TRENDING TAGS :
स्वास्थ्य पुरूष पर्यवेक्षकों की भर्ती को स्वास्थ्य मंत्री की हरी झंडी
मिशन निदेशक पंकज कुमार के पुरूष स्वास्थ्य पर्यवेक्षकों की आवश्यकता संबंधी सवाल पर स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा है कि जूनियर लेवल पर जहां बिना किसी व्यवधान के पद भरे जा सकते है वहां भर्ती शुरू करायी जा सकती है।
लखनऊ: स्वास्थ्य विभाग में जल्द ही पुरूष स्वास्थ्य पर्यवेक्षकों की बम्पर भर्ती होने जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने इस संबंध में हरी झंडी दिखा दी है। स्वास्थ्य मंत्री के साथ गुरुवार को परिवार कल्याण निदेशालय में अधिकारियों के साथ विभागीय योजनाओं और व्यवस्थाओं पर बैठक में रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया कराये जाने पर विशेष चर्चा हुई।
ये भी देखें : जजों की नियुक्ति पर सवाल उठाने वाले जस्टिस रंगनाथ पांडेय का विदाई समारोह रद्द
मिशन निदेशक पंकज कुमार के पुरूष स्वास्थ्य पर्यवेक्षकों की आवश्यकता संबंधी सवाल पर स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा है कि जूनियर लेवल पर जहां बिना किसी व्यवधान के पद भरे जा सकते है वहां भर्ती शुरू करायी जा सकती है। स्वास्थ्य मंत्री ने पुरूष स्वास्थ्य पर्यवेक्षकों के लिए ट्रेनिंग सेंटर की कमी के प्रश्न पर कहा कि वर्तमान में सरकारी महिला ट्रेनिंग सेंटरों को पुरूषों की ट्रेनिंग के लिए उपलब्ध कराये जाये तथा महिलाओं के लिए चल रहे निजी ट्रेनिंग सेंटर से ही भर्ती करा लेने की व्यवस्था पर विचार किया जाये।
अब एम्बुलेंस के लिए की गयी काॅल सीधे एम्बुलेंस पर प्राप्त होगी जैसे डाॅयल 100 की गाड़ियों में प्राप्त होती है
बैठक में मिशन निदेशक पंकज कुमार ने बताया कि अब प्रदेश में 102 एम्बुलेंस सेवा को शीघ्र ही डाॅयल 100 जैसी तकनीक से जोड़ा जा रहा है। अब एम्बुलेंस के लिए की गयी काॅल सीधे एम्बुलेंस पर प्राप्त होगी जैसे डाॅयल 100 की गाड़ियों में प्राप्त होती है। उन्होंने कहा अब मैनुअली काॅल प्राप्त कर ड्राइवर को आदेश नहीं करना पड़ेगा। इस तरह काॅल सेंटर की आवश्यकता समाप्त हो जायेगी।
ये भी देखें : प्रदेश में अग्रिम जमानत अर्जी दायर करने की गाइडलाइन जारी
बैठक में स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं पर प्राथमिकता से ध्यान केेन्द्रित करने के निर्देश देते हुये कहा है कि प्रदेश में प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं पर ध्यान केन्द्रित करना हमारी पहली प्राथमिकता है। उन्होंने कहा चिकित्सालयों में सबसे पहले बेसिक स्तर पर कार्य करने वाले कर्मचारियों की आवश्यकता होती है, इसलिए ऐसे कर्मचारी अस्पतालों में आवश्यकता के अनुरूप हों यह व्यवस्था प्राथमिकता से सुनिश्चित की जाए। स्वास्थ्य मंत्री ने कार्य-प्रणाली बेहतर करने पर जोर दिया।
ये भी देखें : तो क्या बुलेट से भी तेज है इस ट्रेन की रफ़्तार
उन्होंने कहा अधिकारी कार्य-पूर्ति के लिए लक्ष्य निर्धारित करते हुए परिणामदायी कार्य करें। किसी भी समस्या पर आपसी चर्चा मात्र न करें, निर्भय होकर उच्च स्तर पर समस्याओं को प्रस्तुत करें, जिससे उनका समाधान किया जा सके। उन्होंने कहा कि अधिकारी बैठकों में विषयगत चर्चा के अपने बिन्दु पहले से तैयार करके लायें, जिससे कम समय में ही सार्थक चर्चा हो।