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शातिर निकली युवती: रेप का आरोप लगाकर कर रही थी ब्लैकमेल, ऐसे खुला राज

जनपद के थाना रिजोर में एक कथित किशोरी द्वारा पहले तो एक युवक के खिलाफ दुष्कर्म के आरोप लगाया गया। फिर इसी आरोप में उसके भाई के खिलाफ दुष्कर्म का आरोप लगाकर उसे जेल भी भिजवाया दिया

Newstrack
Published on: 1 Aug 2020 10:23 AM IST
शातिर निकली युवती: रेप का आरोप लगाकर कर रही थी ब्लैकमेल, ऐसे खुला राज
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एटा: जनपद के थाना रिजोर में एक कथित किशोरी द्वारा पहले तो एक युवक के खिलाफ दुष्कर्म के आरोप लगाया गया। फिर इसी आरोप में उसके भाई के खिलाफ दुष्कर्म का आरोप लगाकर उसे जेल भी भिजवाया दिया।

उसके बाद जेल गए युवक के सिपाही भाई को ब्लैकमेल कर रही कथित पीड़िता उस समय स्वयं फस गई जब अपने को एक संगठन संचालिका बताने वाली काजल जादौन ने उसे ब्लैकमेल की राशि दो लाख नगद व 18 लाख के चेक देने के बहाने पुलिस कार्यालय के पीछे स्टेट बैंक पर बुला लिया और पूरी घटना के रुपए का बैग लेने से लेकर चप्पल छोड़कर भागने तक की रिकॉर्डिंग बनाकर कोतवाली नगर पुलिस के हवाले कर दी।

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पुलिस द्वारा सुनियोजित तरीके से आधे घंटे में युवती को थाने में बुला लिया किंतु इस बीच में बैग में रखे दो लाख रुपए गायब हो गए। अब इस पर न तो पुलिस बोलने को तैयार है और न रुपए लेने वाली ब्लैकमेलर। अब पुलिस से मिलकर घटना की रिकार्डिंग करनेवाली मीडिया व शिकायत कर्ता स्वयंसेवी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की धमकी दे शिकायत वापस करने का दबाव बनाया जा रहा है।

इस घटना के समय स्टेट बैंक के सामने एक क्षेत्राधिकारी की गाड़ी निकलने पर समाज सेविका व अन्य लोगों ने क्षेत्राधिकारी के गाड़ी को रोकना चाहा किंतु वह नहीं रुके और घटना को अनदेखी कर वहां से निकल गए। इसकी रिकॉर्डिंग भी घटना के समय करते समय हुईं है। जिसमें उन क्षेत्राधिकारी की गाड़ी निकलती देखी जा सकती है।

पुलिस कांस्टेबल है आरोपी संदीप

पीड़ित के परिजनों ने बताया कि जनपद के रिजोर थाना क्षेत्र के ग्राम रजकोट की रहनेवाली एक कथित पीड़िता के पिता ने 22 जून 2019 को प्राथमिकी अंकित कराते हुए रजकोट निवासी रोहित उर्फ छंगा व संदीप पर बंधक बना दुष्कर्म की आशंका जताते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इस मामले का आरोपी संदीप फिलहाल पुलिस कांस्टेबल है।

मामला पुलिस जांच के बाद परवान चढ़ता इससे पूर्व ही पीड़िता न्यायालय पहुंच गई वहां 164 में दिए बयानों मैं उसने स्वयं को संदीप से 6 माह की गर्भवती होना तथा उसके चचेरे भाई ओमबीर द्वारा दुष्कर्म किया जाना बताते हुए कार्यवाही की मांग की तो न्यायालय ने पुलिस को प्राथमिकी दर्ज कर जांच के आदेश दिए।

इस पर पुलिस ने मामले की प्राथमिकी दर्ज कर 7 जुलाई को कथित आरोपी ओमवीर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। ‌काजल के अनुसार अब पीड़िता उसके दूसरे भाई व आरोपित संदीप को धमकाने में लग गई। वह एक ओर संदीप से ब्लैकमेल कर रकम ऐंठने का प्रयास करती। वहीं दूसरी ओर संदीप की गिरफ्तारी के लिए जिला प्रशासन से गुहार लगाती।

इस मध्य संदीप का संपर्क ग्वालियर की ज्वाला शक्ति संगठन चलाने वाली काजल जादौन से हुआ। यह बेटा बचाओ आंदोलन चला वह ऐसी लड़कियों के खिलाफ काम करती हैं जो दुष्कर्म के झूठे आरोप लगा युवकों को ब्लैकमेल का शिकार बनाती हैं।

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18 लाख रुपए में समझौता हुआ

काजल जादौन ने पीड़ित की बहन बनकर पीड़िता के बात की तथा उनके व कथित दुष्कर्म पीड़िता युवती के मध्य 18 लाख रुपए में समझौता हुआ। इसे देने के बहाने पीड़िता को स्टेट बैंक बुलाया जहां दो लाख नगद व नौ-नौ लाख के दो चेक एक बैग में रखकर कथित पीड़िता को सोंपे और उसे रूपए गिन लेने को कहा तो उसने बैंग साथ आते युवक को सौंप दिया।

बाद में अपनी रिकार्डिंग होते देख कथित युवती समाज सेविका पर हावी हो हाथापाई पर उतर आई और मय रूपयों के बैग के उसका साथी व वह भाग गयी। इस लेन-देन की सूचना समाज सेविका ने घटना से पूर्व एटा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिंह को आवश्यक कार्रवाई हेतु फोन पर पूरी जानकारी देकर की गई तथा बाद में पुलिस द्वारा सपोर्ट न करने पर आयुक्त अलीगढ़ मंडल को पूरी जानकारी फोन पर दी।

प्रभारी निरीक्षक कोतवाली नगर अशोक कुमार सिंह ने काजल जादौन की तहरीर पर प्राथमिकी दर्ज करने की बात बताई गई है। उन्होंने बताया कि घटना की जांच प्रारंभ कर दी गई है।

लाख टके का सवाल कहां है दो लाख?

किंतु आश्चर्य कोतवाली नगर को दो लाख नगदी व 18 लाख के चेक सौंपने और तत्काल ही पुलिस द्वारा नाटकीय ढंग से कथित महिला को बरामद करने के बावजूद दो लाख की नगदी पुलिस द्वारा नहीं कबूली जा रही है। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि इस कथित पीड़िता ब्लैकमेलर से मिले दो लाख आखिर किसके पास हैं?

रिपोर्ट: सुनील मिश्रा

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