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Kanpur News: कानपुर के रूमा में साढ़े तीन घंटे फँसी रही 17 ट्रेनें, ये थी बड़ी वजह

Kanpur News: अब मंगलवार से मेल, एक्सप्रेस और मालगाड़ी चंदारी से न्य़ू कानपुर तक अलग-अलग ट्रैक से चलेंगी।

Anup Panday
Published on: 30 May 2023 4:04 AM IST
Kanpur News: कानपुर के रूमा में साढ़े तीन घंटे फँसी रही 17 ट्रेनें, ये थी बड़ी वजह
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17 trains stuck in Ruma(Pic Credit - Social Media)

Kanpur News: कानपुर सेंट्रल से रूमा के बीच स्थित चंदारी रेलवे स्टेशन से रूमा तक डाली गई तीसरी नई रेललाइन की नॉन इंटरलॉकिंग का काम सोमवार को पूरा हो गया। अब मंगलवार से मेल, एक्सप्रेस और मालगाड़ी चंदारी से न्य़ू कानपुर तक अलग-अलग ट्रैक से चलेंगी। इससे मेल, एक्सप्रेस ट्रेनें मालगाड़ी के फेर में अकारण लेट न होंगी। नॉन इंटरलॉकिंग कार्य की वजह से सोमवार को दिन में 11 से 2.30 बजे के बीच हावड़ा रूट पर कानपुर से रूमा के बीच ब्लाक लिया गया। इस चक्कर में पुरी, मुरी, महानंदा सहित 17 ट्रेनें फंसी रही। इसमें से सात ट्रेनें कानपुर सेंट्रल पर दो छह ट्रेनें बीच रास्ते में फंसी रही। ट्रेनें एक से दो घंटे तक लेट हुई।

ओएचई और परिचालन का ब्लाक होने की वजह से कानपुर सेंट्रल से न्यू कानपुर (रूमा) के बीच तीन घंटे संचालन ठप रहा। इस कारण 12308 जोधपुर-हावड़ा एक्सप्रेस,12506 नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस,12816 नन्दन कानन एक्सप्रेस, 12311हावड़ा कालका नेताजी एक्सप्रेस, 12488 जोगबनी एक्सप्रेस, 12307 हावड़ा जोधपुर एक्सप्रेस,18102 टाटा जम्मूतवी एक्सप्रेस कानपुर सेंट्रल पर खड़ी रही। इसके अलावा 18102 मुरी एक्सप्रेस, 15483 महानंदा एक्सप्रेस 15003 चौरीचौरा एक्सप्रेस, 12987 बाड़मेर एक्सप्रेस सहित छह ट्रेनें रास्ते में फंसी रही। इसके अलावा चार मालगाड़ियों का भी संचालन बाधित रहा।

वंदेभारत के निकालते ही लिया ब्लाक

रेलवे अफसरों ने इस रूट की वीवीआईपी वंदेभारत एक्सप्रेस के कानपुर सेंट्रल से प्रयागराज से निकलते ही ब्लाक ले लिया गया। इसका मतलब वंदेभारत समय पर चला दी गई। इसके बाद तीन घंटे का ब्लाक ले लिया गया।

अलग-अलग ट्रैक,अब लेट न होंगी ट्रेनें

रेलवे अफसरों ने बताया कि चंदारी से न्यू कानपुर के बीच मालगाड़ी और मेल, एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन एक ही ट्रैक से होता था। इस वजह से रेल प्रशासन ने चंदारी से न्यू कानपुर (डीएफसी स्टेशन, रूमा) तक तीसरी लाइन डाली। इसके बाद इस लाइन पर संचालन के लिए नान इंटरलॉकिंग का काम पूरा हो गया। अफसरों का दावा है कि अब एक दूसरे के चक्कर में ट्रेनें न फंसेंगी। चंदारी में 26 कोच के बराबर एक नई लूपलाइन भी बन गई है। विषम परिस्थितियों से लूपलाइन से भी संचालन करके ट्रेनों को गुजारा जाएगा।

Anup Panday

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