×

महिला दिवस पर जिला प्रशासन की पहल, एटा की अंशिका बनीं एक दिन की SDM

जनपद मुख्यालय तहसील परिसर स्थित उप जिलाधिकारी कार्यालय परआज राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर जिला प्रशासन ने नई पहल कर महिलाओं व बच्चियों का उत्साह वर्धन व प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से कक्षा 6 की छात्रा को एक दिन का उप जिलाधिकारी बनाया गया।

Monika
Published on: 8 March 2021 2:38 PM GMT
महिला दिवस पर जिला प्रशासन की पहल, एटा की अंशिका बनीं एक दिन की SDM
X
राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर कक्षा 6 की छात्रा बनी एक दिन की एस डी एम

एटा: जनपद मुख्यालय तहसील परिसर स्थित उप जिलाधिकारी कार्यालय परआज राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर जिला प्रशासन ने नई पहल कर महिलाओं व बच्चियों का उत्साह वर्धन व प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से कक्षा 6 की छात्रा को एक दिन का उप जिलाधिकारी बनाया गया।

एक दिन की एसडीएम अंशिका

इस पुनीत कार्य को अंजाम एटा के उप जिलाधिकारी अबुल कलाम के नेतृत्व में दिया गया। आज की एक दिन की एसडीएम कुं आशिका मौर्या पुत्री अजय मौर्या निवासी आवास विकास कालोनी एटा कक्षा 6 की छात्रा है और एटा के सैन्ट पाॅल्स स्कूल में पढ़ती है।आज अंशिका के एस डी एम बनाये जाने पर प्रशासन ने पूरे प्रोटोकॉल का पालन किया गया। अंशिका को उसके घर से एस डी एम की सरकारी गाडी से अर्दली व गनर भेज कर बुलाया गया और कार्यालय आने पर उसका एस डी एम व तहसीलदार, नायव तहसीलदार ने स्वयं गेट पर बुके भेंटकर स्वागत किया और पूरे कार्यालय का निरीक्षण कराया गया। इस कार्य में उसके साथ स्वय उप जिलाधिकारी मौजूद रहे।

ये भी पढ़ें : केंद्र और राज्य सरकारें बेटियों के विकास के लिए चला रहीं कई योजनाएं: उपेंद्र तिवारी

इस सीट के लायक समझा गया

आज के दिन उपजिलाधिकारी कार्यालय में आने वाले फरियादियो के प्रार्थना पत्रों पर आज की प्रभारी उपजिलाधिकारी अंशिका मौर्या ने आदेश कर कार्यवाही की। एक दिन की उपजिलाधिकारी आशिका मौर्या ने कहा कि आज मुझे इस सीट के लायक समझा गया लड़कियों व महिलाओं को सैल्फ डिपेंड व खुद पर निर्भर होना चाहिए। राष्ट्रीय महिला दिवस पर बोलते हुए उसने कहा कि आज कल सरकार भी महिलाओं को लडकियों के लिए इतने कानून ला रही है उनका हमें उपयोग करना चाहिए। महिलाओं को अपनी समस्याओं से घवराना नहीं चाहिए उनका सामना करना चाहिये।

आज की उपजिलाधिकारी अशिंका मौर्या ने आठ शिकायती पत्रो पर सुनवाई कर कार्यवाही के आदेश दिए गए। शाय कार्यालय से उन्हें सरकारी वाहन से उनके चर भेज दिया गया।

रिपोर्ट- सुनील मिश्रा

ये भी पढ़ें : घर को बना दिया स्कूल, भीख मांगने वाले बच्चों में जगा रही हैं शिक्षा की अलख

Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

Next Story