×

14 करोड़ की ठगी कर चुका है ये आरोपी, 5 साल में लखपति बनने की देता था गांरटी

पांच साल में रुपए दोगुने करने के नाम पर ठगी करने वाले नटवरलाल को पुलिस को गिराफ्तार किया है। इस नटरलाल का नेटवर्क देश के विभिन्न राज्यों में फैला है। चिटफंड कंपनी खोलकर लोगों का रुपया दोगुना करने का झांसा देता था।

Aditya Mishra
Published on: 26 Jun 2019 9:36 PM IST
14 करोड़ की ठगी कर चुका है ये आरोपी, 5 साल में लखपति बनने की देता था गांरटी
X

कानपुर: पांच साल में रुपए दोगुने करने के नाम पर ठगी करने वाले नटवरलाल को पुलिस को गिराफ्तार किया है। इस नटरलाल का नेटवर्क देश के विभिन्न राज्यों में फैला है। चिटफंड कंपनी खोलकर लोगों का रुपया दोगुना करने का झांसा देता था। कई राज्यों और जनपदों में लगभग 14 करोड़ रुपए की ठगी कर चुका है। पुलिस रिकार्ड के मुताबिक ये 2016 से फरार था।

ये भी पढ़ें...कानपुर: चौकी प्रभारी ने चौकी पहुंचे प्रेमी जोड़े की शादी कराकर किया कन्यादान

हरबंश मोहाल पुलिस ने चिटफंड कंपनी के डायरेक्टर आलोक त्रिपाठी को गिराफ्तार किया है। आलोक त्रिपाठी कानपुर के चौबेपुर का रहने वाला है । आलोक त्रिपाठी ने कानपुर में अलग-अलग नाम से तीन कंपनियां खोली थी। जिसमें पहली कंपनी पिर्यस इंडिया कार्पोरेशन, दूसरी कंपनी पियर्स क्रेडिट सोसायटी और पियर्स एलाइड कार्पोरेशन लिमिटेड के नाम से थी । आलोक त्रिपाठी ने इनके ऑफिस कानपुर के सिटी सेंटर में बनाए थे।

कानपुर शहर में आलोक त्रिपाठी ने दो दर्जन से अधिक एजेंट तैयार किए थे। जो भोले भाले लोगों को लालच देते थे कि इस कंपनी में पैसा लगाने पर रकम पांच साल में दोगुनी हो जाती है। कानपुर शहर में लगभग चार सौ लोगो ने इस कंपनी में पैसे इंवेस्ट किए थे। कुछ महीने बाद आलोक गरीब जनता का 5 करोड़ 3 तीन लाख रुपया लेकर भाग गया था।

ये भी पढ़ें...कानपुर: बाल संप्रेक्षण गृह से 5 कैदी फरार, भागने से पहले पर्ची में लिखी डरावनी बात

इसी तरह आलोक त्रिपाठी ने अपना नेटवर्क बनारस , चंदौली ,मुरादाबाद ,फतेहपुर में ऑफिस खोले थे । इसके साथ दिल्ली ,गुजरात में हेड ऑफिस बनाए थे । उदयपुर से उसने 5 करोड़ की ठगी की है और चितौड़गढ़ से 4 करोड रुपए की ठगी कर चुका है ।

डिप्टी एसपी श्वेता यादव के मुताबिक आलोक त्रिपाठी तीन कंपनी खोली थी जिसके ये मैनेजिंग डायरेक्टर थे । आलोक त्रिपाठी लोगों का करोड़ रुपए लेकर भाग गए थे। ये सिर्फ कानपुर से ही 5 करोड़ 3 तीन लाख रुपए लेकर भागे थे। इस बात की भी जांच कराई जा रही है कि फर्जी नाम पते होने के बाद भी कंपनी का रजिस्ट्रेशन कैसे हुआ।

आलोक त्रिपाठी पर जयपुर में ठगी के मुकदमें है। जयपुर से ये 5 करोड़ रुपए लेकर भागा था वहां पर पुलिस ने इसके 17 खाते सीज किए थे । इसके साथ ही आलमबाग में भी मुकादमे दर्ज है।

ये भी पढ़ें...कानपुर: मदरसे में मौलाना ने नाबालिग से किया रेप, गिरफ्तार

Aditya Mishra

Aditya Mishra

Next Story