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KGMU: सभी तनावग्रस्त डॉक्टर कर्मचारियों और छात्रों की जांच करेगा केजीएमयू
KGMU: केजीएमयू में सभी डॉक्टर कर्मचारी और छात्रों के मानसिक तनाव की जांच होगी जिससे वह मरीज का सही तरह से इलाज करने में सफल हो।
KGMU: केजीएमयू में सभी डॉक्टर कर्मचारियों और छात्रों की मानसिक तनाव एवं अवसाद की जांच होगी और उनकी काउन्सलिंग करी जाएगी। इससे सभी छात्र, कर्मचारी और डॉक्टर को तनाव से दूर रखा जाएगा और समय से उनका इलाज हो सकता है।
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डॉक्टर, छात्र और कर्मचारी को तनाव से दूर रखा जाएगा
केजीएमयू के सभी डॉक्टर और कर्मचारी छात्रों की जांच और काउंसलिंग करके उन्हें तनाव मुक्त किया जाएगा। इससे सभी के काम का दबाव भी घटाया जा सकेगा। कोई मानसिक समस्या होने पर समय पर उनका इलाज भी हो सकता है।
केजीएमयू में डॉक्टर, टेक्निशियन और कर्मचारियों की संख्या
केजीएमयू में लगभग 500 डॉक्टर और 2200 टेक्नीशियन हैं। इसके साथ ही लगभग 800 नर्सिंग पैरामेडिकल स्टाफ और जूनियर रेजिडेंट भी हैं।
रोजाना अधिक भीड़ होने के कारण डॉक्टर और मरीज हो रहे तनावग्रस्त
ओपीडी में कुल 4500 बेड है और प्रतिदिन मरीज इलाज कराने के लिए आते हैं। भारी भीड़ होने के कारण सभी डॉक्टर मरीज तनावग्रस्त रहते हैं। इसके लिए केजीएमयू के अध्यक्ष ने मानसिक स्वास्थ्य विभाग को एक पत्र लिखा जिसमें विश्वविद्यालय के सभी डॉक्टर, छात्र और कर्मचारियों का स्वास्थ्य परीक्षण, मानसिक चिकित्सा की जांच करने की अनुमति ली गयी है। केजीएमयू के मानसिक रोग़ चिकित्सक डॉ आदर्श त्रिपाठी कहते हैं “प्रतिदिन भारी संख्या में भीड़, बेड की संख्या से अधिक मरीज के कारण डॉक्टर और छात्र तनावग्रस्त हो रहे है। कोरोना के दौरान भी डॉक्टर और अन्य कर्मचारियों ने अपने परिवारजनो को खोया जिससे वह तनावग्रस्त और परेशान रहते हैं। काउन्सलिंग से सभी डॉक्टर छात्रों और कर्मचारियों को तनाव दूर करने में मदद मिलेगी और भविष्य में कार्य करने में सफलता प्राप्त होगी।”