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राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने लोगों को मन से पुलिस का डर निकालने की दी सीख

गुरूवार को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आंनदीबेन पटेल ने संचेडी थाने का निरीक्षण किया। थाने के एफआइआर रजिस्टर और महिला उत्पीड़न के मामलो की जानकारी ली। इसके साथ ही परिषदीय स्कूल के बच्चो से संवाद किया। राज्यपाल ने बच्चो को नसीहत दी कि पुलिस का डर मन से निकाल देना है।

Roshni Khan
Published on: 19 April 2023 8:48 PM GMT
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने लोगों को मन से पुलिस का डर निकालने की दी सीख
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कानपुर: गुरूवार को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आंनदीबेन पटेल ने संचेडी थाने का निरीक्षण किया। थाने के एफआइआर रजिस्टर और महिला उत्पीड़न के मामलो की जानकारी ली। इसके साथ ही परिषदीय स्कूल के बच्चो से संवाद किया। राज्यपाल ने बच्चो को नसीहत दी कि पुलिस का डर मन से निकाल देना है। बच्चो से बोली कि आप ने थाने का निरीक्षण किया है इस पर 'पुलिस थाना विजिट' नाम का निबंध लिखना है।

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राज्यपाल आंनदीबेन पटेल दो दिन के कानपुर प्रवास पर

राज्यपाल आंनदीबेन पटेल दो दिन के कानपुर प्रवास पर है। प्रवास के दूसने दिन महामहिम ने संचेडी थाने का निरीक्षण किया है। थाने के रखरखाव और मुंशियाने पर जाकर सिपाहियों से मुलाकात की। इसके साथ ही थाना परिसर में वृक्षा रोपण किया। उन्होने परिषदीय स्कूल के बच्चो से मुलाकात की। बच्चो ने राज्यपाल से कई सवाल पूछे और महामहिम ने भी बड़ी सहजता से बच्चो के सवालो का जवाब दिया।

बच्चो का संबोधित करते हुए कहा कि आप लोगो ने थाने का विजिट किया है। यदि आप लोगो से कहा जाए कि इस पर निबंध लिखो तो क्या लिखेंगे। यदि हमें कुछ लिखना है कि तो पुलिस थाने पर जाए, मंदिर जाए, हास्पिटल जाए तो हमारी आंख खुली होनी चाहिए। आप के अंदर जिज्ञासा होनी चाहिए जैसे थाने में आप लोग आए है तो देखा कि पुरूषो को यहां रखा जाता है तो क्या महिलाओं को भी यहां रखा जाता है क्या।

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जब भी आप कहीं विजिट करें तो आप की नजर इर्दगिर्द होनी चाहिए। यदि अच्छी तरह से निरीक्षण करोगे तो अच्छी तरह से बोल पाओगे और लिख भी सकते हो। समान्यता ये देखा गया है कि बच्चो को पुलिस से डर लगता है। कभी गांव में पुलिस आती है तो देखकर छिप जाते होगे। बच्चो के अंदर यह डर नहीं होना चाहिए। यदि आप बैठेंगे तो और चर्चा करेंगे कि हमारी सुरक्षा के लिए पुलिस क्या कर रही है तो आप के मन में जो डर है वो खत्म हो जाएगा।

रास्ते में पुलिस जा रही है और पीछे कोई लड़का परेशान कर रहा है तो पुलिस से अपनी समस्या बता सकते है। उन्होने कहा कि एक वादा करो कि आप ने आज पुलिस थाने में जो भी देखा सुना उसे अपने स्कूल के बच्चो से साझा करना है। आप को एक निबंध लिखना है पुलिस थाने की विजिट। जिसने भी अच्छा लिखा निबंध उनमें से तीन बच्चो के नाम पुलिस को देना है। पुलिस अधिकारी थाने जाकर बच्चो को संम्मानित किया जाएगा।

एक छात्रा ने बताया कि यदि मुझे परेशान करता है तो पुलिस को डायल 100 पर सूचना देगे। 1090 पर भी शिकायत कर सकते है।

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एक छात्रा ने पूछा कि यदि कोई पुरूष जुर्म करता है तो उसे 24 घंटे के लिए हवालात में रखा जाता है। इसके बाद उसे जेल भेज दिया जाता है। लेकिन महिलाओ के लिए क्या प्रावधान है इसकी जानकारी दी जाए।

बच्ची के इस सवाल का जवाब एसपी साउथ रवीना त्यागी ने दिया। उन्होने कहा कि किसी भी महिला को थाने पर रखा नहीं जा सकता है। इस पर राज्यपाल ने एसपी को टोकते हुए कहा कि थाने पर नहीं हवालात पर। उन्होन इस पर कहा कि सूर्य अस्त से लेकर सूर्य अस्त तक महिला को हवालात पर नहीं रखा जा सकता है। यदि जरूरत पड़ती है तो महिला के अवास पर पुलिस कर्मी रखे जा सकते है।

Roshni Khan

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