हाथरस कांड में भाजपा के पूर्व विधायक ने पीड़ित परिवार पर लगाए गंभीर आरोप

भाजपा के पूर्व विधायक ने मीडिया से कहा है कि पीड़िता को उसके भाई और मां ने ही मारा है। यह पूरा मामला मारपीट का है। इसे गलत रंग दिया जा रहा है।

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Published on: 2 Oct 2020 11:40 AM GMT
हाथरस कांड में भाजपा के पूर्व विधायक ने पीड़ित परिवार पर लगाए गंभीर आरोप
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हाथरस कांड में भाजपा के पूर्व विधायक ने पीड़ित परिवार पर लगाए गंभीर आरोप (social media)

लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक राजवीर पहलवान ने हाथरस के बूलगढ़ी गांव के सामूहिक दुष्कर्म मामले में अलग ही राग अलापा है। उन्होंने आरोप लगाया है कि पीड़िता की मौत की वजह उसकी मां और भाई है। पीड़िता को घर के लोगों ने ही मार-पीट कर घायल किया है।

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पीड़िता को उसके भाई और मां ने ही मारा है

भाजपा के पूर्व विधायक ने मीडिया से कहा है कि पीड़िता को उसके भाई और मां ने ही मारा है। यह पूरा मामला मारपीट का है। इसे गलत रंग दिया जा रहा है। इससे गांव के लोगों और आस-पास के इलाकों में लोगों में खासा आक्रोश है। चारों लड़कों पर अगर मारपीट की एफआईआर होती तो कोई शिकायत नहीं होती लेकिन इस पूरे मामले में राजनीति की जा रही है और झूठे आरोपों के जरिये एक परिवार को बर्बाद किया जा रहा है। पूरे गांव और योगी सरकार को बदनाम करने की साजिश की जा रही है।

Rajveer Pahalwan Rajveer Pahalwan (social media)

इस पूरे मामले में गंदी जातिवादी राजनीति की जा रही है

उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में गंदी जातिवादी राजनीति की जा रही है। गैंगरेप का आरोप केवल बदले की भावना से लगाया गया है। उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जांच की जाए तो पता चल जाएगा कि लडकी को उसके मां व भाई ने ही मारा है। उन्होंने कहा कि पहले इस मामले में लड़की और उसकी मां के जो बयान आए हैं उनमें गैंगरेप की बात नहीं है। बाद में मामले को अलग रंग दिया गया और पूरे समाज को बदनाम करने की साजिश की गई है। पूर्व विधायक राजवीर पहलवान खुद भी ठाकुर समुदाय से आते हैं।

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दूसरी ओर मामले में आरोपी बनाए गए रामू के पिता राकेश ने आरोप लगाया है कि स्थानीय भाजपा सांसद राजवीर दिलेर और उनकी बेटी ने जातिवादी कारणों से मामले को तूल दिया है। उनके इशारे पर ही बाद में झूठी एफआईआर कराई गई है। इस पूरे मामले से उनके बेटे व परिवार के अन्य सदस्यों का लेना-देना नहीं है। पहले दिन केवल संदीप के खिलाफ एफआईआर कराई गई थी। संदीप उनके बड़े भाई का पौत्र है लेकिन आठ दिन बाद गैंगरेप की फर्जी एफआईआर कराई गई है। इस पूरे मामले में भाजपा सांसद ने ठाकुरों से दुश्मनी निभाने व जातिवादी वोट बैंक मजबूत करने के लिए साजिश रची है।

अखिलेश तिवारी

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