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UP तबाही के इंतजार में: इन शहरों में भगवान भरोसे भवन, सरकार की आँखें बंद

सीएम योगी आदित्यनाथ ने जर्जर भवनों को गिराने का बड़ा आदेश दिया था। जिसका सबसे ज्यादा असर गोरखपुर पर पड़ेगा। ऐसे में यहां पर नगर निगम ने 117 भवन ऐसे चिह्नित किए हैं, जो पूरी तरह से जर्जर हैं।

Vidushi Mishra
Published on: 7 Jan 2021 1:21 PM GMT
UP तबाही के इंतजार में: इन शहरों में भगवान भरोसे भवन, सरकार की आँखें बंद
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अधिकतर भवनों की दीवारों व छत से प्लास्टर उखड़ चुके हैं। सरिया बाहर आ गया है। रेलिंग टूटकर गिर चुकी हैं। बरसात के दिनों में छत से पानी टपकता है।

गोरखपुर: गाजियाबाद के श्मशान घाट में छत की दीवार गिरने से हुई मौतों पर चिंतित सीएम योगी आदित्यनाथ ने जर्जर भवनों को गिराने का बड़ा आदेश दिया था। जिसका सबसे ज्यादा असर गोरखपुर पर पड़ेगा। ऐसे में यहां पर नगर निगम ने 117 भवन ऐसे चिह्नित किए हैं, जो पूरी तरह से जर्जर हैं। जजर्र हो चुके भवन जो अपनी उम्र पूरी कर चुके है इन भवनों में परिवार सहित लोग जान जोखिम में डालकर रह रहे हैं। अब कमिश्नर व जिलाधिकारी को निरीक्षण करके जर्जर भवनों को ढहाने का आदेश मिला है।

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लोग जर्जर भवनों में रह रहे

ऐसे में नगर निगम परिक्षेत्र में 70 वार्ड हैं। इन वार्डों में 117 भवन जर्जर हैं, जो कभी भी गिर सकते हैं। जबकि इन भवनों को खाली करने का नोटिस दिया गया, लेकिन कोई बहुत खास असर नहीं पड़ा। अब भी लोग जर्जर भवनों में रह रहे हैं।

इस बारे में खाली न करने का कारण पूछने पर कहते हैं कि महंगाई इतनी ज्यादा है। घर छोड़कर कहां चले जाएं। दोबारा घर बनवाना चाहें तो लाखों रुपये खर्च होंगे। लिहाजा, जान जोखिम में डालकर जर्जर भवन में रह रहे हैं।

तमाम जर्जर भवन बाजारों में भी हैं। ऊपरी हिस्से में परिवार सहित लोग रहते हैं तो उसके निचले हिस्से में दुकानें हैं। खरीदारों की ज्यादातर भीड़ लगी रहती है। जर्जर भवन से संबंधित कोई नया आदेश शासन से नहीं आया है, हालाकिं मुख्यमंत्री के मौखिक आदेश पर नगर निगम ने जर्जर भवनों को खाली कराने की तैयारी शुरू कर दी है।

cm yogi फोटो-सोशल मीडिया

वहीं नगर निगम के रिकार्ड के अनुसार, शहर में सबसे ज्यादा जर्जर भवन तिवारीपुर और माधोपुर इलाके में हैं। ये इलाका पुराना है। अधिकतर भवनों की दीवारों व छत से प्लास्टर उखड़ चुके हैं। सरिया बाहर आ गया है। रेलिंग टूटकर गिर चुकी हैं। बरसात के दिनों में छत से पानी टपकता है। इसके बावजूद लोग रहते हैं।

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वार्ड संख्या वार्ड का नाम भवनों की संख्या

55 अलहदादपुर 03

32 माधोपुर 40

58 तिवारीपुर 25

68 गोरखनाथ 2

38 दिलेजाकरपुर 1

39 धर्मशाला बाजार 1

40 दीवान बाजार 3

51 इस्माइलपुर 2

53 काजीपुर 1

35 बसंतपुर 1

64 चक्सा हुसैन 8

11 हुमायूंपुर 1

59 हासुपुर 1

67 काली बाड़ी मंदिर 1

18 जंगल तुलसी राम 2

04 मानवेला 4

09 बशारतपुर 1

06 चरगांवा 1

54 भेड़ियागढ़ 3

31 असुरन 2

48 सूर्यकुंड 3

33 रसूलपुर 1

इसी कड़ी में नगर निगम के चीफ इंजीनियर सुरेश चंद ने बताया कि नगर निगम का निर्माण विभाग जर्जर भवनों का सर्वे कराता है। अब तक 117 भवन चिह्नित किए गए हैं। कुछ खाली करने तो कुछ को दोबारा मरम्मत कराने के लिए कहा गया है।

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Vidushi Mishra

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