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झांसी: रिश्तों को दिया एक और मौका, इन लोगों की जिंदगी में फिर लौटी खुशी

परिवार परामर्श केंद्र में कुछ दिनों पहले का एक ऐसा प्रकरण पहुंचा कि लोग दंग रह गए। मामूली सी बात पर दूल्हा ने दुल्हन को थप्पड़ जड़ दिया, जिससे दुल्हन के गाल पर उंगलियों के निशान बन गए। समझौता शुरु हुआ तो दूल्हा पक्ष ने तर्क दिया कि सालियों ने भद्दा मजाक किया, जिससे लड़का नाराज हो गया।

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Published on: 28 Dec 2020 9:12 AM IST
झांसी: रिश्तों को दिया एक और मौका, इन लोगों की जिंदगी में फिर लौटी खुशी
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झांसी: रिश्तों को दिया एक और मौका, इन लोगों की जिंदगी में फिर लौटी खुशी

झाँसी: जरा सी बात पर दरकते रिश्ते और टूटते परिवारों को जोड़ने के साथ ही पति-पत्नी के रिश्तों की डोर बंधी रहे। कुछ ऐसे ही उद्देश्य को लेकर महिला थाने की पुलिस ने 'बिखरते रिश्तों को संवारने' के लिए परिवार परामर्श केंद्र का आयोजन किया। इसमें सात परिवारों को बुलाया गया। इसमें चार परिवार आपस में साथ रहने को राजी हो गए। परिवार परामर्श केंद्र में सभी को मिलजुल कर रहने का संकल्प लिया गया।

आठ माह में ही रिश्तों में आयी दरार

परिवार परामर्श केंद्र में कुछ दिनों पहले का एक ऐसा प्रकरण पहुंचा कि लोग दंग रह गए। मामूली सी बात पर दूल्हा ने दुल्हन को थप्पड़ जड़ दिया, जिससे दुल्हन के गाल पर उंगलियों के निशान बन गए। समझौता शुरु हुआ तो दूल्हा पक्ष ने तर्क दिया कि सालियों ने भद्दा मजाक किया, जिससे लड़का नाराज हो गया। जिससे दोनों के बीच रिश्तों में दरार आ गई। बाद में दोनों पक्षों को समझाया गया। दोनों एक दूजे के साथ रहने को राजी हो गए।

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एक ही शहर में किराए पर पति-पत्नी

शहर में एक शिक्षक के परिवार के बीच रिश्तों में मामूली कहासुनी को लेकर दरार आ गयी। जिससे दोनों शहर में ही किराए के मकान में अलग- अलग रहने लगे। चार साल के बच्चे के साथ पत्नी अलग रहने गी। जबकि पति शिक्षक अलग रहता था। मामला परिवार परामर्श केंद्र में पहुंचा तो परामर्श केंद्र में मौजूद स्टॉफ ने समझाइश के बाद दोनों एक साथ रहने को राजी हो गए।

किचेन में रहने को कहते हैं...

ससुराल के लोग गर्भवती महिला को किचेन में रहने को कहते हैं। जिससे पति-पत्नी के बीच रिश्तों में दरार आ गई। गर्भवती महिला मायके रहने लगी। समझाइश के बाद दोनों परिवार एक दूसरे के साथ रहने को राजी हुए।

मेडम! पति कहता है प्रेमिका से निकाह करुंगा, तुम्हें दे दूंगा तलाक

मेडम! पति साथ में नहीं रखता है। मासूम बेटी के साथ मां के घर रह रही हूं। वो कहते है कि अब प्रेमिका के साथ निकाह करेंगे। प्रेमिका भी निकाह करने को तैयार है। मुझे तलाक देने का बोलते हैं। कहते है परिजन ने जबरदस्ती तुमसे मेरा निकाह कराया है।

दामाद बोलता है दहेज का सामान ले जाओ

साथ में पहुंची मां ने पुलिस को बताया समझाने के लिए दामाद से बात करती हूं तो वह कहता है घर आकर दहेज का सामान ले जाओ। वह बेटी को साथ नहीं रखना चाहता है। बेटी की एक साल पहले ही शादी हुई है, मासूम बच्चा भी है। फिर भी वह नहीं रख रहा है। कुछ समय से बेटी मायके में ही रह रही है।

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सात में चार में हुआ समझौता

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी के निर्देशन में महिला थाना में परिवार परामर्श केंद्र का आयोजन किया गया। इस केंद्र में सात मामले सामने आए। इनमें चार में समझौता हो गया। केंद्र में महिला थाना प्रभारी निरीक्षक पूनम शर्मा, उपनिरीक्षक पूनम वर्मा, महिला हेड कांस्टेबल उमा अहिरवार, महिला आरक्षक प्रतिमा, नीतू पाल आदि लोग उपस्थित रहे है।

रिपोर्ट: बीके कुशवाहा



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