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पुलिस का मानवीय चेहरा सामने आया, तीन लाख लोगों की ऐसे मदद
इस अवधि में यूपी 112 द्वारा बीमार, बुजुर्ग व जरूरतमंद 45 हजार व्यक्तियों तक जीवन रक्षक दवाईयां पहुंचाने व लगभग 26 हजार व्यक्तियों को उनके गंतव्य तक पहुंचानें में सहायता की गई जिनमें गर्भवती महिलाएं, बुजुर्ग, कैंसर के मरीज आदि शामिल है।
लखनऊ। देश की आजादी के इतने वर्षो बाद भी पुलिस को लेकर आम जनता के मन में सदैव नकारात्मक भाव ही रहता था लेकिन लॉकडाउन के दौरान जिस तरह से यूपी पुलिस ने मानवता दिखाई है उससे पूरे समाज में पुलिस के प्रति सम्मान बढ़ा है। इस दौरान पुलिस ने यूपी 112 के माध्सेयम से इस सराहनीय प्रयास किये गये जिससे उसका चेहरा बदला चेहरा बदला है।
डायल 112
अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीष कुमार अवस्थी ने डायल 112 के माध्यम से लाॅकडाउन के दौरान विगत 24 मार्च से 31 मई तक की अवधि में की गई कार्यवाही की विस्तृत जानकारी देते हुये बताया कि लाॅकडाउन के दौरान यूपी 112 पर तैनात पुलिस कर्मियों ने 2 लाख 80 हजार से अधिक जरूरतमंदों को मदद पहुंचायी गई। जिसमें 2 लाख से अधिक जरूरतमंद व्यक्तियों तक खाद्य सामग्री पहुंचाई गई।
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26 हजार व्यक्तियों की सहायता की
इस अवधि में यूपी 112 द्वारा बीमार, बुजुर्ग व जरूरतमंद 45 हजार व्यक्तियों तक जीवन रक्षक दवाईयां पहुंचाने व लगभग 26 हजार व्यक्तियों को उनके गंतव्य तक पहुंचानें में सहायता की गई जिनमें गर्भवती महिलाएं, बुजुर्ग, कैंसर के मरीज आदि शामिल है। साथ ही पीआरवी के माध्यम से 8 हजार से अधिक व्यक्तियों तक जरूरी वस्तुएं जैसे घरेलू गैस सिलेण्डर, दूध, पेट्रोल-डीजल आदि पहुंचाने में भी मदद की गई है।
अवस्थी ने बताया कि यूपी पुलिस ने कोरोना वाॅरीयर्स के साथ कंधे से कंधा मिलाकर और अधिक बेहतर कार्य करते हुये मानवीय संवेदना का एक अद्वितीय उदाहरण पेश किया है। उन्होंने बताया कि प्रदेष के लोगों को किसी भी प्रकार की परेषानी का सामना न करना पड़े इसके लिये यूपी पुलिस द्वारा अत्यंत सजगता एवं संवेदनषीलता के साथ कार्य किया गया है।
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अपर पुलिस महानिदेशक, डायल 112 असीम अरूण ने बताया कि लाॅकडाउन के दौरान पीआरवी 112 के माध्यम से वहां की मीडिया डेस्क पर बिहार प्रान्त से आदर्ष कुमार सिंह से ट्वीट मिला कि उनकी पत्नी नवजात बच्ची के साथ लखनऊ में रहती है। बच्ची का मिल्क (बेबी फीड) खत्म हो गया है, बच्ची भूख से बिलख रही है, सूचना मिलते ही पीआरवी 112 ने आदर्ष जी से संपर्क कर तत्काल बेबी फीड उनके लखनऊ स्थित आवास पर पहुॅचाया।
मदद के लिए किया ट्वीट
बहराइच जिले के मतेहीकला गाॅव में रहने वाले एक बुजुर्ग के हृदय रोग का इलाज दिल्ली से चल रहा है, जिनके पोते द्वारा मदद हेतु ट्वीट किया गया। सूचना को गंभीरता से लेते हुए पीआरवी 112 ने डीसीपी साऊथ दिल्ली परविंदर सिंह से संपर्क किया जिनके द्वारा दवाई को गौतमबुद्धनगर पुलिस को दिया गया। इसी तरह गौतमबुद्धनगर पुलिस द्वारा लखनऊ आ रही एक एंबुलेंस की मदद से बुजुर्ग की दवाई को लखनऊ तक पहुॅचाया गया तथा लखनऊ से बहराइच जा रहे एक इंजीनियर से निवेदन कर बुजुर्ग की दवाई बहराइच तक पहॅुचाने का काम किया।
रिपोर्टर- श्रीधर अग्निहोत्री, लखनऊ
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