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Ghosi Bypoll 2023 : घोसी उपचुनाव में कांग्रेस का बड़ा फैसला, समाजवादी पार्टी के समर्थन का ऐलान, I.N.D.I.A की परीक्षा !
Ghosi Bypoll 2023 Update: कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने समर्थन पत्र जारी कर कहा है कि, समाजवादी पार्टी INDIA गठबंधन का हिस्सा है। इसलिए उनकी पार्टी कांग्रेस घोसी विधानसभा के होने वाले उप-चुनाव में समाजवादी पार्टी प्रत्याशी को समर्थन प्रदान करती है।
Ghosi Bypoll 2023: I.N.D.I.A. गठबंधन मूर्त रूप लेता नजर आ रहा है। कांग्रेस पार्टी ने घोसी निर्वाचन क्षेत्र में आगामी 5 सितंबर को होने वाले विधानसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) को समर्थन देने की घोषणा की है। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नए अध्यक्ष अजय राय (Ajay Rai) ने शनिवार (26 अगस्त) को समर्थन का ऐलान किया।
अजय राय ने समर्थन पत्र जारी कर कहा कि, समाजवादी पार्टी 'इंडिया गठबंधन' का हिस्सा है। इसलिए 5 सितंबर 2023 को यूपी के मऊ जिले के तहत 354-घोसी विधानसभा के होने वाले उप-चुनाव में कांग्रेस पार्टी सपा के प्रत्याशी को अपना समर्थन देगी। कांग्रेस अपने सभी कार्यकर्ताओं का आह्वान करती है कि वो सपा के उम्मीदवार को पूर्ण सहयोग दें।
दारा सिंह चौहान vs सुधाकर सिंह
आपको बता दें, 2024 लोकसभा चुनाव से पहले घोसी विधानसभा उप चुनाव को सेमीफाइनल के तौर पर देखा जा रहा है। इसलिए सभी पार्टियों ने अपनी ताकत झोंक दी है। ज्ञात हो, ये सीट पूर्व मंत्री दारा सिंह चौहान (Dara Singh Chauhan) के इस्तीफा देने से खाली हुई है। प्रदेश की प्रमुख विपक्षी पार्टी समाजवादी पार्टी ने घोसी विधानसभा उपचुनाव के लिए अपने प्रत्याशी सुधाकर सिंह (Sudhakar Singh) को मैदान में उतारा है। वहीं, सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने दारा सिंह चौहान पर दांव लगाया है।
सपा के बड़े नेताओं ने घोसी में डाला डेरा
बीजेपी की 'व्यूहरचना' तो INDIA की 'परीक्षा'
घोसी उपचुनाव में बीजेपी उम्मीदवार दारा सिंह चौहान और सपा उम्मीदवार सुधाकर सिंह के बीच मुख्य मुकाबला है। यूपी में 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के टिकट पर घोसी से विधायक चुने गए दारा सिंह चौहान की पिछले दिनों बीजेपी में 'घर वापसी' हुई। भाजपा में लौटने की वजह से उन्हें विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र देने पड़ा था। घोसी विधानसभा सीट पर जीत के लिए बीजेपी भी 'व्यूहरचना' में जुटी है। वोटर को अपने पक्ष में करने के लिए भाजपा संगठन स्तर पर काफी पर काफी सक्रिय है। 2024 लोकसभा चुनाव से पहले इंडिया गठबंधन की भी परीक्षा है। कुल मिलाकर कहें तो घोसी उपचुनाव में कई एक्सपेरिमेंट हो रहे हैं, जिससे राजनीतिक दलों को आगे की रणनीति बनाने के लिए एक आधार मिल जाएगा।