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निवेश मित्र: देश के सिंगल विण्डो पोर्टल्स में से 146 सेवाओं के साथ अब यूपी में एक
प्राधिकरण की सेवाओं के एकीकरण से उद्यमियों को एक ही पोर्टल से अतिरिक्त सेवाएं प्राप्त हो सकेंगी। इससे राज्य में नए आर्थिक अवसरों का सृजन होगा और उत्तर प्रदेश के सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) को बढ़ाने के लिए तीव्र औद्योगिक विकास को गति मिलेगी।
लखनऊ: राज्य सरकार ने निवेश मित्र पोर्टल में यूपीएसआईडीए की 21 नई सेवाओं के संचालन के लिए आनलाइन सेवा की शुरूआत की है । लॉकडाउन के कारण उत्तर प्रदेश सरकार ने औद्योगिक इकाइयों को फिर से शुरू करने और नए उद्योगों की स्थापना के लिए निवेश आकर्षण के उद्देश्य से राज्य में उद्यमों को विभिन्न स्वीकृतियां जारी करने में मानव हस्तक्षेप को और कम करने के लिए भविष्योन्मुखी दृष्टिकोण अपनाया है।
ऐसे मिलेगी तीव्र औद्योगिक विकास को गति
प्राधिकरण की सेवाओं के एकीकरण से उद्यमियों को एक ही पोर्टल से अतिरिक्त सेवाएं प्राप्त हो सकेंगी। इससे राज्य में नए आर्थिक अवसरों का सृजन होगा और उत्तर प्रदेश के सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) को बढ़ाने के लिए तीव्र औद्योगिक विकास को गति मिलेगी। औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने बताया कि जिला, मण्डल और राज्य स्तर के उद्योग बंधु में उद्योगों के प्रकरणों के त्वरित समाधान को सुनिश्चित करने के लिए एक नई ऑनलाइन शिकायत निवारण सुविधा को जल्द ही निवेश मित्र पोर्टल के साथ एकीकृत किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि ये नई सेवाएं उ. प्र. राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) द्वारा राज्य में अपने औद्योगिक क्षेत्रों में संचालित या स्थापित किए जाने वाले उद्यमों और उद्योगों को प्रदान की जाती हैं।
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ऑनलाइन सेवाओं की कुल संख्या 146 हो गई है
प्रमुख सचिव, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास, आलोक कुमार ने बताया कि प्राधिकरण की 21 नई सेवाओं को सम्मिलित करने के साथ अब 20 विभागों द्वारा निवेश मित्र के माध्यम से प्रदान की जा रही ऑनलाइन सेवाओं की कुल संख्या 146 हो गई है, जिसके फलस्वरूप निवेश मित्र देश की सबसे बड़ी और व्यापक विण्डो प्रणालियों में से एक बन गई हैं।
यूपीसीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी, अनिल गर्ग ने बताया कि यूपीसीडा द्वारा अब तक 21 नवीन सेवाओं के अतिरिक्त ऑनलाइन सिंगल विण्डो पोर्टल निवेश मित्र के माध्यम से 2500 उद्योगपतियों को भूमि आवंटन और भवन योजना से सम्बंधित स्वीकृतियां प्रदान की हैं, जिनके लिए उद्यमियों एक बार भी प्राधिकरण के कार्यालय नहीं आना पड़ा। उन्होंने बताया कि सुदृढ़ जीआईएस टैगिंग सेे प्राधिकरण के सभी औद्योगिक क्षेत्रों का सचित्र विवरण पोर्टल पर उपलब्ध कराया गया है।
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