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यूपी सरकार फेलः यहां आइसोलेशन वार्ड में उपचार के अभाव में निकला दम
वह टीबी तथा सांस के रोग से पीड़ित था। उसका शनिवार को सैंपल लेकर अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज भेजा था । जिसकी रिपोर्ट अभी तक वापस नहीं आई है। मृतक का शव उसके परिजनों को सौंपा गया।
एटा: जनपद के थाना कोतवाली नगर क्षेत्र के मोहल्ला मारहरा गेट निवासी 45 वर्षीय संजीव वार्ष्णेय की आज एटा के जिला चिकित्सालय स्थित आइसोलेशन वार्ड में मौत हो गई। वह दवा का व्यवसाय करते थे ।
ओपीडी आदि स्थानों का निरीक्षण किया गया
आज अलीगढ़ मंडल के एडी स्वास्थ्य डा एन पी सिंह ने प्रातः 9 45 पर जिला चिकित्सालय में ओपीडी आदि स्थानों का निरीक्षण किया गया किंतु जिला चिकित्सालय के आइशोलोशन वार्ड में अंकित संदीप वार्ष्णेय की मौत के समय केअनुसार उसकी मौत 10 बजे हुई उस समय जिला चिकित्सालय में एडी भी मौजूद थे किंतु किसी को मौत की खबर तक न लगी। जबकि संजीव की मौत की खबर प्रातः काल की है। उसे साँस लेने में परेशानी होती रही और वार्ड में कोई भी कर्मचारी के न होने के कारण उसे उपचार नहीं मिल सका।
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मौत की नहीं मिली जानकारी
एडी स्वास्थ्य ने फोन पर वार्ता करने पर बताया कि निरीक्षण के दौरान उन्हें किसी भी कोरोना संदिग्ध की आइशोलोशन वार्ड में मौत होने की कोई जानकारी नहीं दी गई। जो कि उन्हें देनी चाहिए थी । साथ ही सीएम एस दारा मौत का सही समय न बता पाते एवं वैन्टीलैटर होने के बाद भी उसे वैन्टीलैटर पर न रखने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मौत के समय व उपचार में लापरवाही तथा घटना छिपाने की जांच करायी जायेगी।
मुख्य चिकित्साधिकारी अजय अग्रवाल ने प्रकरण की जांच कराने एवं सीएमएस से बात न हो पाने की बात कही है । उन्होंने कहा कि बस होने पर सही जानकारी दे दी जायेगी। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक राजेश अग्रवाल ने बताया कि आज लगभग 11:30 बजे आइसोलेशन वार्ड में भर्ती संजीव वार्ष्णेय नामक युवक की उपचार के दौरान मौत हो गई है।
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मृतक का शव उसके परिजनों को सौंपा
वह टीबी तथा सांस के रोग से पीड़ित था। उसका शनिवार को सैंपल लेकर अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज भेजा था । जिसकी रिपोर्ट अभी तक वापस नहीं आई है। मृतक का शव उसके परिजनों को सौंपा गया। वहीं मृतक के परिजनों ने सीएमएस पर संजीव का सही उपचार न करने का आरोप लगाते हुए कहा कि मेरे पुत्र की मौत 11:30 बजे नहीं प्रातः हुई है उसे सांस लेने में दिक्कत के उपरांत भी चिकित्सक द्वारा न तो उसका कोई उपचार किया गया और न ही उसे वेंटिलेटर पर रखा गया अगर उसे वेंटीलेटर पर रखकर सही उपचार किया जाता तो उसकी जान बच जाती।
रिपोर्ट छुपाने का लगाया आरोप
चिकित्सालय की लापरवाही एवं उपचार न करने के बाद परिजनों ने उसकी कोरोना रिपोर्ट को छुपाने का आरोप लगाते हुए कोरोना की स्पष्ट रिपोर्ट न आने तक मृतक का शव लेने से इनकार कर दिया तथा शीघ्र ही जांच रिपोर्ट तथा चिकित्सालय में उपचार न करने की जांच की मांग की हैं। वही सीएमएस मृतक का शव 12 बजे उसके परिजनों को देने का दबाव बना रहे थे किंतु परिवार के लोग बिना रिपोर्ट के शव लेने को तैयार नहीं थे दोपहर तीन बजे तक मृतक का शव आइशोलोशन वार्ड में रखा अपने अंन्तिम संस्कार का इंतजार कर रहा.था।
आइसोलेशन वार्ड के बाहर तैनात पुलिसकर्मियों ने बताया की प्रातः में कोई व्यक्ति बाहर नहीं आया है। शव व अन्य मरीज भी अन्दर ही होंगे। किसी की प्रातः से ही मौत हो ने की सूचना है ।
रिपोर्टर- सुनील मिश्रा, एटा
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