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झांसी पुलिस ने फिर बांधे रिश्तों के मजबूत धागे, पति-पत्नी के बीच आई दूरियां की कम

भले ही सोशल मीडिया से जुड़े रहना आज के दौर की जरुरत हो गई है, लेकिन पति-पत्नी के बीच विवाद की मुख्य वजहों में भी ये शामिल हो चुका है।

Shivani Awasthi
Published on: 24 Jan 2021 5:18 PM GMT
झांसी पुलिस ने फिर बांधे रिश्तों के मजबूत धागे, पति-पत्नी के बीच आई दूरियां की कम
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झाँसी। पति-पत्नी के रिश्तों में दरार आने की एक वजह सोशल मीडिया भी है। एक साल में ऐसे कई मामले महिला पुलिस के पास पहुंचे हैं, जिनमें सोशल मीडिया के कारण दांपत्य जीवन में कड़ुवाहट फैल गई। रिश्ते टूटने की कगार पर पहुंच गए, लेकिन पुलिस ने सूझबूझ से इन मामलों को सुलझाया और पति-पत्नी के बंधन को और मजबूत धागे से बांधा। हालांकि इसके बाद भी इन केसों में कोई कमी नहीं आई और हर महीन 10 से 15 मामले पुलिस अफसरों के सामने आ रहे हैं।

पति-पत्नी के रिश्तों में दरार की वजह बन रहा सोशल मीडिया

भले ही सोशल मीडिया से जुड़े रहना आज के दौर की जरुरत हो गई है, लेकिन पति-पत्नी के बीच विवाद की मुख्य वजहों में भी ये शामिल हो चुका है। पुलिस के पास आने वाले ज्यादातर मामलों में पति-पत्नी के बीच विवाद की वजह दहेज प्रताड़ना या सास-ससुर से पटरी न बैठना के बजाय सोशल मीडिया ही बन रहा है। इन नाजुक रिश्तों को टूटने से बचाने में महिला थाने का परामर्श केंद्र अहम भूमिका निभा रहा है। ऐसे कई रिश्ते हैं, जो तलाक की चौखट तक पहुंच चुके थे, परामर्श केंद्र ने काउंसलिंग कर बचा लिए। इसमें 100 फीसदी सफल तो नहीं होते, लेकिन फिर भी आंकड़ा संतोषजनक है।

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सोशल मीडिया के 15 से भी ज्यादा मामले

महिला थाने में दहेज प्रताड़ना, सास-ससुर की प्रताड़ना, पति द्वारा परेशान करना जैसे अन्य कई शारीरिक व मानसिक प्रताड़ना के मामले आते हैं। अब हर माह 10 के आसपास केस सोशल मीडिया से जुड़े आ रहे हैं। महिलाओं की शिकायत है कि पति दिनभर मोबाइल के जरिए सोशल मीडिया पर व्यस्त रहते हैं और परिवार को समय नहीं देते। पति भी कुछ ऐसी ही शिकायत करते हैं। उनका कहना है कि पत्नी परिवार, बच्चों को छोड़ दिनभर चेटिंग में व्यस्त रहती है।

wife husband

दो शिफ्ट में चल रही काउंसलिंग

पति-पत्नी में छोटी से विवाद पर घर टूट जाता है, जिसका सबसे ज्यादा असर बच्चों पर पड़ता है। ऐसे मामले लगातार न बढ़े और टूटे रिश्तों को दोबारा जोड़ने की कोशिश की जाए, इसलिए महिला थाने में ही महिला परामर्श केंद्र बनाया गया है, जहां पति-पत्नी की काउंसलिंग कर उन्हें अलग- अलग समझाइश दी जाती है। इसके अलावा थाने में मौजूद महिला पुलिस भी अपने स्तर पर मामले को दर्ज न करते हुए इसी कोशिश में जुटी रहती है कि वे दोबारा रिश्तों को जोड़ दें।

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नौ मामलों में सात का हुआ निस्तारण

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी के निर्देश में रविवार को महिला थाने में महिला परामर्श केंद्र का आयोजन किया जाता है। रविवार को नौ मामले आए थे। इनमें सात का निस्तारण हो गया। पति-पत्नी खुश होकर रहने का तैयार हो गए। दो मामलों में अगली तारीख दी गई है। परामर्श केंद्र में काउंसलिंग नीति शास्त्री, डॉ आलया एजाज, महिला इंस्पेक्टर पूनम शर्मा, महिला उपनिरीक्षक पूनम वर्मा, मुख्य आरक्षी उमा अहिरवार, महिला आरक्षी महिमा कुशवाहा, कुमकुम आदि लोग उपस्थित रहे।

महिला थाना प्रभारी निरीक्षक पूनम शर्मा ने कहा कि चेटिंग हो या फिर मैसेजिंद के मामले, पति-पत्नी की ऐसी कई शिकायतें आ रही हैं। केस लगातार बढ़ रहे हैं, ऐसे में हमारी यही कोशिश होती है कि विवादों को सुलझाकर पुन: पारिवारिक जीवन शुरु किया जाए।

बीके कुशवाहा

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