×

कैबिनेट मंत्री की मौत से जंग, नहीं मिल रही इलाज की सही व्यवस्था

उत्तर प्रदेश के एक पूर्व मंत्री जमुना प्रसाद बोस बीमार हैं। लोहिया कोविड अस्पताल में भर्ती हैं, लेकिन उचित इलाज़ न होने के कारण जीवन और मौत से संघर्ष कर रहे हैं।

Newstrack
Published on: 5 Sep 2020 8:14 AM GMT
कैबिनेट मंत्री की मौत से जंग, नहीं मिल रही इलाज की सही व्यवस्था
X
जीवन और मौत के बीच लड़ाई लड़ रहे पूर्व कैबिनेट मंत्री (file photo)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के एक पूर्व मंत्री जमुना प्रसाद बोस बीमार हैं। लोहिया कोविड अस्पताल में भर्ती हैं, लेकिन उचित इलाज़ न होने के कारण जीवन और मौत से संघर्ष कर रहे हैं। जमुना प्रसाद बोस जी यूपी की राजनीति में ईमानदारी और सादगी के पर्याय रहे हैं। वह स्वतंत्रता संग्राम सेनानी हैं। इसके अलावा वह आपातकाल में जेल भी गए थे और लोकतंत्र सेनानी हैं। वह चार बार विधायक होने के साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री रहें हैं। इसके बाद भी उन्हें इलाज की वह व्यवस्था भी नहीं मिल पा रही है जबकि राज्य सरकार रोज इलाज के लिए तरह तरह के दावे कर रही है।

ये भी पढ़ें:ड्रग्स का बॉलीवुड कनेक्शन: फंसे ये एक्टर्स, गिरफ्तारी पर बड़ा खुलासा

Jamuna Prasad Bose Jamuna Prasad Bose (file photo)

बोस जी के परिजन लोहिया कोविड अस्पताल के बाहर परेशान होकर भटक रहे हैं

हालत यह है कि बोस जी के परिजन लोहिया कोविड अस्पताल के बाहर परेशान होकर भटक रहे हैं। इस बारे में गाँधी जयन्ती समारोह ट्रस्ट, बाराबंकी के अध्यक्ष राजनाथ शर्मा ने बताया कि कि इलाज को लेकर यही लापरवाही और हृदयहीनता रही तो बोस जी का बचना मुश्किल होगा। कोविड प्रशासन के अवगत होने के बाद भी कान में जून नहीं रेक रही है है। राजनाथ शर्मा के अनुसार बोस जी का बाँदा के अस्पताल में इलाज चल रहा था। स्थिति गम्भीर होने पर उनको लखनऊ भेजा गया। उन्हें लोहिया के इमरजेंसी में भर्ती होना था लेकिन जगह न होने के कारण वह लोहिया की जगह गोमती नगर के हार्ट सिटी असपताल में भर्ती होना पड़ा । वहाँ उनकी कोरोना जांच पॉजिटिव आई इसलिए उन्हें मजबूरी में लोहिया के कोविड अस्पताल भर्ती करना पड़ा।

Jamuna Prasad Bose Jamuna Prasad Bose (file photo)

ये भी पढ़ें:महिलाओं को गंदी निगाह से देखता था ये पूर्व राष्ट्रपति, किस्से सुनकर दंग रह जाएंगे

बोस जी की उम्र 95-96 की है। वह अपनी पीड़ा भी बताने के स्थिति में नहीं है। उनके किसी परिजन को उनके साथ नहीं रहने दिया जा रहा है। यह स्थिति उन्हें और बेचैन करेगी। फिर वही होगा जिसे सोच कर रोना आता है।राजनाथ शर्मा का कहना है कि जब स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, लोकतंत्र सेनानी, मंत्री व विधायक रहे जमुना प्रसाद बोस का इलाज ठीक तरीके से नहीं हो पा रहा है तो आम व्यक्ति की स्थिति क्या होगी, इसकी केवल कल्पना की जा सकती है। उनका कहना है कि राज्य सरकार को तत्काल इस प्रकरण को संज्ञान में लेना चाहिए और उसे जमुना प्रसाद के इलाज की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करनी चाहिए। उन्हें स्पेशल वार्ड में कोरेंटाइन कराया जाना चाहिए।

श्रीधर अग्निहोत्री

दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Newstrack

Newstrack

Next Story