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झांसी: पंचायत चुनाव के कारण गांवो में नहीं होगा जल संकट

जिले में प्रधानो के कार्यकाल समाप्त होने की दशा में पंचायतओ की धनराशि में कमी नहीं आने दी जाएगी, हर हाल में पेयजल स्रोतो कि मरम्मत और रखरखाव के काम प्राथमिकता के आधार पर कराए जायेंगे जहां जरुरत होगी वहां टैंकर सप्लाइ द्वारा पेयजल कि आपूर्ति जाएगी।

Monika
Published on: 29 Jan 2021 6:34 PM GMT
झांसी: पंचायत चुनाव के कारण गांवो में नहीं होगा जल संकट
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झाँसी : पंचायत चुनाव के कारण गांवो में नहीं होने दिया जायेगा जल संकट

झाँसी। जिले में प्रधानो के कार्यकाल समाप्त होने की दशा में पंचायतओ की धनराशि में कमी नहीं आने दी जाएगी, हर हाल में पेयजल स्रोतो कि मरम्मत और रखरखाव के काम प्राथमिकता के आधार पर कराए जायेंगे जहां जरुरत होगी वहां टैंकर सप्लाइ द्वारा पेयजल कि आपूर्ति जाएगी। इस कार्य को करने के लिए आचार संहिता का कोई प्रभाव नहीं होगा। नए ग्राम प्रधान निर्वाचन होने तक सहायक विकास अधिकारी प्रशासक होंगे। यह विचार जिला पंचायत राज अधिकारी जगदीश राम गौतम ने परमार्थ समाज सेवी संस्थान द्वारा आयोजित पेयजल, स्वच्छता, समस्याओ के समाधान की दिशा में जन संवाद कार्यक्रम के दौरान एक होटल में व्यक्त किए।

भविष्य में मुश्किल से पानी मिलेगा

उन्होंने कहां कि जल ही जीवन है, जल का लोग दुरुपयोग करते है। भविष्य में मुश्किल से पानी मिलेगा इस लिए जल का संचयन करना है, मनरेगा में 242 तालाबो का निर्माण कराया जाएगा, नहरों में पानी टेल तक पहुचांया जएगा, जिससे किसानों और पशुओं को पानी उपलब्ध होगा। ग्राम पंचायत निधि में आने वाली धनराशि अब सीधा लाभार्थी के खाते में जाएगी। जिससे बीच में धन का दुरुपयोग ना हो। उन्होंने कहां जनपद झांसी में 18442 सर्वे के अनुसार शौचालय निर्माण कि सूची निकलकर आयी थी, जिसके सापेक्ष शासन से प्राप्त धनराशि से शौचालय निर्माण कराया जाएगा । खुले में शौच कि प्रथा बंद करें हर घर में शौचालय निर्माण पर जोर दिया। पंचायत चुनाव में एक तिहाई से अधिक भागीदारी महिलाओ कि होनी चाहिए, जिससे महिलाओ के सम्मान और दर्जे में बढ़ोतरी होगी।

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घर में शौचालय के साथ किचन गार्डन भी बनाए

परमार्थ संस्था के परियोजना प्रबंधक सतीश चंद्र ने कहां हर घर में शौचालय के साथ-साथ किचन गार्डन भी बनाए। गांव के विकास में पेयजल एवं स्वच्छता प्राथमिकता में नहीं हैं। आने वाले पंचायत चुनाव में अच्छी छवि वाले लोगों को पंचायत चुनाव में भागीदारी करनी चाहिए, जिससे समाज में अंतिम व्यक्ति तक पेयजल एवं स्वच्छता की सुविधाओ की कमी ना हो। इससे पहले बरगड गांव कि एलेश कुमारी ने पेयजल कि समस्या को रखा, ग्राम लहार की नीतु ने गंदे कुए से पानी पीने कि मजबुरी को रखा। ग्राम बरगड कि सोना देवी ने गांव में शौचालय ना होने की समस्या रखी।

ग्राम केशवपुर की मंजु देवी ने विधवा पेंशन ना मिलने कि समस्या को रखा। कार्यक्रम में जल सहेलियों ने निष्पक्ष पंचायत चुनाव की शपथ ली। कार्यक्रम का संचालन परमार्थ संस्था के सिद्ध गोपाल ने किया एवं आभार व्यक्त सतीश चंद्र ने किया। इस कार्यक्रम में विकासखंड बबीना और बडागांव के कुल 35 गांव के 125 महिला और पुरुष उपस्थित रहें। परमार्थ संस्था से महताब, जितेंद्र यादव, केपेंद्र, राजेश, मनोज, हेमंत आदि मौजुद रहें।

बीके कुशवाहा

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Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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