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बड़ा सवाल! निर्भया से लेकर ट्विंकल तक दरिंदगी के इन केसों में आखिर कब मिलेगा न्याय?

खुशियों की तमन्ना और अनेकों आशाओं के साथ ईद का दिन जब पूरी दुनिया जश्न में डूबी हुई थी, तब भारत के ही एक शहर में ऐसी दिल दहला देने वाली घटना का खुलासा हुआ जिसने जन-जन के मन को झकझोर कर रख दिया।

Vidushi Mishra
Published on: 8 Jun 2019 11:33 AM GMT
बड़ा सवाल! निर्भया से लेकर ट्विंकल तक दरिंदगी के इन केसों में आखिर कब मिलेगा न्याय?
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नई दिल्ली: खुशियों की तमन्ना और अनेक आशाओं के साथ ईद का दिन जब पूरी दुनिया जश्न में डूबी हुई थी, तब भारत के ही एक शहर में ऐसी दिल दहला देने वाली घटना का खुलासा हुआ जिसने जन-जन के मन को झकझोर कर रख दिया। यहां बात हो रही है एक बच्ची ट्विंकल शर्मा की हत्या की। अलीगढ़ ट्विंकल शर्मा मर्डर केस के बारे में गांवों से लेकर शहरों, यहां तक पूरे भारत के साथ-साथ दुनिया भर में इस हैवानियत के चर्चे हैं।

कल से लेकर अब तक में हज़ारों ट्वीट हो चुके हैं, हज़ारों लोग इस मामले से जुड़कर ट्विटर पर अपनी राय देने में लगे हैं। ट्विंकल शर्मा के साथ जो हुआ वो अव्वल दर्जे की हैवानियत ही थी। एक ढाई साल की बच्ची को बिस्किट देने के लालच में बुलाया गया। उसकी हत्या की गई, उसकी आंखें निकाल ली गईं, उसके शरीर में तेजाब डालकर तीन दिन तक बोरे में भरकर घर में रखा गया, फिर कचरे के डिब्बे में डाल दिया गया ताकि जानवर उसके शरीर को खा जाएं।

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ये शब्द ही सुनने मात्र से जहाँ रूह काँप जाती हैं, वहीं उस नन्ही सी जान का क्या हाल हुआ होगा। और क्या उन दरिंदो को जरा सी भी दया-मया और हया नही आयी, जो उस बच्ची की ये हाल हुआ।

अलीगढ़

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में हुए दर्दनाक हादसे ने एक बार फिर इंसानियत को शर्मसार कर दिया। यहां एक ढाई साल की बच्ची की निर्मम हत्या कर दी गई और उसका शव कई दिन बाद कूड़े के ढेर से बरामद हुआ है। यह कोई पहला मामला नहीं है जब अपराधियों ने इस तरह की किसी घटना को अंजाम दिया हो। इससे पहले भी नाबालिग बच्चियों के साथ ऐसे कई हादसे हो चुके हैं।

नाबालिग बच्चियों के साथ कुकर्म के मामलों में लखनऊ, कानपुर, कठुआ, उन्नाव, सूरत और मणिपुर रेप केस चर्चित उदाहरण हैं। इस तरह की घटनाओं को अंजाम देने वाले लोग न सिर्फ समाज के लिए कलंक हैं बल्कि इस घिनौने काम के लिए अब वो सबसे ज्यादा छोटी बच्चियों को अपना शिकार बना रहे हैं। आइए जानते हैं नाबालिग बच्चियों के साथ होने वाले ऐसे 5 केस जिसने देश को झकझोर दिया।

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उज्जैन

मध्य प्रदेश में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। धार्मिक नगरी उज्जैन में पांच साल की मासूम का अपहरण कर दुष्कर्म करने और हत्या करने का मामला सामने आया है। ये दर्दनाक घटना लालपुल-भूखीमाता रोड किनारे बने ईंट-भट्‌टे पर काम करने वाले मजदूर दंपती की बेटी के साथ हुई है।

