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Jhansi News: अपनी जगह बनाने के लिए रेलवे अफसर रच रहे हैं नए-नए षडयंत्र?

Jhansi News: वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक प्रयागराज मंडल में पदस्थ अफसर की गंभीर शिकायतें प्राप्त हो रही है। उनके द्वारा अनैतिक निर्णय लेकर भ्रष्टाचार किए जा रहे हैं। बताते हैं कि पूर्व में भी आगरा, झाँसी मंडल में ब्रांच अधिकारी रहते हुए ऐसे ही भ्रष्टाचार के मामले प्रकाश में आने पर हटाए गए थे और आखिर रेल प्रशासन ऐसे भ्रष्ट अधिकारी को बार-बार अधिकारी क्यों पदस्थ करता है। यह सवाल बना हुआ है।

B.K Kushwaha
Published on: 24 May 2023 3:40 AM IST
Jhansi News: अपनी जगह बनाने के लिए रेलवे अफसर रच रहे हैं नए-नए षडयंत्र?
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NCRES General Secretary demanded transfer of NCR General Manager Senior DOM Prayagraj (Photo-Social Media)

Jhansi News: अपनी जगह बनाने के लिए रेलवे अफसर नए से नए षडयंत्र रच रहे हैं। रेलवे कर्मचारियों को लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है। इस कारण वाणिज्य व परिचालन विभाग के कर्मचारी काफी परेशान है। प्रयागराज में पदस्थ सीनियर डीसीएम पर तमाम भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इस मामले में एनसीआरईएस के महामंत्री आर पी सिंह ने एनसीआर के महाप्रबंधक को भेजे शिकायती पत्र के माध्यम से सीनियर डीसीएम/सीनियर डीओएम प्रयागराज का स्थानांतरण करने की मांग की है।

मंडल से हटाए गए भ्रष्ट अफसर

वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक प्रयागराज मंडल में पदस्थ अफसर की गंभीर शिकायतें प्राप्त हो रही है। उनके द्वारा अनैतिक निर्णय लेकर भ्रष्टाचार किए जा रहे हैं। बताते हैं कि पूर्व में भी आगरा, झाँसी मंडल में ब्रांच अधिकारी रहते हुए ऐसे ही भ्रष्टाचार के मामले प्रकाश में आने पर हटाए गए थे और आखिर रेल प्रशासन ऐसे भ्रष्ट अधिकारी को बार-बार अधिकारी क्यों पदस्थ करता है। यह सवाल बना हुआ है।

कारनामा -1

विनोद कुमार सिंह पूर्व में सीआईटी/ लाइन के पद पर कार्य कर रहे थे, उसी समय से रोस्टर में भ्रष्टाचार की जांच की जा रही थी। विनोद कुमार सिंह के कार्यकाल में एस के पांडेय का कार्य देखते थे, उसी समय बिजिलेंस द्वारा रोस्टर की जांच की गई तो ढेरो अनियमिततायें पायी गई। इसके फलस्वरुप बी के सिंह को पनिशमेंट देते हुए प्रशासनकि आधार पर समय पूर्व सेवा से मुक्त कर दिया गया था। बताते हैं कि सीनियर डीसीएम की अनुमति के बिना रोस्टर में कोई भी बदलाव नहीं किया जाएगा। राकेश कुमार ने पदभार संभाला तो उनको धमकी दी गई थी कि रोस्टर में फेरबदल किया तो विजिलेंस की जांच बैठवा देंगे। बाद में राकेश कुमार ने मानसिक प्रताड़ना से तंग आकर पद छोड़ दिया था।

पार्सल पोर्टर को बना दिया पार्सल बाबू

वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक ने मुख्य पार्सल पर्यवेक्षक एम डी पांडेय को हटाकर सबसे जूनियर कर्मचारी संजय को मुख्य पार्सल पर्यवेक्षक प्रशासन के पद पर पदस्थ कर दिया। सबसे दिलचस्प एवं महत्वपूर्ण यह है कि इनके कार्यकाल में पार्सल पोर्टर को पार्सल बाबू बना दिया गया और उनसे मनचाही उगाही की जा रही है।

आरोप पत्र जारी कर उनसे की जा रही हैं वसूली

रेलवे अफसर द्वारा कर्मचारियों को आरोप पत्र जारी कर उनसे भी वसूली की जा रही है। कर्मचारी को पहले मानक पत्र-11 जारी किया जाता है और जब उससे वसूली हो जाती है तो रेलवे (अनुशासन एवं अपील) नियम 1968 का उल्लंघन का रिकार्डेंड वार्निग का दंड अधिरोपित किया जाता है, जबकि नियम में मानक पत्र-11 में रिकार्डेंड वार्निग का दंड दिये जाने का कोई प्रावधान नहीं है। उदाहरण के तौर पर एम डी पांडेय सीपीएस प्रयागराज तथा अनिल कुमार कार्यालय अधीक्षक माल को जारी मानक पत्र-11 में अधिरोपित दंड को देखकर की जा सकती हैं। एेसे पत्रावली चेक करने पर कई उदाहरण और मिलेंगे।

झाँसी मंडल को लगाया जा रहा हैं अरबों का चूना

झाँसी मंडल में वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक रहते हुए एम/एस के एम इन्फ्रॉ प्राइवेट लिमिटेड दिल्ली की फर्म के मालिक जय नारायण यादव के साथ मिलकर रेलवे को अरबों का चूना लगाकर करोड़ों रुपये की उगाही की गई है लेकिन रेलवे ने इस भ्रष्ट अधिकारी पर मेहरबानी करके साक्ष्यों को दरकिनार कर अलग अलग पोस्टिंग की जाती रही, जिसके कारण इनके द्वारा निडर होकर भ्रष्टाचार किया जाता रहा। मामला यह है कि 18 जनवरी 2019 को एम/एस के एम इन्फ्रॉ प्राइवेट लिमिटेड ने झाँसी के सिंहपुर डुमरा स्टेशन से आर आर नंबर-212000004 पर 58 वैगन का रेक बुक किया गया जिस पर 3995969/का राजस्व प्राप्त हुआ और पार्टी द्वारा लगभग दोगुना माल लोड किया गया जैसा कि उस पार्टी द्वार रेगुलर किया जाता रहा था। बताते हैं कि ओवर लोड गाड़ी को केआईडी स्टेशन से 100 किमी, पीछे चलाकर सारे सेफ्टी नियमों का उल्लंघन करते हुए एसपीडीएम स्टेशन पर वापस लाया गया। वापस लगभग 100 किमी पीछे चलाया गया जिसके बीच में केन और बेतवा नदी का पुल भी है जिसमें कुछ भी हादसा हो सकता था। इस मामले को तत्कालीन वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक झाँसी ने पकड़ा लिया और उस पाटर्ी पर 45 लाख का जुर्माना लगा दिया गया था।



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B.K Kushwaha

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