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किसान आन्दोलन: गरजे राकेश टिकैत, अन्नदाता के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं

राकेश टिकैत ने कहा कि यह विचारों की लड़ाई है। जब एक-दूसरे के विचार एक से होंगे लड़ाई खुद खत्म हो जाएगी। इस बार भाकियू सरकार से कोई वार्ता करने के मूड में नहीं है। उन्हें किसानों की समस्या का समाधान चाहिए।

Newstrack
Published on: 28 Nov 2020 3:00 PM IST
किसान आन्दोलन: गरजे राकेश टिकैत, अन्नदाता के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं
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किसान आन्दोलन: गरजे राकेश टिकैत, अन्नदाता के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं

मेरठ: केंद्र सरकार के कृषि कानून के विरोध में और अन्‍य मांगों को लेकर शनिवार की सुबह मोदीपुरम के टोल प्‍लाजा से दिल्‍ली के लिए भाकियू नेता राकेश टिकैत के नेतृत्‍व में रवाना हुआ किसानों का काफिला दोपहर में करीब एक बजे परतापुर को पार कर गया, इस मेरठ ट्रैफिक पुलिस ने परतापुर में अन्‍य वाहनों को रोके रखा, जिससे कुछ की समय में वहां पर जाम के हालात बन गए।

राकेश टिकैत अपने काफिले के साथ दिल्ली रवाना

इसके पूर्व सिवाया टोल प्लाजा पर शुक्रवार रात ठहरने के बाद भाकियू नेता राकेश टिकैत अपने काफिले के साथ शनिवार दस बजे सुबह दिल्ली के लिए रवाना हुए थे। भाकियू नेता राकेश टिकैत और अन्य किसान रात सिवाया टोल के पास भगवती कालेज में ठहरे थे। रात में किसानों के लिए खाने की व्यवस्था क्षेत्र के किसानों ने अपने घरों से लाकर की। सुबह किसानों ने कालेज में ही नाश्ता किया, जिसके बाद वह आगे बढ़े। किसान नारेबाजी करते हुए चल रहे थे। दौराला, पल्लवपुरम और कंकरखेड़ा पुलिस ने एक तरफ हाईवे के ट्रैफिक को वन वे कर दिया गया था।

अन्नदाता के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं

सिवाया टोल प्लाजा पर स्थानीय मीडिया से बातचीत में भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि अन्नदाता के साथ लगातार अन्याय बर्दाश्त नहीं होगा। देशभर में किसानों की फसलों का एक ही दाम होना चाहिए। केंद्रीय कृषि कानून का भाकियू ने पहले से ही विरोध किया है। भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत के दिल्ली कूच के एलान के बाद किसान जो कि एक दर्जन से अधिक टैक्ट्रर-ट्रालियों में सवार थे दिल्ली के लिए कूच कर गये। किसानों का कहना है कि वे दिल्ली जाएंगे और सरकार के सामने अपनी बात रखेंगे।

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किसानों की समस्या का समाधान चाहिए

राकेश टिकैत ने कहा कि यह विचारों की लड़ाई है। जब एक-दूसरे के विचार एक से होंगे लड़ाई खुद खत्म हो जाएगी। इस बार भाकियू सरकार से कोई वार्ता करने के मूड में नहीं है। उन्हें किसानों की समस्या का समाधान चाहिए। जब तक किसानों की समस्या का समाधान नहीं होगा, भाकियू कार्यकर्ता व किसान सड़क पर ऐसे ही आंदोलन करते रहेंगे। टिकैत ने कहा कि सात साल से वह सरकार को ढूंढ रहे हैं परंतु अब तक नहीं मिली। इस बार उन्हें सरकार के मिलने की उम्मीद है।

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रिपोर्ट- सुशील कुमार, मेरठ

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