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बलिया से बड़ी खबर: आत्मनिर्भर बनेगा किन्नर समाज, शुरू हुई ये नई पहल

मुख्य विकास अधिकारी डॉ विपिन जैन ने कहा कि किन्नर समाज की जीवन शैली को बेहतर बनाने के लिए हम सब प्रतिबद्ध हैं। इसके लिए सबसे पहले शिक्षा व कौशल विकास पर ध्यान देना होगा। इसके लिए तीन स्टेप जरूरी हैं।

Chitra Singh
Published on: 21 Jan 2021 2:41 PM GMT
बलिया से बड़ी खबर: आत्मनिर्भर बनेगा किन्नर समाज, शुरू हुई ये नई पहल
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बलिया से बड़ी खबर: आत्मनिर्भर बनेगा किन्नर समाज, शुरू हुई ये नई पहल

बलिया: जिला प्रशासन ने सामाजिक गतिविधियों से अलग थलग पड़े किन्नरों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने को लेकर अभिनव पहल किया है । किन्नरों को शिक्षा व कौशल के जरिए जोड़ा जाएगा। स्वयं सहायता के जरिए किन्नरों के कौशल का सदुपयोग किया जायेगा।

किन्नरों के लिए नई पहल

सामाजिक गतिविधियों से अलग थलग पड़े किन्नरों के लिए आने वाला समय खुशहाल बनाने को लेकर जिला प्रशासन ने विशेष पहल की है। इसी दिशा में आज जिलाधिकारी एसपी शाही ने अधिकारियों के साथ किन्नरों संग बैठक किया। जिला जेल के सामने स्थित पुराने मांटेसरी जूनियर हाईस्कूल पर हुई इस बैठक में किन्नरों को समाज की मुख्य धारा में लाने को लेकर किन्नरों के साथ संवाद के साथ ही उनके जीवन में बेहतरी लाने को लेकर जद्दोजहद किया गया । जिले के विभिन्न क्षेत्र से आए किन्नरों ने बैठक में अपने बहुमूल्य सुझाव दिए। जिला प्रशासन ने चर्चा के बाद आये महत्वपूर्ण सुझावों पर पहल करने का भरोसा दिलाया।

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कौशल विकास पर पहल होगी शुरूआत

बैठक को सम्बोधित करते हुए जिलाधिकारी शाही ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि किन्नर समाज की तमाम दिक्कतें हैं। इसलिए हमारा प्रयास है कि पहले किन्नर समुदाय की दिक्कतों को नजदीक से जाना जाए और उसको दूर करने का हरसम्भव प्रयास किया जाए। उन्होंने बताया कि फिलहाल शिक्षा व कौशल विकास पर पहल कर इसकी शुरुआत की जा रही है। हम भी चाहते हैं कि आप सब समाज की मुख्यधारा से जुड़े।

सरकार की योजनाओं से जोड़े किन्नर

उन्होंने आगे कहा, नौजवान किन्नर में अगर किसी विशेष क्षेत्र में कुशलता है तो उस क्षेत्र में भी ट्रेंड करने के लिए व्यवस्था की जाएगी। सरकार की योजनाओं से हर पात्र को जोड़ा जाएगा। जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि मतदाता सूची में हर किसी का नाम होना जरूरी है। अगर किसी का नहीं है तो वह अपने बीएलओ से सम्पर्क कर जोड़वा लें। उन्होंने कमेटी को यह जिम्मेदारी सौंपी कि किन्नरों का नाम मतदाता सूची में शामिल कराने के लिए वह कदम उठाए ।

बेहतर होगी किन्नरों की जीवन शैली

मुख्य विकास अधिकारी डॉ विपिन जैन ने कहा कि किन्नर समाज की जीवन शैली को बेहतर बनाने के लिए हम सब प्रतिबद्ध हैं। इसके लिए सबसे पहले शिक्षा व कौशल विकास पर ध्यान देना होगा। इसके लिए तीन स्टेप जरूरी हैं। पहला, समुदाय की संख्या कमेटी तय कर ले। दूसरा, किन्नर समाज के बच्चों के लिए शिक्षा का वातावरण तैयार कर उन्हें शिक्षित करना है। उन्होंने इसके लिए बीएसए व आईटीआई के प्रधानाचार्य को गम्भीरता से पहल करने को कहा। तीसरा, ट्रेनिंग दिलवाने के बाद समाज में स्थापित करने पर बल दिया जाये।

