडी ट्रेन के द्वारा गाजियाबाद गया था, लेकिन वापस नही आया, अब दुष्यन्त सिंह के मोबाइल नंबर से चार बजे के बाद से फिरौती की मांग की जा रही है। तहरीर के आधार पर थाना हाथरस गेट पर सुसंगत धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी गई। हाथरस गेट पुलिस एवं स्वाट टीम के कठिन परिश्रम व अथक प्रयासोपरान्त धरातलीय साक्ष्य, सर्विलांस सेल की टेक्निकल एड व प्राप्त अन्य लाभप्रद सूचनाओं के अभिसंकलन से थाना हाथरस गेट पुलिस एवं स्वाट टीम की संयुक्त कार्यवाही में अपह्रत द्वारा स्वंय अपहरण होने की साजिश करके फिरौती मांगने की घटना का सफल अनावरण किया गया है।

खुद बोले अभियुक्त

एएसपी अशोक कुमार सिंह ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तगणों से पूछताछ की गई तो जुर्म का इकबाल करते हुए अभियुक्त(अपहृत) दुष्यन्त सिंह उपरोक्त ने बताया कि वह पहले जीएलए यूनिवर्सिटी मथुरा का छात्र रहा है और अब सुन्दर दीप इंजीनियरिंग कॉलेज गाजियाबाद का अंतिम वर्ष का छात्र है। करीब दो- ढाई माह पूर्व वह इंटरनेट के माध्यम से फेंटेसी गेम खेलना शुरू किया था, जिसमें वह काफी रूपये हार गया था। उसने इसके लिए अपने दोस्त आशीष निवासी गढी तमन्ना से ब्याज पर रूपया लिया, लेकिन लगातार हार से ब्याज का रूपया बढता चला गया, कर्जा ज्यादा हो गया था तो उसे चुकाने के लिये अपने अपहरण की साजिश करके अपने घरवालों से फिरौती की योजना बनाई। घटना के एक दिन पूर्व अपने पिता के साथ अपने मूल गांव कौमरी थाना सासनी गया और अपना फोन स्विच ऑफ कर लिया। अगले 15 अप्रैल 2023 को अपने पूर्व दोस्त भानु प्रताप निवासी छटीकरा थाना जैंत मथुरा के पास पहुंचा और उसे पूरी बात बताई। उसके घरवालों ने फोटो मांगी, जिससे उनको पूर्ण विश्वास हो जाये कि उनके बेटे का अपहरण हुआ है, तब उसने छटीकरा के पास झाडियों में लेटकर अपना फोटो अपने साथी भानुप्रताप से खिचवाया तथा भानुप्रताप से अपने फोन के द्वारा व्हाट्सअप पर कॉल एवं मैसेज के माध्यम से अपने परिजनों से फिरौती की मांग कराई, जिससे घरवाले डर गये। इसके उपरान्त मैने उन्हे ऑनलाइन गेम के माध्यम से दिये गये बैंक अकांउट नंबर उपलब्ध कराया। जिसमें घरवालों के द्वारा किसी अनहोनी के डर से फिरौती की रकम तीन बार में क्रमशः 5000-5000 एवं 4000 हजार रूपये डाली गई।

लगातार बदलता रहा लोकेशन

रकम की स्क्रीन शांट मंगाकर ऑनलाइन खाताधारक को भेजकर अपने अन्य खाते में डालकर निकाल लिया एवं अपने परिजनों को और रूपये डालने की धमकी मैसेज के द्वारा दी, अन्यथा अपहरणकर्ता (मुझे) मार देगें । इस बीच युवक एक जगह नही रूकता था। होटल में रूकने का खर्चा ज्यादा आता था, इसलिए उसने सोचा कि चंडीगढ से दिल्ली का किराया मात्र 300 रूपये है। वह रात में दिल्ली से चंडीगढ के लिए सफर करता, जिससे उसकी एक रात 300 रूपये में कट जाती। एक रात में होटल में रूकने पर 1200 रुपये लगता था।

पुलिस ने पहले भानु को पकड़ा

पुलिस ने जब साथी भानु प्रताप को ढूंढ लिया तो भानू प्रताप ने उसने सब कुछ बता दिया था कि मथुरा मत आना । पर्याप्त सावधानी के बाद भी पुलिस ने खोज लिया। दोनों ने धोखाधडी कर अपने घर वालों से फिरौती का रूपया वसूलकर बडी गलती की है। इस घटना का अनावरण करने एवं शातिर अपहृत इंजीनियरिंग छात्र तक पुलिस के पहुंचने का सफर काफी रोमांचक है। पुलिस ने गाजियाबाद के कॉलेज में संपर्क किया तो वहां पर जानकारी मिली के युवक ने कॉलेज में फीस जमा नहीं की, फर्जी रसीद घरवालों को दिखा दी।



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