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हाथरस DM पर एक्शन: मुख्यमंत्री योगी को सौंपी रिपोर्ट, होगी तगड़ी कार्रवाई
हाथरस कांड में गठित की गई एसआईटी की टीम ने अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंप दी है। अब मुख्यमंत्री इस रिपोर्ट के आधार पर अगली कार्रवाई तय करेंगे। आज ही इलाहाबाद हाईकोर्ट की सुनवाई भी होनी है जिसमें इस रिपोर्ट को रखा जा सकता है।
लखनऊ। प्रदेश की राजनीति को हिला देने वाले हाथरस कांड में गठित की गई एसआईटी की टीम ने अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंप दी है। अब मुख्यमंत्री इस रिपोर्ट के आधार पर अगली कार्रवाई तय करेंगे। आज ही इलाहाबाद हाईकोर्ट की सुनवाई भी होनी है जिसमें इस रिपोर्ट को रखा जा सकता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसके पहले इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन कराया था, जिसकी रिपोर्ट एक सप्ताह में देनी थी बाद में रिपोर्ट सौपनी थी बाद में योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद उसका समय बढाया गया था। गृह सचिव भगवान स्वरूप की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय एसआईटी टीम मामले की जांच कर रही है।
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एसपी, डीएसपी, इंस्पेक्टर व कुछ अन्य के सस्पेंशन
तीन सदस्यीय एसआईटी की टीम में अध्यक्ष सचिव गृह, भगवान स्वरूप के अलावा पुलिस उप महानिरीक्षक चंद्रप्रकाश व सेनानायक,पीएसी आगरा, पूनम सदस्य है। एसआईटी अपनी पहली रिपोर्ट मुख्यमंत्री को दे चुकी है जिसके आधार पर एसपी समेत पांच पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है।
फोटो-सोशल मीडिया
पिछले महीने ही मुख्यमंत्री ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस मामले की गंभीरता से लेते हुए प्राथमिक जांच रिपोर्ट के आधार पर मौजूदा एसपी, डीएसपी, इंस्पेक्टर व कुछ अन्य के खिलाफ सस्पेंशन की कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा वादी प्रतिवादी तथा इस कांड से जुडे प्रशासनिक अधिकारियों के नारको एवं पॉलीग्राफ टेस्ट भी कराने की बात कही थी।
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पूरे मामले में मांगा स्पष्टीकरण
अब माना जा रहा है कि इस रिपोर्ट के आधार पर डीएम पर कार्रवाई भी हो सकती है। हाथरस कांड पर सोमवार को ही इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में सुनवाई होनी है। इस दौरान गृह सचिव तरुण गाबा, एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार की ओर से हलफनामा दाखिल किया जाना है।
उल्लेखनीय है गत एक अक्टूबर को इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने हाथरस में दलित लड़की के साथ घटी घटना को स्वतः संज्ञान लेते लेते घटना पर चिंता व्यक्त की थी और जिम्मेदार अधिकारियो को उनसे पूरे मामले में स्पष्टीकरण देने को कहा था।
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