आत्मनिर्भर बनेगा किन्नर समाज

उन्होंने किन्नरों से कहा कि अपनी कमाई में आप बचत जरूर करते हैं। ऐसे में स्वयं सहायता समूह से आपको जोड़ कर आपके कौशल का सदुपयोग किया जा सकेगा। उससे आपकी कमाई भी होगी और आपका नाम भी हर घर में होगा। आपका सिला हुआ कपड़ा स्कूली बच्चे पहनेंगे, आपका बनाया मसाला घरों में प्रयोग होगा। आपका जीवन अच्छे से चले, इसके लिए हम भी इच्छुक हैं।

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हर योजनाओं का लाभ दिलाने का प्रयास

सीडीओ ने कहा कि अगला शहरी कैम्प यहीं लगेगा। मेडिकल चेकअप से लेकर योजनाओं से सम्बंधित पात्रता मिलने पर हर योजनाओं का लाभ दिलाने का भी प्रयास होगा। किन्नर समाज की जिलाध्यक्ष माधुरी पांडेय ने डीएम-सीडीओ का आभार जताते हुए कहा कि समाज के हम लोगों की इज्जत और प्रतिष्ठा बढ़ाने की पहल की गई। ऐसा पहली बार हो रहा है। इसके लिए पूरा किन्नर समाज आप लोगों का आभारी रहेगा। हम लोग सामने तमाम विकट परिस्थिति आती है, ऐसे में हम लोगों की सुविधाओं जैसे किन्नर शौचालय, पढ़ाई, चिकित्सा व अन्य जरूरी सुविधाओं का ख्याल रखा जाए। हम लोगों के कार्यक्रम के लिए कोई सार्वजनिक धर्मशाला या किन्नर भवन की व्यवस्था हो, ताकि किन्नर समाज का कोई कार्यक्रम हो जाए। जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए किन्नरों ने भी अपनी बात रखी।

पढ़े-लिखे किन्नरों को सरकारी सेवा

इस मौके पर किन्नर अनुष्का चौबे ने कहा कि पढ़े-लिखे किन्नरों को सरकारी सेवा में जाने का मौका मिले। ऐसे ही धीरे-धीरे हम लोगों का विकास होगा। यह भी कहा कि सरकार के विभिन्न अभियान जैसे गंगा स्वच्छता, स्वच्छ भारत मिशन आदि में भी हम सब अपना योगदान देना चाहते हैं। बशर्ते मौका दिया जाए। जिलाधिकारी ने पढ़ाई लिखाई से जुड़ी जानकारी ली तो पाया कि किन्नरों में स्नातक की डिग्री एक के पास, जबकि चार-पांच इंटरमीडिएट व करीब 10-12 हाईस्कूल पास थे। इस पर खुशी जताते हुए कहा कि निश्चित रूप से हर सकारात्मक कार्य में आवश्यकतानुसार आप लोगों का सहयोग लिया जाएगा।

जांच कैंप का शुभारंभ

इस अवसर पर एचआई की जांच कैंप का शुभारंभ किया गया। डीएम-सीडीओ व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में किन्नर समाज के जिलाध्यक्ष माधुरी पांडे ने फीता काटकर शुभारंभ किया। कैंप में मौजूद सभी किन्नरों का टेस्ट किया गया। साथ ही इस से बचाव से जुड़े विषय पर चर्चा भी की गई। बीएसए शिवनारायण सिंह, डीएसओ केजी पांडेय, नपा ईओ दिनेश विश्वकर्मा व अन्य अधिकारी थे। लक्षित हस्तक्षेप परियोजना के अंतर्गत अमर शहीद चेतना संस्थान व उप्र राज्य एड्स कंट्रोल सोसाइटी के सौजन्य से यह कार्यक्रम हुआ। संचालन निदेशक लवकुश विश्वकर्मा ने किया।

रिपोर्ट- अनूप हेमकर

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