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Kannauj News: बाढ़ के पानी में डूबे कई गांव‚ गांव से सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए डीएम ने दिए निर्देश
Kannauj News: बांधों से लगातार छोड़े जा रहे पानी के कारण कन्नौज में गंगा नदी से बाढ़ जैसे हालात बन गये है। गंगा खतरे के निशान 125.97 सेमी के करीब पहुंच गई है। जिससे कटरी क्षेत्र के आस–पास के गांवों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
Kannauj News: यूपी के कन्नौज जिले में लगातार गंगा का जलस्तर बढ़ता जा रहा है। गंगा का विकराल रूप देखकर ग्रामीण दहशत में है क्योंकि कि अब गंगा का पानी गांवों तक पहुंच गया है। आबादी तक बाढ़ का पानी पहुंचने से जिला प्रशासन भी अलर्ट हो गया है। जिसको लेकर डीएम ने खुद बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा कर बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया। बाढ़ का पानी आबादी तक पहुंचने को लेकर डीएम ने ग्रामीणों सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने के निर्देश भी दिए है इसके साथ ही उन्होंने बाढ़ पीड़ितों को कैंप में रहने की भी व्यवस्था की है। बाढ़ के पानी से ग्रामीणों की फसले जलमग्न हो गई है‚ जिससे मवेशियों को खिलाने के लिए चारा का संकट भी गहरा गया है। ग्रामीण पानी में डूबी गृहस्थी का सामान लेकर सुरक्षित स्थान पर जाने का मजबूर है।
बांधों से लगातार छोड़ा जा रहे हैं पानी - डीएम
आपको बताते चलें कि पहाड़ों पर हो रही बारिश से उत्तर प्रदेश की नदियां उफान पर हैं। बांधों से लगातार छोड़े जा रहे पानी के कारण कन्नौज में गंगा नदी से बाढ़ जैसे हालात बन गये है। गंगा खतरे के निशान 125.97 सेमी के करीब पहुंच गई है। जिससे कटरी क्षेत्र के आस–पास के गांवों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। बाढ़ का पानी अब लोगों के घरों तक पहुंचने लगा है। जिसको देखते हुए जिलाधिकारी शुभ्रांत कुमार शुक्ल के ग्रामीणों को सख्त निर्देश दिये है कि वह किसी सुरक्षित स्थान पर चले जायें‚ साथ ही प्रशासन ने बाढ़ पीड़ितों के लिए बनाये गये कैंप में जाने के निर्देश दिये है। ताकि बाढ़ के प्रकोप से बचाया जा सके।
ग्रामीणों ने खाली किए गांव
बाढ़ की दहशत और गांव तक पानी पहुंचने के कारण ग्रामीण भयभीत है। महादेवी गंगा घाट पर गंगा खतरे के निशान पर पहुंच गई है। बाढ़ का पानी लोगों के घरों तक पहुंचने लगा है जिससे ग्रामीण गांव खाली कर सुरक्षित और ऊंचे स्थानों पर जा रहे हैं। गंगा किनारे बसे गांवों में बाढ़ का मंजर साफ दिखने लगा है। इन क्षेत्रों में अफरातफरी की स्थिति बनी हुई है। कासिमपुर और बक्सीपुरवा के लोग जहां तहां ऊंचे स्थानों पर शरण ले रहे हैं। हरदोई-कन्नौज मार्ग पर पन्नी तानकर लोगों ने अपना आशियाना बना लिया है। कई दिनों से गांव में पानी भरने से ग्रामीणों को अब कच्चे-पक्के मकान ढहने का खौफ सता रहा है।
बाढ़ से प्रभावित है यह गांव
गंगा नदी और काली नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट है। दोनों नदियों का पानी कई गांवों को प्रभावित करने लगा है। कासिमपुर, कटरी गंगपुर‚ बक्सीपुर्वा समेत करीब 12 बाढ़ प्रभावित गांवों में राजस्व टीमों को लगाया गया है। गंगा के बढ़ते जलस्तर को देखकर गंगा में नाविकों के जाने पर रोक लगा दी गई है। बाढ़ से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरह से तैयार हैं। जलस्तर के बारे में पल-पल जानकारी ली जा रही है। गंगा का जलस्तर बढ़ने से सहायक काली नदी भी उफान पर है। दोनों नदियों के किनारे बगैन, तरोई, लौकी और धनियां की करीब दो बीघा फसलें जलमग्न हो गईं। गंगा का जलस्तर बढ़ने से लोगों को परेशानी हो रही है। जिलाधिकारी शुभ्रांत कुमार शुक्ल ने बताया कि नरौरा बांध से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। इससे बाढ़ के हालात हो गए हैं। प्रशासन की ओर से सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। ग्रामीणों को राहत सामग्री मुहैया कराई जा रही है।