×

कानपुर देहात में 6 मजदूरों की मौत: पुलिस ने किया होता ऐसा, तो नहीं जाती जान

भोगनीपुर कोतवाली क्षेत्र के मऊखास गांव के निकट अनियंत्रित होकर ट्रक मुगल रोड के किनारे पलट गया जिससे उसमें सवार 3 महिलाओं समेत छह लोगों की मौत हो गई।

Chitra Singh
Published on: 2 March 2021 2:09 PM GMT
कानपुर देहात में 6 मजदूरों की मौत: पुलिस ने किया होता ऐसा, तो नहीं जाती जान
X
कानपुर देहात में 6 मजदूरों की मौत: पुलिस ने किया होता ऐसा, तो नहीं जाती जान

कानपुर देहात: होली के त्यौहार को अच्छी तरह मनाने के लिए चंद पैसे कमाने के लिए निकले थे। अपने कुछ साथियों के साथ क्या पता था कि मौत की आगोश में समा जाएंगे. मऊ माचा में जान गवाने वाले श्रीकांत के पुत्री कोमल पत्नी राधा ने घर में कहा था कि 2 मार्च को अभी सिरसागंज आलू खोदने ना चलो 3 तारीख को घर में रिश्तेदार आ रहे हैं। उनसे मिलकर 4 मार्च को सभी मिलकर आलू खोदने चलेंगे। अगर उनकी बात घर वालों ने मान ली होती तो वह आज घर के तीन-तीन सदस्य की जाने ना गई होती। काल की मौत से बच निवेश ने उक्त बातें बताएं और रो-रोकर समय समय को कोष रहा था।

भीषण सड़क दुर्घटना

भोगनीपुर से 3 किलोमीटर दूर मऊ माचा गांव के सामने भीषण सड़क दुर्घटना हुआ, जहां 6 लोगों की मौत हो गई वहीं 2 दर्जन से अधिक गंभईर रूप से घायल है। घायलों को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। बता दें कि मऊ माचा गांव के सामने हुई भीषण दुर्घटना मैं गरीबी भी काफी हद तक मूल कारण बनी। घाटमपुर से सिरसागंज जाने के लिए परिवहन निगम की बस से ₹180 प्रति सवारी किराया बनता है जबकि ट्रक वाले मात्र ₹50 में घाटमपुर व भोगनीपुर से सिरसागंज तक सवारियों को ले जाते हैं। गरीबी में परिवहन निगम की बसों का किराया ना होने के कारण भोले भाले गरीब मजदूर जानबूझकर जान जोखिम में डालकर ट्रकों में सवारी करते हैं और काल का ग्रास बन जाते हैं जबकि ट्रक में सवारी करने से कोई क्लेम भी नहीं मिलता।

ये भी पढ़ें... जौनपुर में पंचायत चुनाव, अलर्ट हुई पुलिस प्रशासन, जाने क्या है तैयारी

मजदूरों की मौत

होली का त्यौहार भी खुशियों का त्योहार माना जाता है लेकिन इन मजदूरों के लिए मौत बनकर आया। इन मजदूर परिवारों की सहमत बनी थी की होली त्यौहार के लिए परदेस में एक महीने की मजदूरी कर ले जिससे कुछ हजार रुपए हाथ में नगद आ जाएं व पूरे वर्ष खाने के लिए आलू भी मिल जाए क्योंकि इस वर्ष आलू ने पिछले कई वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया था। गरीब मजदूर महंगाई में 60 रुपए किलो आलू खरीदने पर मजबूर हो गया था जिस कारण होली का त्यौहार वह आलू की महंगाई ने भी इन मजदूरों की मौत खींचकर ले आई।

42 लोगों की हुई मौतें

लॉकडाउन के दौरान औरैया के पास भी गत वर्ष बोरी लदा ट्रक पलट जाने से 42 लोगों की मौतें हुई थी। फिर भी यातायात पुलिस परिवहन विभाग व पुलिस विभाग में कोई सबक नहीं ली और माल भाड़ा वाहन में सवारिया ले जाने की खुली छूट दे रखी जिसका परिणाम आज है की अनमोल 6 जाने चली गई। यातायात पुलिस चौराहे व विद्यालयों में बड़े-बड़े बैनर लगा देती है लेकिन जमीनी हकीकत में माल भाड़ा वाहन चालकों को बिल्कुल जागरूक नहीं कर रही है जिसका परिणाम है कि 6 जने चली गई कई जिंदगियां जिंदगी और मौत से जूझ रही हैं।

भोगनीपुर कोतवाली क्षेत्र के मऊखास गांव के निकट अनियंत्रित होकर ट्रक मुगल रोड के किनारे पलट गया जिससे उसमें सवार 3 महिलाओं समेत छह लोगों की मौत हो गई। वही 13 अन्य घायल हो गए जिनमें से 8 लोगों को प्राथमिक उपचार के बाद सीएचसी पुखराया से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।

kanpur dehat

हादसे के शिकार हुए ये सवारी

थाना घाटमपुर के बरनाव गांव निवासी रामखिलावन की पुत्री चन्दावती (14), अरविंद (25), रमेश (45), नर्वेश (18), राम खिलावन (55), साजन (9), अमर सिंह की पुत्री नीलम (17), पुत्र ध्रुव कुमार (13), सभाजीत10, जगन्नाथ की पुत्री सोनी (15), मानसिंह उर्फ मुनिया की पत्नी पिंकी (45), पच्चो (18), हमीरपुर के कलौलीतीर गांव निवासी लालाराम (39), पत्नी रज्जन देवी (40), दीनदयाल के पत्नी सुमित्रा (60), कृष्ण की पत्नी शिवप्यारी (55), शिवलाल (70), थाना जलालपुर हमीरपुर के बदरा गांव निवासी गजराज की पत्नी विमला देवी, श्रीकांत की पत्नी राधा (42), पुत्री कोमल (9) व पुत्र सूरज5 भोगनीपुर से ट्रक में सवार होकर आलू बीनने सिरसागंज जा रहे थे। मऊ खास गांव के निकट चालक के गाना बजाने के दौरान ट्रक अनियंत्रित होकर मुगल रोड के किनारे पलट गया सूचना पर पहुंची।

ये भी पढ़ें... कानपुर देहात: संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन, मुख्य विकास अधिकारी ने की समीक्षा

घायलों को रेफर किया अस्पताल

पुलिस ने घायलों को बाहर निकालकर उपचार के लिए सीएचसी पुखराया लेकर आए । जहां पर चिकित्सक डॉक्टर बृजेश कुमार ने बरनाव गांव निवासी मुनिया की पत्नी पिंकी रामखिलावन की पुत्री चन्दावती, रमेश, कलौलीतिर के श्रीकांत का पुत्र सूरज पुत्री कोमल पत्नी राधा की मौत हो गई। वही लालाराम सुमित्रा रंजन देवी विमला देवी बच्चों शिवलाल साजन शिव प्यारी को प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया। सूचना पर सीएचसी पुखरायां पहुंचे पुलिस अधीक्षक केशव कुमार ने परिवारी जनों को ढाढ़स बंधाया व जांच पड़ताल की।

रिपोर्ट- मनोज सिंह

दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Chitra Singh

Chitra Singh

Next Story