Jhansi News: थानों में स्थापित हेल्प डेस्क महिलाओं के लिए बना वरदान, तत्काल सुनवाई से हो रहा समस्याओं का समाधान

Jhansi News: एसएसपी राजेश एस का कहना है कि आज महिलाएं प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ रही है। महिलाएं स्वयं के साथ-साथ अपने परिवार की जिम्मेदारियां भी उठा रही है। कभी-कभी महिलाओं को कार्यस्थल या रास्ते में छींटाकशी व अन्य कठिनाई का सामना करना पड़ जाता है।

B.K Kushwaha
Published on: 28 July 2023 4:58 PM GMT (Updated on: 29 July 2023 9:02 AM GMT)
Jhansi News: थानों में स्थापित हेल्प डेस्क महिलाओं के लिए बना वरदान, तत्काल सुनवाई से हो रहा समस्याओं का समाधान
X
(Pic: Newstrack)

Jhansi News: महिला हेल्प डेस्क पीड़िताओं के लिए वरदान साबित हो रहा है। शासन के द्वारा थानों में पीड़ित महिलाओं की शिकायतों के निस्तारण के लिए हेल्प डेस्क की स्थापित कराई गई थी। महिला पुलिस कर्मियों की तैनाती भी की गई हैं। यहां मामलों की तत्काल सुनवाई की जाती है। अधिकतर मामले दोनों पक्षों के बीच आपसी सुलह समझौते से निपटाए जा रहे हैं।

पुलिस उपमहानिरीक्षक जोगेन्द्र कुमार, एसएसपी राजेश एस और एसपी सिटी ज्ञानेंद्र कुमार सिंह के निर्देशन में सिटी सर्किल के थानों में महिला हेल्प डेस्क में सबसे अधिक मामले घरेलू हिंसा, पति-पत्नी के बीच विवाद और जमीन संबंधित आ रहे हैं। वहीं छेड़छाड़, मारपीट और गुमशुदगी के मामले भी पहुंच रहे हैं। सीपरा बाजारा थाना के महिला हेल्प डेस्क में बीते माह अब तक 40 मामले आए हैं जिनका सभी मामलों का थाने में सुलह समझौता हो गया है। यही नहीं, सीपरी बाजार थाना प्रभारी निरीक्षक संजय कुमार शुक्ला रोजाना महिला हेल्प डेस्क में आ रहे मामलों की मॉनीटरिंग भी कर रहे हैं। रोजाना वह पीड़िता के मोबाइल नंबर पर महिला कांस्टेबल से बात कराकर समस्या से निस्तारण संबंधित जानकारी भी ली जाती है।

इस समय सीपरी बाजार थाना महिला हेल्प डेस्क पर महिला मुख्य आरक्षी मीनू सिंह और महिला आरक्षी आरती तैनात है। इसके अलावा एंटीरोमिया प्रभारी महिला उप निरीक्षक माधुरी शर्मा के निर्देशन में एंटीरोमियो टीम की सदस्या प्रीती देवी व पुनीता मोहल्लों में जाकर महिलाओं व छात्राओं की तमाम जानकारियां दे रही हैं। इस संबंध में एसएसपी राजेश एस का कहना है कि आज महिलाएं प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ रही है। महिलाएं स्वयं के साथ-साथ अपने परिवार की जिम्मेदारियां भी उठा रही है। कभी-कभी महिलाओं को कार्यस्थल या रास्ते में छींटाकशी व अन्य कठिनाई का सामना करना पड़ जाता है। ऐसे में महिलाओं को चुप नहीं रहना चाहिए बल्कि आगे आकर ऐसे व्यक्तियों की शिकायत तुरंत पुलिस से करनी चाहिए ताकि ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई की जा सके।

महिला हेल्प डेस्क की लें सहायता

उन्होंने बताया कि जनपद के प्रत्येक थाने पर महिला हेल्प डेस्क बनी हुई है। इन हेल्प डेस्क पर हर समय महिला पुलिसकर्मी द्वारा गोपनीयता बनाए रखते हुए महिलाओं की समस्याओं को सुना जाता है। कोई भी व्यक्ति रास्ते में, कार्यस्थल पर, फोन पर या अन्य किसी माध्यम से परेशान करने की कोशिश करता है तो पीड़िता इसकी सूचना तुरंत महिला हेल्प डेस्क पर दे जिससे आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो सके। उन्होंने महिला सुरक्षा चक्र के बारे में जानकारी देते हुए वूमेन पावर लाइन -1090, चाइल्ड हेल्प लाइन 1098, महिला हेल्पलाइन 181 व पुलिस हेल्पलाइन नंबर डायल-112 के बारे में बताया गया।

साइबर क्राइम से बचाव की जानकारी दी

जागरुकता कार्यक्रम के दौरान उन्होंने महिलाओं का साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 व साइबर अपराध से बचाव के संबंध में भी विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इंटरनेट का इस्तेमाल करते हुए सतर्क रहना चाहिए। अनजान फोन कॉल व वीडियो कॉल नहीं उठाने चाहिए व लालच में आकर किसी के साथ अपनी निजी जानकारी साझा नहीं करनी चाहिए।

B.K Kushwaha

B.K Kushwaha

Next Story