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टिड्डीदल का अटैक: फिर झाँसी में बोला धावा, फसलों का भारी नुकसान
शुक्रवार को दोपहर के समय रक्सा, ढिकौली सहित कई गांवों में टिड्डियों ने हमला बोल दिया। ग्रामीणों ने टिड्डियों को भगाने का प्रयास किया पर उन्हें बहुत अधिक सफलता नहीं मिली।
झाँसी। मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले की ओर से एक बड़े टिड्डी दल ने रक्सा और उसके आसपास गांवों में प्रवेश कर जमकर उत्पात मचाया। लाखों की संख्या में टिड्डियों को आसमान में उड़ता देख ग्रामीण दहशत में आ गए। देखते ही देखते टिड्डी दल ने कई गांवों की फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया।
थाली व बर्तन बजाकर भगाने की कोशिश की
कोरोना वायरस के संक्रमण काल से अभी आम जनमानस उभर भी नहीं पाया है कि टिड्डियों ने लोगों की मुसीबतों को बढ़ा दिया है। शुक्रवार को दोपहर के समय रक्सा, ढिकौली सहित कई गांवों में टिड्डियों ने हमला बोल दिया। ग्रामीणों ने टिड्डियों को भगाने का प्रयास किया पर उन्हें बहुत अधिक सफलता नहीं मिली। गांवों के खेतों में लगी सब्जियों और ज्वार, मक्का की फसलों को टिड्डियों ने काफी नुकसान पहुंचाया। टिड्डियों ने कई खेतों को फसलों को सफाचट्ट कर दिया और आगे की ओर बढ़ गई। वहीं, टिड्डियों के पहुंचते ही किसान घरों से बाहर निकाल आए शोर मचाना शुरू कर दिया। ढोल, थाली, बर्तन बजाकर उनको भगाने की कोशिश की।
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रसायनों का भी छिड़काव शुरू करवाया
टिड्डियों के हमले की सूचना मिलते ही मौके पर उप निदेशक कमल कटियार एवं कृषि रक्षा अधिकारी विवेक कुमार की अगुवाई में कृषि रक्षा एवं केंद्रीय टीम भी फायर टेंडर जैसे उपकरण लेकर मौके पर पहुंच गई। टीम ने वहां रसायनों का भी छिड़काव शुरू करा दिया। यहां टिड्डियों को खत्म करने के लिए ऊपर से भी छिड़काव की कोशिश की जा रही है। कृषि रक्षा अधिकारी विवेक कुमार के मुताबिक टिड्डी दल के खात्मे के लिए शाम को उनके नीचे बैठने पर रसायन का छिड़काव किया जाएगा।
ट्यूशन पढ़ाने की अनुमति दिए जाने की मांग
बुंदेलखंड जन शिक्षा सामाजिक उत्थान समिति ने सदर विधायक रवि शर्मा के माध्यम से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ज्ञापन भेजा गया। ज्ञापन में मुख्यमंत्री से प्राइवेट ट्यूटर्स एवं टीचर्स को ट्यूशन पढ़ाने की अनुमति देने का निवेदन किया गया। कॉविड 19 संकटकाल के कारण मार्च से प्राइवेट ट्यूटर्स एवं टीचर्स की आय का श्रोत बंद है। इसके कारण उनकी आर्थिक स्थिति अत्यंत खराब हो चुकी है। मुख्यमंत्री से मांग की गई कि प्राइवेट ट्यूटर्स एवं टीचर्स को भारत सरकार एवं स्वास्थ्य मंत्रालय के नियमों का पालन करते हुए ट्यूशन पढ़ाने की अनुमति दी जाए।
उत्तर प्रदेश में हजारों ऐसे नवयुवक है जो प्राइवेट टीचर्स के रूप में ट्यूशन पढ़ाकर अपनी जीविका चलाते हैं परंतु मार्च महीने से उनकी आय के साधन बंद है जिससे उनकी आर्थिक स्थिति अत्यंत खराब हो गई है अनेकों प्राइवेट ट्यूटर्स मजदूरी करने को विवश हो गए हैं। ज्ञापन के माध्यम से मुख्यमंत्री से मांग की गई कि प्राइवेट टीचर एवं ट्यूटर्स को भी कोविड-19 संकट से उबरने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जाए। इस दौरान समिति के अध्यक्ष तरुण अरोड़ा एवं प्राइवेट ट्यूटर्स, टीचर्स उपस्थित रहे इसमें पंकज जैन , रास्ती अली, अमित श्रीवास्तव, नीरज पाल, वरुण कुमार, गोपाल रावत, विवेक शाक्य उपस्थित रहे।
रिपोर्टर- बी के कुशवाहा, झाँसी
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