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Sonbhadra News: मानव तस्करों के जाल में फंसने से बची किशोरी, रोकवाई गई शादी, दुल्हा-बिचौलिया सहित चार गिरफ्तार
Sonbhadra News: चोपन थाना क्षेत्र के एक गांव में रविवार को राजस्थान से जुड़े मानव तस्करों के कथित गैंग के जाल में फंसने से जिले की एक किशोरी बच गई।
Sonbhadra News: चोपन थाना क्षेत्र के एक गांव में रविवार को राजस्थान से जुड़े मानव तस्करों के कथित गैंग के जाल में फंसने से जिले की एक किशोरी बच गई। शादी के लिए कोई दूसरा दूल्हा दिखाने और शादी के मंडप में दूसरे को दुल्हा बनाकर बैठाने तथा नाबालिग की शादी रचाए जाने की जानकारी जैसे ही जिला बाल कल्याण इकाई और मानव तस्कर रोधी इकाई को मिली, वैसे ही मौके पर टीम भेजकर शादी रोकवा दी गई।
पीड़िता के माता-पिता भी हिरासत में
मामले की छानबीन के बाद, बाल विवाह के साथ ही धोखाधड़ी के आरोप में बिचौलिया, दुल्हा के साथ ही बाल विवाह के मामले में पीड़िता के माता-पिता को भी हिरासत में ले लिया गया। पकड़े गए आरोपियों को चोपन पुलिस को सौंपने के साथ ही, संबंधितों के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं में एफआईआर दर्ज करा दी गई है। हत्थे चढ़े लोगों से पुलिस पूछताछ में जुटी हुई है।
बालिका के उम्र का साक्ष्य मांगने पर खुली पोल
बतात हैं कि रविवार को जिला बाल संरक्षण अधिकारी सुधांशु शेखर शर्मा को सूचना मिली कि चोपन थाना क्षेत्र के एक गांव में 16 वर्षीय नाबालिग की शादी बिचौलिया गिरी के जरिए राजस्थान निवासी व्यक्ति से कराई जा रही है। इसकी सूचना तत्काल डीएम चंद्र विजय सिंह और एसपी डा. यशवीर सिंह को दी गई। उनके निर्देश पर बाल संरक्षण अधिकारी रोमी पाठक, गायत्री दुबे, ओआरडब्ल्यू शेषमणि दुबे, थाना एएचटीयू प्रभारी एसआई हरिदत्त पांडेय, मुख्य आरक्षी धनंजय यादव की संयुक्त टीम गठित कर मौके पर पहुंचने के लिए कहा गया। टीम मौके पर पहुंची तो देखी कि नाबालिग की शादी कराई जा रही थी। बालिका के माता पिता से बालिका के उम्र का साक्ष्य मांगा गया तो पीड़िता की उम्र 16 वर्ष प्रमाणित हुई। इसके बाद किशोरी को विधिक अभिरक्षा में लेते हुए तत्काल शादी रोकवा दी गई।
नाबालिग को बालिग दिखाने के लिए तैयार किए गए थे फर्जी आधार कार्ड
टीम ने जब मौके पर पहुंचकर जांच की तो पता चला कि दुल्हा पक्ष की तरफ से लड़की की उम्र बालिग दिखाने के लिए फर्जी आधार कार्ड तैयार किया गया है। साथ ही लेन-देन की भी बात सामने आई। वहीं पीड़िता ने बताया कि शादी तय करते वक्त जिस दुल्हे को दिखाया गया था, उसकी जगह दूसरे को शादी के लिए बैठाया गया है। इसके बाद बाल विवाह के लिए जहां माता-पिता को हिरासत में ले लिया गया। वहीं, दुल्हा बने सुंदरदास पुत्र बद्रीदास निवासी टालनपुर, थाना गोटन, जिला नागौर, राजस्थान, लेन-देन के जरिए शादी तय कराने में दलाल की भूमिका निभाने वाले भीमराज पुत्र चेतनराम निवासी मगराना, थाना गोटन, जिला नागौर राजस्थान को बाल विवाह करने, धोखाधड़ी करने के मामले में हिरासत में ले लिया गया और उन्हें थाने ले जाकर चोपन थाने में सौंप दिया गया।
शादी में पैसे के लेन-देन का भी मामला
ओआरडब्ल्यू शेषमणि दुबे ने बताया कि नाबालिग की उम्र 16 वर्ष है, जो बाल विवाह अधिनियम के अन्तर्गत अपराध की श्रेणी में आता है। इसको देखते हुए, बाल विवाह मे संलिप्त चार व्यक्तियों के विरुद्ध थाना चोपन पर मामला दर्ज करा दिया गया है। इस दौरान सामाजिक कार्यकर्ती सावित्री देवी और फील्ड कार्यकर्ता संजय सिंह भी मौजूद रहे। उधर, बाल संरक्षण अधिकारी रोमी पाठक ने बताया कि जांच में जहां पीड़िता नाबालिग मिली है। वहीं शादी के समय दूसरे को दिखाने और शादी के लिए दूसरे व्यक्ति को लेकर पहुंचने, फर्जी कागजात तैयार कर नाबालिग की उम्र बालिक दर्शाने का भी मामला सामने आया है। शादी में पैसे के लेन-देन का भी मामला सामने आया है। सभी मसलों को दृष्टिगत रखते हुए कार्रवाई कराई जा रही है।