मासूम के पिता का कहना है कि गुरुवार रात बच्ची उनके पास ही साथ में सो रही थी। रात करीब दो बजे उनकी आंख खुली, तो बच्ची गायब थी। जिसके बाद परिवार के सभी सदस्य बच्ची को खोजने लगे। रातभर तलाश करने के बाद भी जब वह नहीं मिली तो सुबह उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर बच्ची की तलाश शुरू की। जिसके बाद शुक्रवार दोपहर को बच्ची का शव लालपुल के पास शिप्रा नदी में मिला।

कठुआ रेप केस

जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के रासाना गांव में 8 साल की नाबालिक बच्ची आसिफा को बंधक बनाकर उसे नशे की दवाएं खिलाकर उसके साथ कई दिनों तक गैंगरेप करने के बाद उसकी बेरहमी से हत्या कर दी। यह बच्ची 10 जनवरी को घर से लापता हुई थी जो बाद में रासाना के जंगलों में 17 जनवरी 2018 को मिली।

सीतापुर गैंगरेप

इंसानियत को शर्मसार करने वाली इस घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था. यह घटना उत्तर प्रदेश के सीतापुर मे हुई थी। जिसमें खुद एक पिता ने अपनी बेटी को अपने दोस्तों को उपहार में देकर बाद में लखनऊ से लगभग 70 किलोमीटर दूर सीतापुर जिले में उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया।

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छत्तीसगढ़ रेप केस

साल 2018 में 10 साल की एक बच्ची के साथ 25 साल के एक युवक ने दुष्कर्म किया था। यह बच्ची यहां एक शादी में शामिल होने आई थी। युवक ने मौका पाते ही लड़की के साथ रेप करने के बाद उसका चेहरा बिगाड़ने के लिए उसके सिर पर पत्थर मारकर उसकी हत्या कर दी।

असम रेप केस

यह दर्दनाक हादसा असम के नागांव जिले में हुआ। यहां 21 साल के एक युवक ने 11 वर्षिया लड़की के साथ रेप करके उसे जिंदा जला दिया था। यह हादसा 23 मार्च 2018 को गुवाहाटी से 150 किलोमीटर दूर लालुंग गांव में हुआ था। पीड़िता के माता-पिता की मानें तो जिस वक्त यह हादसा हुआ उस समय लड़की घर में अकेली थी और वो अपने खेतों में काम कर रहे थे। ग्रामीणों के उन्हें फोन करने पर उन्होंने देखा कि उनकी बेटी उऩके सामने लगभग पूरी तरह से जल चुकी थी।

छोटे बच्चों से बलात्कार की घटनाएं देश में रूक नहीं रही हैं। लगता है जैसे बच्चे कहीं भी सुरक्षित नहीं है और विडंबना ये है कि ऐसे कारनामों को अंजाम देने वाले लोगों में नाबालिगों की फेहरिस्त बहुत लंबी है।

भोपाल

स्कूल बस में 3 वर्षीय छोटी बच्ची से रेप जैसे जघन्य कांड को अंजाम दिया गया है। घटना तब की है जब छोटी बच्ची स्कूल बस में दोपहर अपने घर लौट रही थी। मामला अयोध्या नगर क्षेत्र का है। क्षेत्र के पुलिस स्टेशन इनचार्ज बलजीत सिंह ने इस घटना के बारे में जानकारी दी।

बलजीत सिंह के अनुसार बच्ची का शोषण सौरभ नाम के कंडेक्टर के द्वारा किया गया है। यह लड़का 18 साल का है, जिसको आईपीसी की धारा 354 के तहत गिरफ्तार कर लिया गया है।

