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Kanpur News: पिता लड़े, मां लड़े और लड़े बेटा अब कांग्रेस पार्टी ने टिकट दे बोली अब बहू बने नेता
Kanpur News: 2012 के चुनाव में कांग्रेस ने टिकट अखिलेश दीक्षित के बेटे आदर्श दीक्षित को दे दिया और कांग्रेस के टिकट से आदर्श जीत गए तो कांग्रेस ने अब अखिलेश की बहू को टिकट दे दिया है।
Kanpur News: घर की टिकट घर में ही रहे, ऐसा ही कुछ वार्ड 55 गुजैनी कालोनी में देखने को मिल रहा है। कांग्रेस पार्षद प्रत्याशी की टिकट एक घर में ही बट जा रही है। 1995 से लेकर सामान्य सीट पर एक ही परिवार में कांग्रेस पार्टी टिकट दे रही है।
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एक बार पिता तो एक बार पुत्र को मिल चुकी है जीत-
पहले वार्ड 55 को वार्ड 69 के नाम से जाना जाता था। वार्ड का कुछ हिस्सा कट जाने के बाद यह वार्ड 55 बन गया। कांग्रेस की राजनीति में कदम रख वार्ड 69 से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में अखिलेश दीक्षित को कांग्रेस पार्टी ने टिकट दी तो वहीं भाजपा ने पी डी सिंह चंदेल को टिकट दिया। लेकिन भाजपा के कार्यकर्ता दबौली निवासी ओम प्रकाश शुक्ला ने निर्दलीय पर्चा दाखिल कर दिया। जिसका फायदा कांग्रेस के प्रत्याशी को मिल गया और अखिलेश दीक्षित जीत दर्ज कर नगर निगम पहुंचे। इसके बाद 2006 में सामान्य महिला सीट होने पर कांग्रेस पार्टी ने अखिलेश दीक्षित की पत्नी को टिकट दे दिया, लेकिन जीत हासिल नहीं हुई तो वहीं निर्दलीय प्रत्याशी पूनम यादव ने जीत दर्ज की। कार्यकाल पूरा हो जाने के बाद 2012 के चुनाव में कांग्रेस ने टिकट अखिलेश दीक्षित के बेटे आदर्श दीक्षित को दे दिया और कांग्रेस के टिकट से आदर्श दीक्षित जीत गए। तो कांग्रेस ने अब 2023 के नगर निकाय चुनाव में अखिलेश दीक्षित की बहू को टिकट दे दी है।
पूर्व पार्षद आदर्श दीक्षित की पत्नी हैं अंजुली दीक्षित-
कांग्रेस नेता पूर्व पार्षद आदर्श दीक्षित गुजैनी जे ब्लॉक के निवासी हैं और व्यापारी भी हैं। इनका वार्ड 55 गुजैनी कालोनी लगता है। 2017 नगर निकाय चुनाव में वार्ड 55 ओबीसी सीट हो गई थी। जिसके कारण आदर्श दीक्षित जीत दर्ज करने के बाद दुबारा चुनाव नहीं लड़ पाए थे तो वहीं 2023 के निकाय चुनाव में वार्ड 55 सामान्य महिला सीट होने पर आदर्श दीक्षित ने अपनी पत्नी अंजुली दीक्षित को कांग्रेस पार्टी की टिकट से चुनाव मैदान में उतार दिया है।