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जानें क्योें पूर्व फौजी ने कहा- 1 दिन के लिए SP को सरहद पर तैनात कर दो पता चल जाएगा
वहीं डीएम अमृत त्रिपाठी का कहना है कि ग्राम प्रधान का मारपीट का मामला संज्ञान मे आया है। इस मामले मे एसपी से बात हुइ है। ग्रामीण प्रधान को आश्वस्त किया है कि निष्पक्ष जांच कराकर कार्यवाई की जाएगी।
शाहजहांपुर: ग्राम प्रधान का कोटेदार से राशन बांटने को लेकर विवाद इतना बङा कि कोटेदार के साथियों ने ग्राम प्रधान की जमकर पिटाई कर दी। ग्राम प्रधान पूर्व फौजी भी रहे चुके है।
पुलिस ने बङा खेल करते हुए पीङित ग्राम प्रधान पर ही एफआईआर दर्ज कर दी। जिसके बाद दर्जनों ग्रामिणों के साथ ग्राम प्रधान ने एसपी आफिस का घेराव कर दिया। ग्राम प्रधान के दो बेटे भी फौज मे है। एक बेटा लेह मे तो दूसरा बेटा श्रीनगर मे तैनात है। आरोप है कि जब बेटे ने एसपी से बात की तो एसपी ने फोन उठाकर बाद मे बात करने की बात कहकर फोन काट दिया। फिलहाल अब मामले ने तूल पकड़ा तो डीएम ने कार्यवाई का आश्वासन दिया है।
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एसपी आफिस का घेराव करते हुए दर्जनों ग्रामिण थाना जलालाबाद के याकूबपुर गांव के है। ये सभी अपने ग्राम प्रधान श्याम किशोर अग्निहोत्री का विवाद गांव के रहने वाले दबंग रामदीन, अनिल सिंह, सत्यम सिंह और विनोद सिंह से विवाद हो गया। ग्राम प्रधान का कहना है कि गांव मे कोटेदार राशन नही बांट रहा था। इसी बात का विरोध किया। लेकिन कोटेदार के साथियों ने उसे साथ जमकर मारपीट की। इसके बाद जब उसने थाने मे शिकायत की तो पुलिस ने उल्टा हमे ही धमकाना शुरू कर दिया।
हालांकि पुलिस ने मेरी तहरीर के आधार पर मुकदमा तो दर्ज कर लिया। लेकिन उसके बाद आरोपियों की तहरीर के आधार पर मेरे उपर भी मुकदमा दर्ज कर लिया। अब आरोपी जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। न्याय पाने के लिए हमारे साथ गांव के दर्जनों ग्रामिण एसपी आफिस आए। यहां से तब तक नही जाएंगे जब तक हमे न्याय नही मिल जाता। वही पीङित ग्राम प्रधान ने डीएम से बात की तो उन्होंने निष्पक्ष जांच कराकर कार्यवाई की बात की है।
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पीङित ग्राम प्रधान पूर्व फौजी है। उनके दो बेटे भी फौज मे तैनात है। एक बेटा लेह मे तो दूसरा बेटा श्रीनगर मे तैनात है। पीड़ित ग्राम प्रधान का कहना है कि श्रीनगर मे तैनात बेटे को जब पता चाल कि मेरे उपर हमला हुआ है। उसके बाद बेटे ने सरहद से तैनात एसपी एस चिनप्पा को फोन किया लेकिन एसपी ने फोन उठाया और बाद मे बात करने का कहकर फोन काट दिया। पीड़ित का कहना है कि एसपी एसी आफिस मे बैठकर फोन पर बात करने का वक्त नही है। एसपी को भी सरहद मे तैनात करों। जब दूसरी तरफ से गोलियां आती है तब पता चलेगा कि फौजी क्या होता है।
वहीं डीएम अमृत त्रिपाठी का कहना है कि ग्राम प्रधान का मारपीट का मामला संज्ञान मे आया है। इस मामले मे एसपी से बात हुइ है। ग्रामीण प्रधान को आश्वस्त किया है कि निष्पक्ष जांच कराकर कार्यवाई की जाएगी।
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