अलवर रेप मामला

लोकसभा चुनाव के दौरान सामने आए अलवर गैंग रेप प्रकरण ने राज्य की अशोक गहलोत सरकार समेत केंद्र के लिए भी असहज स्थिति खड़ी कर दी थी। इस घटना में अपने पति के साथ जा रही एक दलित महिला के साथ गैंग रेप हुआ था। यही नहीं, पहले तो पीड़िता को ही चुप रहने की धमकी दी गई। फिर किसी तरह हिम्मत जुटा कर पुलिस के पास पहुंची पीड़िता को आरोपी केस वापस लेने के लिए धमकाने लगे। जाहिर है लोकसभा चुनाव के दौरान सामने आए हादसे की वजह से संवेदनशील मसला राजनीति की बिसात बन गया।

मैनपुरी में पीड़ित और आरोपी नाबालिग

सिद्धार्थनगर में बारात देखने आए मासूम के साथ बलात्कार की घटना के कुछ दिनों बाद ही मैनपुरी में हुई इस घटना ने देश भर का ध्यान खींचा था। मैनपुरी में एक 13 साल के लड़के ने 9 साल की लड़की को घर से बुलाकर उसके साथ बलात्कार किया था। इस मामले का दुखद पहलू यह था कि आरोपी ने किसी शातिर की तरह वारदात को अंजाम दिया था। उसने 9 साल की मासूम को अंगूठी का लालच दिया, फिर उसे सूनसान जगह पर ले जाकर बलात्कार किया। यही नहीं, उसने लड़की को इसके बारे में किसी से चर्चा करने पर जान से मारने की धमकी तक दे डाली। हालांकि लड़की ने तकलीफ बढ़ने पर मां से अपना 'अपराधबोध' साझा किया तब कहीं जाकर मामला खुला।

इंदौर में 4 माह की बच्ची से हैवानियत बाद हत्या

कठुआ कांड से पूरे देश में एक उबाल सा था, उसी दौरान इंदौर में हुई इस हैवानियत ने देश का सिर शर्मसार कर दिया था। इंदौर के राजवाड़ा इलाके में 4 माह की मासूम से हैवानियत कर उसकी हत्या कर दी गई थी। इस घटना से उपजे रोष का ही असर था कि तत्कालीन शिवराज सिंह सरकार ने इस मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में कर आरोपी को फांसी दिए जाने की व्यवस्था की थी। यह अलग बात है फास्ट ट्रैक कोर्ट से फांसी हो जाने के बावजूद जघन्य हत्याकांड का दोषी भारतीय दंड प्रक्रिया की खामियों का परोक्ष फायदा पा जिंदा बचा हुआ है।

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गुड़िया रेप केस

हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में जुलाई 2017 को 16 साल की गुड़िया जब घर वापस आ रही थी तभी उसका अपहरण कर उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया गया और फिर बलात्कार के बाद मासूम गुड़िया की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद हत्यारों ने उसके मृत शरीर को जंगल में फेंक दिया। जो दो दिन के बाद बरामद हुआ था। पुलिस पर आरोपियों को बचाने का आरोप लगा। लोगों के गुस्से का आलम यह था कि उन्होंने सड़कों पर उतर सरकार को कठघरे में खड़ा करने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी।

मुंबई का शक्ति मिल गैंग रेप

इस केस को भी राष्ट्रीय सुर्खियां मिली, क्योंकि इसमें मुंबई के महालक्ष्मी इलाके में स्थित शक्ति मिल के खंडहरों में एक मीडिया संस्थान में कार्यरत इंटर्न के साथ गैंग रेप किया गया। आरोपियों में एक नाबालिग भी शामिल था। आरोपियों के हौसलों का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि उन्होंने पीड़िता के पुरुष साथी को उसी की बेल्ट से बांध उसकी आंखों के सामने गैंग रेप को अंजाम दिया था। यही नहीं, आरोपियों ने पूरे कांड को मोबाइल पर फिल्माया और पुलिस से शिकायत करने पर उन्हें वायरल कर देने की धमकी भी दी थी। मामला खुलने पर 18 साल की एक और लड़की ने शक्ति मिल कंपाउंड में ही अपने साथ गैंग रेप की बात बताई थी।

Vidushi Mishra

Vidushi Mishra

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