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Jhansi News: स्कूलों/कॉलेजों में बच्चों को एल्बेंडाजोल दवा खिलाई गई या नहीं, का होगा सत्यापन
Jhansi News: जिलाधिकारी ने कहा कि आशा,आंगनबाड़ी घर-घर जाती है दस्तक अभियान में यह भी अभिभावकों को जागरूक करें कि बच्चों को 10 अगस्त 2023 के दिन बच्चों को अवश्य स्कूल भेजें ताकि उन्हें दवाई खिलाई जा सके।
Jhansi News: जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार की अध्यक्षता में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम के संबंध में बैठक विकास भवन सभागार में संपन्न हुई। जिलाधिकारी ने बताया कि इस कार्यक्रम में 10 अगस्त 2023 से 01 वर्ष से लेकर 19 वर्ष से कम उम्र के किशोरों और किशोरियों एल्बेंडाजोल टेबलेट खिलायी जाएगी। जनपद में 9,14,632 बच्चों को दवा खिलाई जाने का लक्ष्य है इस लक्ष्य की पूर्ति के लिए उन्होंने निर्देश दिए कि दवाओं का समय से वितरण किया जाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि दवा स्कूल में ही खिलायी जाए, उनके अभिभावकों को किसी भी दशा में दवाई ना दी जाए।
जिलाधिकारी ने कहा कि आशा,आंगनबाड़ी घर-घर जाती है दस्तक अभियान में यह भी अभिभावकों को जागरूक करें कि बच्चों को 10 अगस्त 2023 के दिन बच्चों को अवश्य स्कूल भेजें ताकि उन्हें दवाई खिलाई जा सके। उन्होंने कहा कि अभिभावकों को भी जागरूक किया जाए कि दवा खाने से बच्चों के पेट में जो कीड़े हैं वह मर जाते हैं और बच्चा जो खाना खाता है जिससे उसका शरीर स्वस्थ रहता है। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि जनपद में घुमंतु परिवार के बच्चों सहित क्रेशर तथा कंस्ट्रक्शन साइट पर रह रहे परिवार के बच्चों पर भी फोकस करते हुए, उन्हें दवा खिलाया जाना सुनिश्चित किया जाए।
जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए कहा कि पूर्व के अभियान में जनपद में 85% ही बच्चों को दवा खिलाई गई, परंतु इस वर्ष शत-प्रतिशत बच्चों को दवा खिलाया जाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने माइक्रो प्लान के अनुसार ही कार्य करने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि जिस क्षेत्र में कम बच्चों को दवा खिलाई गई उस क्षेत्र अधिक फोकस करते हुए एमओआईसी स्वयं बच्चों को दवा पिलाई जाना सुनिश्चित करें।
जनपद में अभियान का शुभारंभ सेंट फ्रांसिस कॉन्वेंट इंटर कॉलेज में बच्चों को दवा खिलाते हुए किया जाएगा। जिलाधिकारी ने कहा कि शासनादेश सभी प्राइवेट स्कूल एवं कॉलेजों के प्रिंसिपल को दें। दवा विद्यालय में खिलायी जाएगी।उन्होंने कहा इस अभियान को सफलता पूर्वक चलाया जाना है, निश्चित प्रोफॉर्मा बनाकर कार्य करें औपचारिकता न निभाएं। डॉ उत्सव राज ने बताया कि 01 से 02 वर्ष के बच्चों को आधा गोली खिलाया जाना है, इसके साथ ही 02 से 03 वर्ष के बच्चों को पूरी गोली पीसकर खिलाई जानी है। इसके अतिरिक्त वर्ष 03 वर्ष से 19 वर्ष तक के बच्चों को पूरी गोली चबा-चबा कर खानी होगी तथा इसके उपरांत अधिक से अधिक पानी पीना अनिवार्य है।