कब मिलेगा न्याय? लाखों की जालसाजी की शिकार पत्नी के बाद पति ने की आत्महत्या

मिलएरिया थाना क्षेत्र के रतापुर गांव के धर्मेंद्र सिंह प्रॉपर्टी डीलरों की ठगी का शिकार हुआ। तीन तीन प्रॉपर्टी डीलरों ने प्लाट की रजिस्ट्री के लिए अकाउंट में लाखों रुपए ले लिए और लिखा पढ़ी के समय मौके से फरार हो गए।

Dharmendra kumar
Published on: 31 Jan 2020 1:20 PM GMT
कब मिलेगा न्याय? लाखों की जालसाजी की शिकार पत्नी के बाद पति ने की आत्महत्या
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रायबरेली: मिलएरिया थाना क्षेत्र के रतापुर गांव के धर्मेंद्र सिंह प्रॉपर्टी डीलरों की ठगी का शिकार हुआ। तीन तीन प्रॉपर्टी डीलरों ने प्लाट की रजिस्ट्री के लिए अकाउंट में लाखों रुपए ले लिए और लिखा पढ़ी के समय मौके से फरार हो गए। पुलिस-प्रशासन तक चक्कर लगाने के बाद इंसाफ नहीं मिला तो आहत धर्मेंद्र ने जहर खाकर आत्महत्या कर लिया। बता दें कि तीन माह पूर्व मृत्क की पत्नी ने भी इसी के चलते जहर खाकर सुसाइड कर लिया था। पुलिस को मौके से मृतक का सुसाइड नोट मिला है।

यह है पूरा मामला

दरअसल मृतक धर्मेंद्र मूल रुप से अमेठी के तिलोई अंतर्गत पाकर गांव का निवासी है। मृतक धर्मेंद्र सिंह ने मार्मिकता और विवशता से भरा सुसाइड नोट लिखा है। उसमें उन्होंने लिखा है आदरणीय पुलिस अधीक्षक महोदय प्रार्थी धर्मेंद्र सिंह पुत्र रामबहादुर निवासी जिला अमेठी रतापुर स्थित चमेला भवन में छोटा सा व्यापार करता है। एक मकान त्रिपुला महाराजगंज रोड जर्सी फार्म के सामने खरीदने का तय किया था। जिसमें प्रॉपर्टी डीलर विवेक रामकुमार शिवकांत विश्वकर्मा द्वारा उनके साथ ठगी की गई।

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उन्होंने अपनी जमीन बेच कर घर लेना चाहा तीनों प्रॉपर्टी डीलरों को 39 लाख 60 हजार दे दिया। पैसा लेने के बाद ना तो वह मकान दे रहे हैं और ना ही पैसा वापस कर रहे हैं ऊपर से धमकी दे रहे थे। उन्होंने सुसाइड लेटर में आगे लिखा है इसलिए ऐसी परिस्थितियों में वह सुसाइड कर रहे हैं। लेटर में आकर उन्होंने लिखा है विधायक जी से अनुरोध है इस पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करवाएं और बच्चों को न्याय दिलवाए।

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बता दें कि अपने पीछे यह परिवार दो बच्चों को छोड़ गया है अबोध बालक किस तरह से अपना जीवन जिएंगे यह भी सोचने का विषय है! फिलहाल पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इस मामले में सीओ गोपीनाथ सोनी से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि अभी हम अप्टा कांड में बिजी हैं। जैसे ही फुर्सत मिलती है वैसे ही जानकारी करके बताएंगे। अब यह देखना है कि पीड़ित की मौत के बाद उसे न्याय मिलता है या नहीं।

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मृतक के बड़े बेटे के मुताबिक उसके पिता ने सारी प्रापर्टी बेचकर 40 लाख रुपए में एक जमीन खरीद रहे थे। पिता ने आरटीजीएस से पैसे दिए थे और तीनो आरोपी रजिस्ट्रार आफिस से भाग लिए। बाद में वो आरोपी पापा को लखनऊ में मिले तो उन्होंने पापा को तीन चेक दिया। पापा ने उसे लगाया तो तीनो चेक बाउंस हो गया। इसके बाद पापा ने मुकदमा किया, तो आरोपी गाली गलौज करते और धमकी देते थे। इसी में 15 अक्टूबर को मेरी मां ने सुसाइड कर लिया और अब पापा ने।

Dharmendra kumar

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