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परिवार नियोजन जागरूकता अभियान पर इनको किया गया सम्मानित
कम उम्र में गर्भ धारण को रोकने के लिए ज्यादा से ज्यादा योग्य दम्पतियों को परिवार नियोजन की विधियों के बारे में जागरूक करने के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग द्वारा परिवार नियोजन के साधनों की उपलब्धता सुनिश्चित कराना जरूरी है।
लखनऊः प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जय प्रताप सिंह ने आज कहा कि परिवार नियोजन एक महतवपूर्ण मुद्दा है। इस विषय हमारी सरकार बहुत गंभीर है और हम सबको मिलकर महिलाओं में परिवार नियोजन के लिए फैसले लेने की क्षमता विकसित करनी होगी। तभी इस विषय पर शत प्रतिशत सफलता मिलेगी।
आजादी के बाद 1950 से ही होने लगी चर्चा
जय प्रताप सिंह आज यहां इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में परिवार नियोजन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मानित करने के बाद राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की ओर से आयोजित कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि परिवार नियोजन पर आजादी के बाद से 1950 से ही चर्चा होने लगी थी।
मातृ एवं शिशु मृत्यु का प्रमुख कारण
उन्होंने कहा कि कम उम्र में गर्भ धारण को रोकने के लिए ज्यादा से ज्यादा योग्य दम्पतियों को परिवार नियोजन की विधियों के बारे में जागरूक करने के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग द्वारा परिवार नियोजन के साधनों की उपलब्धता सुनिश्चित कराना जरूरी है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को उच्च जोखिम वाली गर्भावस्था का सामना करना पड़ता है, जो कि मातृ एवं शिशु मृत्यु का प्रमुख कारण भी बनता है।
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इसलिए सही मायने में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर पर काबू पाने के लिए प्रत्येक वर्ग तक परिवार नियोजन के मौजूद विकल्पों को पहुंचाना बहुत जरूरी है।राज्य मंत्री, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अतुल गर्ग ने कहा कि परिवार कल्याण को लेकर उत्तर प्रदेश बेहतर कार्य कर रहा है। प्रदेश के सभी जिलों में इस विषय को गंभीरता से लिया गया है।
परिवार नियोजन के अस्थायी और स्थायी तरीके
समारोह में कैबिनेट मंत्री ने परिवार नियोजन में परामर्श एवं उत्कृष्ट सेवाओं के लिए कुल 231 सेवा प्रदाताओं को सम्मानित किया गया। प्रत्येक श्रेणी में 3 सेवा प्रदाताओं को सम्मान दिया गया। 'परिवार नियोजन के अस्थायी और स्थायी तरीकों’ में उत्कष्ट कार्य करने वाले, विश्व जनसंख्या दिवस पखवाड़े, पुरुष नसबंदी पखवाड़े आदि के दौरान अतिरिक्त प्रयास करने वाले लोगो को सम्मानित किया गया। सेवा प्रदाताओं को समारोह में उनके कार्य के लिए स्मृति चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र दिया गया।
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प्रयागराज ज़िले को 2019-2020 में एनएसवी पखवाड़े के दौरान सबसे अधिक एनएसवी करने के लिए प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया गया और वाराणसी ज़िले को सबसे अधिक महिला नसबंदी करने के लिए सम्मानित किया गया। मंडल स्तर पर लखनऊ मंडल को पीपीआईयूसीडी और गोरखपुर को अंतरा इंजेक्शन (त्रैमासिक गर्भनिरोधक इंजेक्टेबल) में सर्वोच्च उपलब्धि के लिए प्रशस्ति पत्र प्रदान किये गए। मंडलों और ज़िलों के अधिकारियों को स्मृति चिन्ह और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।