×

कानपुर: आग की चपेट में आने से पांच फैक्ट्री जलकर हुई बर्बाद

मंगलवार सुबह कचरी फैक्ट्री में आग लगने से हडकंप मच गया। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया, आग ने अपनी चपेट में ख्पांच फैक्ट्रियों को ले लिया। फैक्ट्री में रखा कच्चा माल और तैयार माल जलकर बर्बाद हो गया।

Roshni Khan
Published on: 18 Jun 2019 12:21 PM IST
कानपुर: आग की चपेट में आने से पांच फैक्ट्री जलकर हुई बर्बाद
X

कानपुर: मंगलवार सुबह कचरी फैक्ट्री में आग लगने से हडकंप मच गया। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया, आग ने अपनी चपेट में ख्पांच फैक्ट्रियों को ले लिया। फैक्ट्री में रखा कच्चा माल और तैयार माल जलकर बर्बाद हो गया। फैक्ट्री में मौजूद गार्ड और कर्मचारी अपनी जान बचा भागने लगे।

आग की सूचना पर पहुंची फायर ब्रिग्रेड की दो दर्जन से अधिक गाड़ियों ने 5 घंटे की मसक्कत के बाद आग पर काबू पाया। वहीं पुलिस ने आसपास की फैक्ट्रियों से ज्वलनशील पदार्थो को हटा कर सुरक्षित स्थान पर रखवाया।

ये भी देंखे:उद्धव और कैशव के जल्द राम मन्दिर निर्माण वाले बयान पर उलेमा नाराज

गोविंद नगर थाना क्षेत्र स्थित दादा नगर बी सेक्टर में बड़े खाली प्लाट में पांच फैक्ट्रियां सचालित थी। जिसमे कचरी ,चूरन ,केमिकल ,स्क्रैब और आयरन का काम होता था। सोमवार तड़के सुबह कचरी के गोदाम में शॉट सर्किट से आग लग गई। अचानक गोदाम से आग की लपटें उठने लगी। फैक्ट्री के अंदर रहने वाले विरेन्द्र सिंह का परिवार आग की लपटों में घिर गया। किसी तरह से वहां मौजूद लोगो ने पूरे परिवार को फैक्ट्री से बाहर निकाला। विरेन्द्र सिंह की पूरी ग्रास्थी भी आग की चपेट में आ गई।

कचरी फैक्ट्री से उठने वाली आग की लपटों ने चूरन, केमिकल, स्क्रैब और आयरन फैक्ट्री को भी अपनी चपेट में ले लिया। पूरी फैक्ट्री धू-धू कर जलने लगी । यदि मौके पर दमकल की गाडियां नहीं पहुंचती तो आसपास की और भी फैक्ट्रियां इसकी चपेट में आ जाती। फायर ब्रिग्रेड की गाड़ियों ने पास की फैक्ट्रियों से खाली फायर ब्रिग्रेड की गाड़ियों को भरने का काम किया।

ये भी देंखे:UP कैबिनेट: वृक्ष अभिभावक से प्रदेश बनेगा हरा भरा, प्राणी उद्यान के साथ 6 बिंदुओं पर प्रस्ताव पास

फायर ऑफिसर के मुताबिक अभी ये स्पष्ट नहीं है कि आग किस वजह से लगी है। इसकी जांच की जाएगी ,आग में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि पूरी फैक्ट्री की चारो तरफ से घेराबंदी करके पानी की बौछार की गई। जिसकी वजह से आग नहीं बढ़ पाई। दीवारों को तोड़ कर फैक्ट्री के धधक रही आग को बुझाया गया।

Roshni Khan

Roshni Khan

Next Story