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DM ने किया औचक निरीक्षण, सांसद निधि से हो रहे कार्यों का लिया जायजा
जिलाधिकारी आन्द्रा वामसी ने अपने औचक निरीक्षण में तहसील मऊरानीपुर के अंतर्गत ग्राम रौनी स्थित केदारेश्वर पर्वत पर सांसद निधि से हो रहे निर्माण कार्यों को देखा। मौके पर निर्देश दिए कि निर्माण कार्य 15 दिवस में गुणवत्ता के साथ पूर्ण किया जाना सुनिश्चित किया जाए।
झाँसी: जिलाधिकारी आन्द्रा वामसी ने अपने औचक निरीक्षण में तहसील मऊरानीपुर के अंतर्गत ग्राम रौनी स्थित केदारेश्वर पर्वत पर सांसद निधि से हो रहे निर्माण कार्यों को देखा। मौके पर निर्देश दिए कि निर्माण कार्य 15 दिवस में गुणवत्ता के साथ पूर्ण किया जाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि जब कार्यों की समस्त धनराशि अवमुक्त कर दी गई तो फिर निर्माण कार्य को पूर्ण क्यूँ नहीं किए गए?
सांसद निधि से हो रहे निर्माण कार्यों का जायजा
तहसील मऊरानीपुर के ग्राम रौनी स्थित केदारेश्वर पर्वत पर वर्ष 2019-20 में माननीय सांसद उमा भारती जी की सांसद निधि से 5 कार्य स्वीकृत हुए, जिसमें पर्यटकों हेतु विश्रामगृह जिसकी लागत 16.47 लाख रुपए, शेड निर्माण जिसकी लागत 28.41 एवं क्षेत्र में विद्युत पोल लगाया जाना जिसकी लागत 8.11 लाख रुपए, पेयजल, चौकीदार कक्ष का निर्माण जिसकी लागत 17.14 लाख तथा ग्राम रौनी में केदारेश्वर पर्वत के नीचे पशु आश्रय स्थल जिसकी लागत 40.89 लाख है, की जिलाधिकारी द्वारा मौके पर औचक निरीक्षण किया गया। निर्माण कार्यों को निर्धारित गुणवत्ता का ना पाकर नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देश दिए कि 15 दिवस में कार्यों को गुणवत्ता के साथ पूर्ण किया जाए। उन्होंने ताकीद करते हुए कहा कि यदि पुनः निर्माण कार्य गुणवत्ता विहीन पाया जाता है तो कार्रवाई की जाएगी।
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जिलाधिकारी ने मौके पर पर्यटक हेतु विश्रामगृह, चौकीदार कक्ष तथा पशु आश्रय स्थल के निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया, कार्य प्रगति पर था। उन्होंने निर्देश दिए कि कार्य गुणवत्ता के साथ 15 दिवस में पूर्ण किए जाएं ताकि जनमानस को निर्माण कार्य का लाभ मिल सके। उन्होंने केदारेश्वर पर्वत के नीचे 40.89 लाख रुपए की लागत से निर्माणाधीन पशु आश्रय स्थल को देखा और निर्देश दिए कि ठंड से बचाव हेतु भी पुख्ता इंतजाम किए जाएं।
दिए ये निर्देश
उन्होंने निर्देश दिए कि जनपद में समस्त गौआश्रय स्थल में यदि ठंड से गोवंश की मौत होती है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। गौआश्रय स्थल पर भूसा की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित कर ली जाए। जिलाधिकारी ने किसानों से कहा कि पराली को गौआश्रय स्थल में किसान दें ताकि गोवंश के लिए भूसा उपलब्ध हो सके। जिलाधिकारी ने द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बंगरा का भी औचक निरीक्षण किया। मौके पर साफ सफाई व्यवस्था बेहतर पाए जाने पर उन्होंने संतोष व्यक्त किया।
दवाओं की उपलब्धता की जानकारी
निरीक्षण के दौरान वार्ड, लेबर रूम तथा हॉल को देखा जो सुव्यवस्थित पाए अस्पताल में दवाओं की उपलब्धता की भी जानकारी ली। जिलाधिकारी द्वारा अधीक्षक से सीएचसी में कमियों की जानकारी ली तो बताया कि 2 चिकित्सक तथा 02 स्वीपर की आवश्यकता है यदि यह उपलब्ध करा दिए जाएं तो कार्य और बेहतर होगा।
अधीक्षक डॉ वैभव पुरोहित ने जिलाधिकारी को बताया कि अस्पताल की बाउंड्री जो रोड चौड़ीकरण के में ध्वस्त कर दी गई थी, उसे एनएचएआई द्वारा यदि जल्द बनवा दिया जाए तो अस्पताल सुरक्षित हो जाएगा क्योंकि बड़े वाहनों के कारण आवागमन प्रभावित हो रहा है। इस मौके पर उप जिलाधिकारी अंकुर श्रीवास्तव, अधीक्षक डॉ वैभव पुरोहित, कार्यदाई संस्था सीएनडीएस नंदकिशोर राजपूत सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।
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