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कानपुर: धान क्रय केंद्रों पर बिचौलिए का दबदबा, किसानों के साथ हो रहा अन्याय
सरकार द्वारा चलाए जा रहे धान क्रय केंद्रों पर बिना बिचौलिए के तो कोई किसान अपनी धान नहीं भेज पा रहा है। बेचने के लिए किसानों को अपने घरों से रुकने के लिए कपड़े, रजाई गद्दे व खाने के साधन के साथ केंद्र पर टेंपरेरी आशियाना बनाना पड़ता है।
कानपुर : दिल्ली में जहां एक और किसान नेता राकेश टिकैत किसानों की आय व किसानों के खुशहाल देखने के लिए मांगों को लेकर धरने पर बैठे हैं। वहीं सरकार के द्वारा एमएसपी को लेकर कई सारी बातें कहीं जा रही है। जिसके तहत किसानों का अनाज सरकारी क्रय केंद्रों पर बिना बिचौलिए के खरीदे जाने की बात कह रहे हैं और उसके सापेक्ष में सरकार द्वारा निहित मूल्य किसान के सीधे खाते में पहुंचाने की बात कर रहे हैं। वहीं पर अगर हम जमीन पर उतर कर देखें तो इसके विपरीत सारे कार्य हो रहे हैं।
किसानों को अपनी धान बेचने के लिए करना पड़ रहा यह काम
सरकार द्वारा चलाए जा रहे धान क्रय केंद्रों पर बिना बिचौलिए के तो कोई किसान अपनी धान नहीं भेज पा रहा है। बेचने के लिए किसानों को अपने घरों से रुकने के लिए कपड़े, रजाई गद्दे व खाने के साधन के साथ केंद्र पर टेंपरेरी आशियाना बनाना पड़ता है जिसके बाद उन्हें अपनी धान विक्रय करने के लिए हफ्तों से भी लंबे समय का इंतजार करना पड़ता है या तो कुछ ऐसे दलालों के माध्यम जो उनसे उनकी धान भिजवाने के उपरांत प्रति क्विंटल के हिसाब से रुपए की बात करते हैं या फिर ऐसे बिचौलिए जो किसान से कम रेट में धान खरीद कर अपनी जेब भरने के लिए धान केंद्र संचालक के साथ सांठगांठ करके अपनी धान बिना नंबर, बिना टोकन के तो लाते हैं।
धान खरीद न होने पर किसान कर रहे जिलाधिकारी से शिकायत
किसान को अपनी दांत तुड़वाने के लिए लंबा इंतजार करना होता है। वहीं पर ऐसे बिचौलिए बिना किसी नंबर के तत्काल ला करके अपने ट्रॉली आदि को खड़ा कर तलवा कर मुनाफा आधा-आधा बांटने कर निकल लेते हैं इसी बात को देखते हुए अकबरपुर तहसील के रूरा कस्बा धान खरीद केंद्रों में किसानों की समस्याओं को लेकर आए दिन जिलाधिकारी कार्यालय में किसान धान खरीद न होने को लेकर कर रहे शिकायतों के मामले में आज जिलाधिकारी डा.दिनेश चंद्र व पुलिस अधीक्षक केशव कुमार चौधरी द्वारा संयुक्त रूप से रूरा मण्डी में एफसीआई एजेंसी द्वारा संचालित धान खरीद केंद्र में पहुंच उपस्थित किसानों से उनकी समस्याएं सुनी। जिसमें कई किसान ऐसे मिले जिनके द्वारा कई दिनों से धान विक्रय को लेकर इंतजार किया जा रहा था तथा उनका एक भी बार धान नहीं खरीदा गया था।
कानपुर देहात में किसानों का दिखा यह दृश्य
इस मामले में जिलाधिकारी ने केंद्र प्रभारी पर नाराजगी जाहिर करते हुए उपस्थित किसानों का तत्काल टोकन जारी कराते हुए धान खरीदने के निर्देश दिए और कहा कि अब धान खरीद का अंतिम महीना चल रहा है। किसी भी हालत में बिचौलिए के माध्यम से धान खरीदा न जाए तथा जिन किसानों का पहली बार धान बेचने संबंधी टोकन है उनका प्राथमिकता से धान खरीदा जाए। जिला अधिकारी कानपुर देहात डॉक्टर दिनेश चंद ने आज शिकायतों को मध्य नजर रखते हुए निरीक्षण किया निरीक्षण में जिला अधिकारी को लिखित प्रार्थना पत्र के रूप में मिल रही शिकायतों की कसौटी में धान क्रय केंद्र खरे उतरे लेकिन हमारे जिला अधिकारी महोदय ने केंद्र संचालक आदि किसी पर कार्यवाही नहीं की बल्कि चेतावनी देकर छोड़ दिया।
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बिचौलियों के साथ मिलकर कर रहे अपनी जेब गर्म
उनके साथ निरीक्षण पर जनपद कानपुर देहात के पुलिस अधीक्षक केशव कुमार चौधरी भी साथ में थे। दोनों अधिकारियों ने बस क्रय केंद्रों पर किसानों की समस्याएं सुनी और आश्वासन दिया कि जल्द ही आपकी धान तुल जाएगी लेकिन कार्यवाही साहब ने नहीं की। ऐसे तो समझ में यह आता है कि क्या अपनी हरकतों से यह क्रय केंद्र संचालक सुधरेंगे या सरकार की मंशा के उपरोक्त खरे उतरेंगे या महेश बिचौलियों के साथ मिलकर अपनी जेब गर्म करने में रहेंगे। क्या यही भारत देश के किसान का नसीब है यह भारत देश का किसान अच्छी उन्नत पैदावार करके अच्छा लाभ लेकर अपने बच्चों को पढ़ा लिखा कर बड़ा आदमी बना सकेगा। यह एक सोचने वाली बात है सिर्फ कागजों पर कहने के लिए कार्यवाही होती हैं लेकिन जमीनी हकीकत में यह सब शून्य रहता है।
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रिपोर्ट : मनोज सिंह
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