×

भारतीय रेल: झांसी ने हासिल की बड़ी उपलब्धि, ट्रेनों के समय पालन में बनाया रिकॉर्ड

इसी प्रकार मंडल द्वारा जून माह में भी 15 दिन 100 प्रतिशत समय-पालनता के साथ मासिक औसत 96.66 प्रतिशत समय-पालन का प्राप्त किया है।

Newstrack
Published on: 6 July 2020 9:33 PM IST
भारतीय रेल: झांसी ने हासिल की बड़ी उपलब्धि, ट्रेनों के समय पालन में बनाया रिकॉर्ड
X

झाँसी: झाँसी मंडल द्वारा उत्कृष्ट कार्य करते हुए 29 जून से 5 जुलाई तक लगातार 7 दिनों तक ट्रेनों की समय पालनता को शत-प्रतिशत पूर्ण करते हुए एक नया कीर्तिमान बनाया है। इसी प्रकार मंडल द्वारा जून माह में भी 15 दिन 100 प्रतिशत समय-पालनता के साथ मासिक औसत 96.66 प्रतिशत समय-पालन का प्राप्त किया है।

इस प्रकार के उत्कृष्ट प्रदर्शन से समय-पालनता में मंडल सम्पूर्ण भारतीय रेल में 16 वीं रैंक प्राप्त किया था। मालूम हो कि इस दौरान कोविड-19 के संक्रमण को फैलने से रोकथाम हेतु सम्बंधित सावधानियों का पूर्णतः पालन सुनिश्चित किया गया, जैसे की सामजिक दूरी, फेस कवर, सैनीटाईजेशन आदि।

718 किलोमीटर रेल मार्ग की अत्याधुनिक मशीनों से की गई टैम्पिंग

वर्तमान में चल रहे कोविड -19 संकट के बावजूद, उत्तर मध्य रेलवे ने संरक्षा युक्त और कुशल ट्रेन परिचालनों में नए आयाम स्थापित करते हुए जून-2020 में 94% की उत्कृष्ट समय पालनता, माल लदान में सुधार करते हुए 1.43 मिलियन टन की लदान, माल गाड़ियों की औसत गति में वृद्धि करते हुए 40 मील प्रति घंटे से अधिक की गति हासिल की गई है। ये उपलब्धियां उच्च स्तर के परिचालनिक अनुशासन के साथ ही रेल पटरियों, रोलिंग स्टॉक, ओएचई, सिग्नलिंग, लोकोमोटिव आदि जैसी परिसंपत्तियों के त्रूटि रहित अनुरक्षण द्वारा ही प्राप्त की जा सकी है। रेल मार्ग (परमानेंट वे)का अनुरक्षण संरक्षा युक्त रेल संचालन की रीढ़ होती है और इसी क्रम में लगभग 8147 किलोमीटर रेलपथ का अल्ट्रासोनिक परीक्षण किया गया।

ये भी पढ़ें- इस प्रसिद्ध शिव मंंदिर में पहली बार भगवान भोले के दर्शन नहीं कर पाएंगे भक्त

इसके द्वारा नग्न आंखों से दिखाई नहीं देने वाले किसी भी सूक्ष्मतम आंतरिक दोष का पता लगाया जा सकता है। इसके अलावा जून, 2020 तक उत्तर मध्य रेलवे में 54 किलोमीटर ट्रैक को नवीनीकृत किया गया। ऑसिलेशन निगरानी प्रणाली का उपयोग करते हुए ट्रैक रिकॉर्डिंग कारों को चला कर 21953 किलोमीटर के लिए किया गया ताकि ट्रैक राइडिंग क्वालिटी का पता लगाया जा सके। इस ट्रैक रिकॉर्डिंग उपकरण द्वारा चिन्हित स्थानों पर अपेक्षित रखरखाव इनपुट दिए गए साथ ही 718 किलोमीटर रेल मार्ग की अत्याधुनिक मशीनों से टैम्पिंग की गई है।

परिचालन के लिए फिट ट्रैक का उच्चतम नेटवर्क

उत्तर मध्य रेलवे में सभी जोनल रेलवे की तुलना में 130 किलोमीटर प्रति घंटे के रेल परिचालन के लिए फिट ट्रैक का उच्चतम नेटवर्क है और यह सामान्य परिचालन के समय में 130 किमी प्रति घंटे या उससे अधिक गति पर 100 से अधिक ट्रेनों का परिचालन करता है। ट्रैक के संरक्षा संबंधी रखरखाव को सुनिश्चित करने के अलावा, उत्तर मध्य रेलवे के रेल पथ इंजीनियरों ने सभी कोविड -19 संबंधित सावधानियों को अनुपालन करते हुए निम्न दीर्घकालिक सुधार कार्यों को पूरा किया गया है। उत्तर मध्य रेलवे में ई-डास (इलेक्ट्रॉनिक ड्राइंग एप्रूवल सिस्टम) लागू किया गया है। इस ऑनलाइन टूल का उपयोग करके डिवीजनों से ड्रॉइंग और योजनाओं को अब मंजूरी दी जा रही है। सीआरएस की सभी महत्वपूर्ण टिप्पणियों का समय पर अनुपालन करके, गाजियाबाद-पं. दीन दयाल उपाध्याय खंड की सेक्शनल गति को 130 किमी प्रति घंटे तक बढ़ाया गया है।

ये भी पढ़ें- दबंगों ने घर में घूसकर परिवार को बुरी तरह पीटा, Video वायरल

झाँसी - मानिकपुर खंड में 4 और बयाना-यमुना पुल और आगरा-पलवल खंड में एक-एक मानवयुक्त रेलवे क्रॉसिंग को जून-2020 में बंद कर दिया गया है। इस वर्ष कुल 7 लेवल क्रॉसिंगों को बंद किया गया है और एक-एक आरओबी और आरयूबी को बनाया गया है। आगरा डिवीजन के भांडई, फुलैरा और बाद स्टेशनों और झांसी डिवीजन के बीना- मानिकपुर सेक्शन, ललितपुर और खजुराहो यार्डों में गति और राइडिंग की गुणवत्ता में सुधार के लिए यार्ड लेआउट सुधार के महत्वपूर्ण कार्यों को पूरा किया गया है। ललितपुर-बीना तीसरी लाइन परियोजना में 1.25 लाख मीटर क्यूब से अधिक अर्थ वर्क और 02 छोटे पुलों का निर्माण। आगरा मंडल के मथुरा जंक्शन, बाद और निवाड़ी स्टेशनों पर यात्रियों के सुरक्षित बोर्डिंग और डीबोर्डिंग के लिए प्लेटफार्म उच्चीकरण का कार्य किया गया है ।

रिपोर्ट- बी.के. कुशवाहा

Newstrack

Newstrack

Next Story