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इटावा: व्यापार प्रतिनिधि मंडल की अध्यक्षता में हुई बैठक, मौजूद हुए ये लोग

व्यापारियों ने कहा देश के प्रधानमंत्री का आत्मनिर्भर भारत के सपने को शहर के अधिकारी पलीता लगांने में जुटे है। एक ओर मुर्गी पालन, कुक्कड़ पालन पर सरकार ध्यान देते हुए इनके व्यवसाय को बढ़ावा दे रहे है।

Roshni Khan
Published on: 1 March 2021 11:49 AM GMT
इटावा: व्यापार प्रतिनिधि मंडल की अध्यक्षता में हुई बैठक, मौजूद हुए ये लोग
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इटावा: व्यापार प्रतिनिधि मंडल की अध्यक्षता में हुई बैठक, मौजूद हुए ये लोग (PC: social media)

इटावा: आज शहर के एक निजी होटल में शहर में लगभग एक माह से बन्द पड़े मुर्गा व्यवसाय से जुड़े व्यपारियों ने उ.प्र.उ.व्यापार प्रतिनिधि मंडल के सदर अध्यक्ष आलोक दीक्षित की अध्यक्षता में बैठक की।

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प्रधानमंत्री का आत्मनिर्भर भारत के सपने को शहर के अधिकारी पलीता लगांने में जुटे है

व्यापारियों ने कहा देश के प्रधानमंत्री का आत्मनिर्भर भारत के सपने को शहर के अधिकारी पलीता लगांने में जुटे है। एक ओर मुर्गी पालन, कुक्कड़ पालन पर सरकार ध्यान देते हुए इनके व्यवसाय को बढ़ावा दे रहे है। और शहर की मुर्गा मीट की दुकानों कोएक माह से अधिक समय से सिटी मजिस्ट्रेट उमेश चन्द्र मिश्रा ने अपना तुगलकी फरमान जारी करते हुए बन्द करवा दी है। जबकि सिटी मजिस्ट्रेट ने इस कार्यवाही करने के बाद नॉनवेज जॉन बनाने की बात कही थी और नगर पालिका परिषद को पत्र जारी करते हुए नॉन वेज जॉन की जगह देने को कहा है। लेकिन नगर पालिका परिषद इटावा ने जगह न होने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया है।

व्यपारियों ने बैठक कर अपनी समस्याओं को रक्खा

व्यपारियों ने बैठक कर अपनी समस्याओं को रक्खा। व्यपारियों ने बताया शहर प्रशासन ने बिना उचित कारण के उनका बीसीयों साल पुराना व्यपार बन्द करा दिया है, और शहर मैं नोनवेज जोन बनाने का तुगलकी फरमान नगर पालिका को जारी कर दिया है ,जबकी नगर पालिका ईओ से जब मिला गया तो उन्होंने नगर पालिका के पास इस तरह का कोई जोन बनाने के लिये कोई जगह पालिका के पास न होने की बात कही।

शहर के करीब 35-40 मुर्गा व्यवसाई प्रशासन की बेरुखी से भुखमरी की कगार पर पंहुच चुके हैं

व्यापार मंडल के अध्यक्ष आलोक दीक्षित ने कहा कि शहर के करीब 35-40 मुर्गा व्यवसाई प्रशासन की बेरुखी से भुखमरी की कगार पर पंहुच चुके हैं, बड़ा सवाल यह है कि शहर में 10 लाख₹ प्रतिदिन का व्यापार करने वाले मुर्गे व्यवसाई किस तरह करे गुज़र बसर,करें,पहले ही लोकडाऊन मैं व्यपारी की कमर टूट चुकी है,एक तरफ सरकार रोजगार दे नहीं पा रही है और दूसरी तरफ इस व्यवसाय से जुड़े हजारों लोग बेरोजगार हो गये हैं।

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जबकि प्रदेश सरकार मुर्गी पालन व्यवसाय को बड़ाने के लिए विभिन्न योजनाओं को चला रही है, दूसरी तरफ स्थानीय प्रशासन द्वेषवश प्रदेश सरकार की मंशा के विपरीत कार्य करने को आमादा है, व्यपारी नेता ने कहा कि अगर शहर प्रशासन ने अपना तानाशाही रवैया नहीं छोडा तो व्यपार मंडल को आन्दोलन के लिये बाध्य होना पड़ेगा और मामले को प्रदेश स्तर तक ले जाना पड़ेगा, बैठक में प्रमुख रूप से शफी अहमद, कामरान खान, जैनुल आब्दीन, नईमुदीन, शमीम खान, रफीऊद्दीन,अजीम, शकीलुदीन, इमरान सिदीकी, असलम खान, हसन, जुहैब, ताजुद्दीन, यासिर, शमशाद, मुबीन, असलम, हासिम ,फईमुदीन, हामिद, कल्लू कुरैशी, पप्पू कुरैशी आदि दर्जनों व्यपारी मौजूद रहे।

रिपोर्ट- उवैश चौधरी

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